100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

हिंदुकुश हिमालय पर ICIMOD का आकलन

Lokesh Pal February 07, 2024 04:55 161 0

संदर्भ

हाल ही में ‘इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट’ (ICIMOD) के विशेषज्ञों ने एशिया के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में प्रकृति के पतन को रोकने के लिए ‘साहसिक कार्रवाई’ एवं ‘तत्काल वित्त’ का आह्वान किया।

संबंधित तथ्य

  • जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर अंतर सरकारी विज्ञान-नीति मंच (Intergovernmental Science-Policy Platform on Biodiversity and Ecosystem Services- IPBES) नेक्सस मूल्यांकन  की ‘थर्ड लीड ऑथर्स’ (Third Lead Authors) की बैठक के लिए ICIMOD के 130 वैश्विक विशेषज्ञ नेपाल पहुँचे।
  • यह पहली बार है जब IPBES मूल्यांकन बैठक दक्षिण एशिया में आयोजित की जा रही है।
  • पर्वत, पृथ्वी की 22% क्षेत्र को कवर करते हैं, लेकिन दुनिया के वैश्विक जैव विविधता हॉटस्पॉट का 50% भाग पर्वत कवर करते हैं। 
  • जलवायु परिवर्तन के प्रति पहाड़ों की तीव्र संवेदनशीलता को देखते हुए, ICIMOD शोधकर्ताओं ने IPBES से एक समर्पित वैश्विक पर्वत मूल्यांकन पर विचार करने का आह्वान किया है।

जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (IPBES) के बारे में

  • स्थापना: इसकी स्थापना वर्ष 2012 में 145 सदस्य-देशों के साथ की गई थी।
  • उद्देश्य: जैव विविधता और पारिस्थितिकी-तंत्र सेवाओं के लिए विज्ञान नीति इंटरफेस को मजबूत करना। 
  • लक्ष्य: बेहतर नीतियों के लिए विकल्पों की पहचान करना और संबंधित क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना है।
  • कार्य: इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में जैव विविधता, जल, भोजन और स्वास्थ्य के बीच जटिल संबंधों की समझ को बढ़ाना है।

विशेषज्ञों द्वारा जताई गई चिंता

  • हिंदुकुश हिमालय (HKH) क्षेत्र में परस्पर संबंधित विनाशकारी नुकसान: इस शिखर सम्मेलन में खाद्य एवं जल सुरक्षा, स्वास्थ्य, जैव विविधता एवं जलवायु परिवर्तन के बीच संबंधों की जाँच की गई एवं शोधकर्ताओं ने HKH क्षेत्र में प्रकृति एवं आवास में नुकसान की गति एवं पैमाने को ‘विनाशकारी’ (Catastrophic) बताया है।
    • ऐसा अनुमान है कि उत्तरी गोलार्द्ध में वार्मिंग की औसत दर से लगभग दो गुना अधिक गर्मी हो रही है।
  • उच्च जैव विविधता हानि: पिछली शताब्दी में 70% मूल जैव विविधता नष्ट हो गई है।
  • मनुष्यों पर अधिक प्रभाव: प्रकृति में गिरावट इतनी उन्नत है एवं इतनी तेजी से बढ़ रही है कि अब वे मानव समाज के लिए भी खतरा उत्पन्न कर रहे हैं।
    • हिंदुकुश हिमालय (HKH) क्षेत्र में 241 मिलियन लोग रहते हैं, जिनमें से 31% ‘खाद्य-असुरक्षित’ हैं एवं ‘जिनमें से आधे किसी-न-किसी रूप में कुपोषण का सामना करते हैं’।

हिंदुकुश हिमालय (HKH) क्षेत्र के बारे में

  • एक विस्तृत क्षेत्र: हिंदुकुश हिमालय (HKH) क्षेत्र 3,500 किलोमीटर तक आठ देशों- अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, चीन, भारत, म्याँमार, नेपाल और पाकिस्तान में फैला हुआ है।
    • 85% पर्वतीय समुदाय भोजन, पानी, बाढ़ नियंत्रण एवं सांस्कृतिक पहचान के लिए इस क्षेत्र की जैव विविधता पर निर्भर है।
    • एक उच्च जैव विविधता वाला क्षेत्र: यह पृथ्वी पर सबसे अधिक जैव विविधता वाले क्षेत्रों में से एक है। दुनिया के 36 वैश्विक जैव विविधता हॉटस्पॉट में से चार इसी क्षेत्र में हैं। 
      • वैश्विक 200 पारिस्थितिक क्षेत्रों में से दो इसी क्षेत्र में हैं। 
      • इसके अलावा 575 संरक्षित क्षेत्र, 335 महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र भी इसमें शामिल हैं।
    • तीसरा ध्रुव: इसे पृथ्वी के ‘तीसरे ध्रुव’ (Third Pole) के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें आर्कटिक और अंटार्कटिका के बाहर पृथ्वी पर बर्फ की सबसे बड़ी मात्रा मौजूद है।
    • एशिया का जल टावर (Water Tower of Asia): हिंदुकुश हिमालय (HKH) क्षेत्र 12 एशियाई नदी प्रणालियों का स्रोत है और इसे ‘एशिया का जल टॉवर’ कहा जाता है। यह दुनिया की एक-तिहाई आबादी के लिए स्वच्छ जल जैसी आवश्यक पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएँ प्रदान करता है।
      • सीर दरिया (Syr Darya) और अमु दरिया (Amu Darya) नदियाँ अरल सागर की ओर
      • तारिम (Tarim) नदी तकलामकान (Taklamakan) की ओर 
      • सिंधु, गंगा और ब्रह्मपुत्र अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी की ओर
      • पीली नदी (Yellow River) बोहाई की खाड़ी (Gulf of Bohai) की ओर 
      • यांग्त्जी (Yangtze) नदी पूर्वी चीन सागर की ओर 
      • मेकांग (Mekong) नदी दक्षिण चीन सागर की ओर 
      • चिंडविन (Chindwin), साल्विन (Salween) और इरावदी (Irrawaddy) अंडमान सागर की ओर 
  • भारत के अंतर्गत हिंदुकुश हिमालय (HKH) क्षेत्र: भारत के कुछ पर्वतीय राज्य/केंद्रशासित प्रदेश (असम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा एवं अरुणाचल प्रदेश) का पूरा क्षेत्र और पश्चिम बंगाल राज्य का दार्जिलिंग जिला हिंदुकुश हिमालय (HKH) क्षेत्र में शामिल है। 

सिफारिशें

  • निवेश की तत्काल प्राथमिकता: हिंदुकुश हिमालय (HKH) क्षेत्र में प्राकृतिक हानि और प्रजातियों के विलुप्त होने की घटना को रोकने के लिए फंडिंग हेतु निवेश के लिए तत्काल प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
    • यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी निवेश और कार्यों में प्रकृति का निर्माण करके, इन संवेदनशील और महत्त्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्रों के ह्रास से पहले फंडिंग में वृद्धि होनी चाहिए।
  • एकीकृत वैश्विक वित्त में वृद्धि: विशेष रूप से HKH जैसे उच्च मूल्य एवं संवेदनशील क्षेत्रों के लिए एकीकृत वैश्विक वित्त में और अधिक तेजी से वृद्धि पर जोर देने की आवश्यकता है।
  • सुधार: सकारात्मक बदलाव लाने के लिए नीतिगत, संस्थागत और बाजार आधारित सुधारों में तेजी लाने की आवश्यकता है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.