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हिंदू कुश हिमालय पर ICIMOD की रिपोर्ट

Lokesh Pal April 23, 2025 03:20 113 0

संदर्भ

हाल ही में ‘इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट’ (ICIMOD) की रिपोर्ट में हिंदू कुश हिमालय (HKH) में बर्फ की मात्रा में गिरावट का खुलासा किया गया है।

संबंधित तथ्य

  • यह रिपोर्ट 23 वर्षों (2003-2025) के उपग्रह डेटा का उपयोग करके HKH क्षेत्र में 12 प्रमुख नदी घाटियों में बर्फ की स्थिति की निगरानी संबंधी आँकड़े प्रदान करती है।

‘इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट’ (ICIMOD) के बारे में

  • यह हिंदू कुश हिमालय (HKH) समुदाय के लिए कार्य करने वाला एक अंतर-सरकारी ज्ञान एवं शिक्षण केंद्र है।
  • इसका मुख्यालय काठमांडू, नेपाल में अवस्थित है।
  • क्षेत्रीय सदस्य देश: अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, चीन, भारत, म्याँमार, नेपाल एवं पाकिस्तान।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

  • बर्फ के स्थायित्त्व में तीव्र गिरावट: HKH क्षेत्र में बर्फ की उपस्थिति सामान्य से 23.6% कम है, जो 23 वर्षों में सबसे कम है, जो बर्फबारी के बाद बर्फ के स्थायित्त्व में कमी को दर्शाता है।
  • प्रमुख नदी घाटियों पर प्रभाव
    • गंगा बेसिन: बर्फ की उपस्थिति सामान्य से 24.1% कम है, जो 23 वर्षों में सबसे कम है।
    • सिंधु बेसिन: वर्ष 2020 में सामान्य से 19.5% अधिक के उच्चतम स्तर से 24.5% कम हुआ।
    • ब्रह्मपुत्र बेसिन भी अत्यधिक प्रभावित है।
    • मेकांग एवं सालवीन बेसिन: इनमें क्रमशः 51.9% एवं 48.3% की गिरावट देखी गई है।
  • परिणाम
    • कृषि, जलविद्युत एवं पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्त्वपूर्ण नदी के प्रवाह को खतरा।
    • सूखे के जोखिम एवं भूजल पर निर्भरता को बढ़ाता है।
    • सामान्य से कम बर्फबारी के मौसम से संबंधित लगातार तीन वर्षों की प्रवृत्ति को दर्शाती है।
  • जलवायु परिवर्तन संबंध: ICIMOD इन विसंगतियों के लिए कार्बन उत्सर्जन को जिम्मेदार मानता है एवं मजबूत नीतिगत परिवर्तनों के बिना इस प्रवृत्ति को अपरिवर्तनीय बताता है।
  • सिफारिशें
    • विज्ञान आधारित, दूरदर्शी नीतियाँ।
    • सीमा पार जल प्रशासन एवं क्षेत्रीय सहयोग।
    • दीर्घकालिक खाद्य, जल एवं ऊर्जा सुरक्षा के लिए उत्सर्जन शमन।

हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र के बारे में

  • हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र 3,500 किलोमीटर तक आठ देशों (अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, चीन, भारत, म्याँमार, नेपाल तथा पाकिस्तान) में विस्तृत है।
    • 85% पर्वतीय समुदाय भोजन, पानी, बाढ़ नियंत्रण एवं सांस्कृतिक पहचान के लिए इस जैव विविधता तंत्र पर निर्भर हैं।
  • एक जैव विविधता वाला क्षेत्र: यह पृथ्वी पर सर्वाधिक जैव विविधता वाले क्षेत्रों में से एक है। विश्व के 36 वैश्विक जैव विविधता हॉटस्पॉट में से चार इस क्षेत्र में हैं। विश्व के 200 पारिस्थितिकी क्षेत्रों में से दो, 575 संरक्षित क्षेत्र, 335 महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र इस क्षेत्र में उपस्थित हैं।
  • तीसरा ध्रुव: इसे तीसरा ध्रुव भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें आर्कटिक एवं अंटार्कटिका के बाहर पाई जाने वाली पृथ्वी पर सबसे अधिक मात्रा में बर्फ उपस्थित है।
  • एशिया के ‘वाटर टाॅवर’: हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र 12 एशियाई नदी प्रणालियों का स्रोत है एवं इसे ‘एशिया के वाटर टाॅवर’ कहा जाता है। यह दुनिया की एक-तिहाई आबादी को स्वच्छ जल जैसी आवश्यक पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएँ प्रदान करता है।

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