हाल में, चीन ने चौथी पीढ़ी के नए नाभिकीय रिएक्टर का वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर दिया है जो दुनिया में अपनी तरह का पहला रिएक्टर है।
संबंधित तथ्य
पिछली पीढ़ी के रिएक्टरों की तुलना में, चीन के उत्तरी शेडोंग प्रांत में चौथी पीढ़ी के शिदाओवन संयंत्र को ईंधन दक्ष बनाने और आर्थिक रूप से बेहतर, सुरक्षा और पर्यावरणीय पदचिह्न में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
क्योंकि चीन कार्बन उत्सर्जन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए परमाणु ऊर्जा की ओर रुख कर रहा है।
चीन की सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, 200 मेगावाट उच्च तापमान, गैस-कूल्ड रिएक्टर (High-temperature, gas-cooled reactor- HTGCR) संयंत्र राज्य संचालित यूटिलिटी हुआनेंग, सिंघुआ विश्वविद्यालय और चीन नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है, जो एक मॉड्यूलर डिजाइन का उपयोग करता है।
मॉड्यूलर प्लांट से तात्पर्य 300 MW से कम के प्लांट से है जिनका निर्माण साइट से बाहर किया जा सकता है।
ये प्लांट दूरदराज के स्थानों में काम कर सकते हैं और पारंपरिक रूप से कठिन भारी उद्योग क्षेत्रों को बिजली दे सकते हैं, किंतु इनका परिचालन बहुत महंगा है।
चीन के हालिया कदम
चीन का लक्ष्य वर्ष 2035 तक परमाणु ऊर्जा से 10% और वर्ष 2060 तक 18% बिजली उत्पादन करना है, लेकिन इस साल सितंबर तक 58 गीगावाट परमाणु क्षमता स्थापित करने का अपना वर्ष 2020 का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाया है।
दुबई में हो रहे COP-28 जलवायु सम्मेलन में 20 देशों द्वारा 2050 तक परमाणु ऊर्जा क्षमता तीन गुना करने की प्रतिज्ञा पर भी चीन ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
नाभिकीय रिएक्टर का विकासक्रम
पीढ़ी I (Generation I)
यह उन प्रोटोटाइप और पावर रिएक्टरों को संदर्भित करता है जिन्होंने नागरिक परमाणु ऊर्जा लॉन्च की।
इस पीढ़ी में 1950 और 1960 के शुरुआती प्रोटोटाइप रिएक्टर शामिल हैं, जैसे पेंसिल्वेनिया में शिपिंगपोर्ट (1957-1982), इलिनोइस में ड्रेसडेन-1 (1960-1978), और यूनाइटेड किंगडम में काल्डर हॉल-1 (1956-2003)।
पीढ़ी II (Generation II)
यह किफायती और विश्वसनीय होने के लिए डिज़ाइन किए गए वाणिज्यिक रिएक्टरों के एक वर्ग को संदर्भित करता है।
इसमें 40 वर्षों के विशिष्ट परिचालन जीवनकाल के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
द्वितीय पीढ़ी रिएक्टरों में दबावयुक्त जल रिएक्टर (पीडब्लूआर), कनाडा ड्यूटेरियम यूरेनियम रिएक्टर (सीएएनडीयू), उबलते पानी रिएक्टर (बीडब्ल्यूआर), और उन्नत गैस-कूल्ड रिएक्टर (एजीआर) शामिल हैं।
पीढ़ी III (Generation III)
यह परमाणु रिएक्टर अनिवार्य रूप से विकासवादी, अत्याधुनिक डिजाइन सुधारों के साथ द्वितीय पीढ़ी रिएक्टर हैं।
ये सुधार ईंधन प्रौद्योगिकी, थर्मल दक्षता, मॉड्यूलर निर्माण, सुरक्षा प्रणाली (विशेष रूप से सक्रिय प्रणालियों के बजाय निष्क्रिय का उपयोग) और मानकीकृत डिजाइन के क्षेत्रों में हैं।
इसका परिचालन काल लगभग 60 वर्ष है।
पीढ़ी III+ (Generation III+)
पीढ़ी III+ के रिएक्टर डिजाइन तृतीय पीढ़ी रिएक्टरों का एक विकासवादी विकास है।
यह 1990 के दशक में एनआरसी द्वारा प्रमाणित तृतीय पीढ़ी के रिएक्टर डिजाइनों की तुलना में सुरक्षा में महत्त्वपूर्ण सुधार की पेशकश करता है।
पीढ़ी III+ डिज़ाइन के उदाहरणों में शामिल हैं:
AES-2006 प्रकार का VVER-1200/392M रिएक्टर
उन्नत CANDU रिएक्टर (ACR-1000)
पीढ़ी IV (Generation IV)
यह रिएक्टर तृतीय पीढ़ी रिएक्टरों के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है।
जेनरेशन IV इंटरनेशनल फोरम (GIF), चतुर्थ पीढ़ी के रिएक्टरों के लिए विशेष रूप से छह रिएक्टर प्रौद्योगिकियों का चयन किया है।
GIF एक अंतरराष्ट्रीय संगठन जो जेनरेशन IV रिएक्टरों के विकास का समन्वय करता है।
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