डेलॉइट्स वुमेन एट वर्क: एक ग्लोबल आउटलुक रिपोर्ट महिलाओं के कॅरियर को प्रभावित करने वाले महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालती है।
सर्वेक्षण के मुख्य निष्कर्ष
इस रिपोर्ट में 10 देशों के संगठनों की 5,000 महिलाओं को शामिल किया गया है, इसमें जॉब के समय महिलाओं के जीवन के अनुभवों को समझने एवं जॉब के बाहर उनके जीवन के पहलुओं पर आधारित है।
इसने चिंता के तीन अक्सर नजरअंदाज किए गए क्षेत्रों पर प्रकाश डाला: मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक दर्द, एवं कार्यस्थल में तथा यात्रा के दौरान सुरक्षा।
वर्ष 2023 में पिछले दो वर्षों की तुलना में अधिक महिलाओं ने अपने नियोक्ता को छोड़ दिया।
मानसिक स्वास्थ्य
महिलाएँ अधिक तनावग्रस्त, मानसिक स्वास्थ्य से ग्रसित हैं: कई महिलाओं को अपने नियोक्ताओं से पर्याप्त मानसिक स्वास्थ्य सहायता नहीं मिल रही है।
दो-तिहाई महिलाएँ काम पर मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा करने या समय निकालने के कारण के रूप में मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा करने में सहज महसूस नहीं करती हैं।
कई महिलाएँ भेदभाव या नौकरी सेनिकाले जाने के बारे में चिंता करती हैं और 10 में से एक को अतीत में काम पर अपने मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा करते समय नकारात्मक अनुभव हुआ है।
कार्य के घंटों एवं मानसिक स्वास्थ्य के बीच संबंध: हालाँकि आधी महिलाएँ जो आम तौर पर अपने अनुबंधित घंटों तक कार्य करती हैं, अपने मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा बताती हैं, लेकिन जो महिलाएँ नियमित रूप से अतिरिक्त घंटे कार्य करती हैं उनके लिए यह घटकर 23% रह जाता है।
महिलाओं का स्वास्थ्य: कई महिलाएँ दर्द से जूझती हैं
मासिक धर्म संबंधी विकार, रजोनिवृत्ति एवं प्रजनन संबंधी चुनौतियाँ महिलाओं को प्रभावित कर रही हैं, फिर भी कई महिलाएँ समय निकालने या सहायता लेने में असमर्थ महसूस करती हैं।
एक-चौथाई से अधिक महिलाएँ मासिक धर्म, रजोनिवृत्ति या प्रजनन क्षमता से संबंधित चुनौतियों का अनुभव करती हैं।
उनमें से कई लोग काम से समय निकाले बिना दर्द एवं असुविधा के बावजूद काम करते हैं- रजोनिवृत्ति का अनुभव करने वालों के लिए यह एक बदतर वास्तविकता है।
40% से अधिक महिलाएँ जो मासिक धर्म के कारण उच्च स्तर के दर्द का अनुभव करती हैं, उनका कहना है कि वे कार्य से समय निकाले बिना इसके माध्यम से कार्य करती हैं।
इस वर्ष, कम महिलाएँ अपने प्रबंधकों के साथ इन स्वास्थ्य चुनौतियों पर चर्चा करने में सहज महसूस करती हैं एवं बताती हैं कि कार्यस्थल पर इन मुद्दों पर चर्चा करने से उनके करियर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
घरेलू जिम्मेदरियाँ
अपने जीवन साथी के साथ रहने वाली 10 में से दो महिलाएँ सबसे अधिक जिम्मेदारी निभाती हैं-
बच्चों की देखभाल
अन्य वयस्कों की देखभाल
अन्य घरेलू कार्य
अधिक घरेलू जिम्मेदारियाँ निभाने वाली महिलाओं के दुष्परिणाम
निम्न मानसिक स्वास्थ्य
अपने कॅरियर पर कम ध्यान दे पाना।
कार्यस्थल में एवं यात्रा के दौरान सुरक्षा
लगभग आधी महिलाएँ कार्य में या यात्रा के दौरान अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहती हैं।
भारत में,46% महिला श्रमिकों ने कार्यस्थल पर या कार्यस्थल से यात्रा करते समय व्यक्तिगत सुरक्षा को शीर्ष चिंता का विषय बताया।
एक चौथाई से कुछ अधिक महिलाएँ कार्यस्थल पर असुरक्षित महसूस करती हैं।
जेंडर इक्वलिटी लीडर्स (GELs)
GELs के लिए कार्य करने वाली महिलाओं का अनुपात विश्व स्तर पर 6% एवं भारत में 6% है।
100 के पैमाने पर, GELs के लिए काम करने वाली महिलाओं ने अपनी वफादारी 76, उत्पादकता 75, एवं प्रेरणा तथा अपनेपन की भावना 71 पर स्कोर किया।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि GELs में महिला पेशेवर कार्य कर रही हैं।
अन्य महिलाओं को अपने संगठनों की अनुशंसा करने की कहीं अधिक संभावना है।
उन्हें दी गई मानसिक स्वास्थ्य सहायता से वे कहीं अधिक संतुष्ट महसूस करती हैं।
कार्यस्थल पर अपने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करने में अधिक सहज महसूस करती हैं।
वे अपने कॅरियर की संभावनाओं को लेकर भी अधिक आशावादी हैं।
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