//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
December 30, 2025 02:50
16
0
हाल ही में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित मुख्य सचिवों के पाँचवें राष्ट्रीय सम्मेलन (NCCS) में, विकसित भारत की नींव के रूप में मानव पूँजी को मजबूत करने के लिए एक समन्वित राष्ट्रीय ढाँचा अपनाया गया।
मानव संसाधन विकास से तात्पर्य व्यक्तियों की प्रतिभाओं, योग्यताओं और कौशलों के पोषण तथा संवर्द्धन के लिए अपनाए जाने वाले व्यवस्थित दृष्टिकोण से है, जिससे राष्ट्रीय विकास में योगदान मिलता है।
वर्ष 2047 तक समावेशी विकसित भारत को प्राप्त करने के लिए उद्देश्य आधारित नीतियों से हटकर परिणाम-आधारित शासन की ओर परिवर्तन की आवश्यकता है, जो मानव पूँजी विकास, सहकारी संघवाद और तकनीकी सशक्तीकरण पर आधारित हो तथा यह सुनिश्चित करे कि विकास व्यापक, लचीला और स्थायी हो।
<div class="new-fform">
</div>

Latest Comments