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Lokesh Pal
February 10, 2024 05:31
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हाल ही में नेचर कम्युनिकेशन में प्रकाशित एक रिपोर्ट में जल की गुणवत्ता में गिरावट, विशेष रूप से नदियों में नाइट्रोजन प्रदूषण के कारण दुनिया भर में जल की कमी की गंभीर स्थिति पर प्रकाश डाला गया है।
पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्र में नाइट्रोजन की महत्त्वपूर्ण भूमिका
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वैश्विक स्तर पर |
भारत के संदर्भ में |
अंतरराष्ट्रीय नाइट्रोजन पहल:
गोथेनबर्ग प्रोटोकॉल (1999):
दक्षिण एशिया नाइट्रोजन हब (SANH):
सतत नाइट्रोजन अपशिष्ट प्रबंधन पर कोलंबो घोषणा:
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मृदा स्वास्थ्य कार्ड:
नीम लेपित यूरिया (Neem-Coated Urea):
भारत स्टेज मानदंड:
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वैश्विक सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने और आर्थिक दक्षता में सुधार के लिए स्थायी प्रबंधन के माध्यम से नाइट्रोजन प्रदूषण को संबोधित करना महत्त्वपूर्ण है।
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