100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

मणिपुर के प्रतिष्ठित पोलो पोनीज (टट्टू) (Iconic Polo Ponies of Manipur)

Samsul Ansari January 20, 2024 01:01 181 0

संदर्भ

मणिपुर सरकार द्वारा आयोजित पशुधन जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 16 वर्षों में 129 पोलो पोनीज (टट्टूओं) की मौत हो चुकी है, जिससे राज्य में इसकी मूल नस्ल के केवल 1089 पोलो पोनीज (टट्टू) ही बचे हैं।

संबंधित तथ्य

  • इन जानवरों के संरक्षण के लिए राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के बावजूद, इनकी संख्या लगातार घट रही है, जिससे संघर्षरत टट्टू मालिकों के लिए गंभीर चुनौतियाँ पैदा हो रही हैं।
  • ऐसा माना जाता है कि आधुनिक पोलो की उत्पत्ति मणिपुर के मूल खेल सागोल कांगजेई (Sagol Kangjei) से हुई है, जिसमें खिलाड़ी घोड़ों की सवारी करते हैं, विशेष रूप से मणिपुर के पोलो पोनीज, जिनका उल्लेख 14 वीं शताब्दी के रिकॉर्ड में मिलता है।
  • ये पोलो पोनीज विलुप्त होने की कगार पर  हैं, पशुधन जनगणना के आँकड़ों के अनुसार, कुल टट्टुओं में से कम-से-कम 8 टट्टूओं की प्रति वर्ष मौत हो रही है।

पोलो

  • पृष्ठभूमि
    • सगोल कांगजेई जिसे अब दुनिया में “आधुनिक पोलो” के नाम से जाना जाता है, की उत्पत्ति भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में एबुधौ मार्जिंग (लॉर्ड मार्जिंग) के समय से हुई थी और निंगथौ कांगबा (Ningthou Kaangba) के समय से लोगों के बीच औपचारिक खेल के रूप में खेला जाता था। 
    • मणिपुर ने दुनिया को पोलो खेल और इसके मानदंड प्रस्तुत किए हैं। 
    • सगोल कांगजेई को प्राचीन समय में “सागोल कांग-चेई” के नाम से जाना जाता था, यहाँ सगोल का अर्थ है घोड़ा या टट्टू, कांग का अर्थ है गेंद और जेई का अर्थ है खेल खेलने के लिए प्रयोग की जाने वाली छड़ी।

भारत में घोड़ों/टट्टुओं की नस्लें:

  • राष्ट्रीय कृषि आयोग (1976) के अनुसार, भारत में घोड़ों को मोटे तौर पर दो वर्गों में रखा जा सकता है। धीमी गति से चलने वाले ‘पैक पोनी’ (Slow Moving Pack Ponies) और तेज दौड़ने वाले काठी वाले घोड़े (fast Running Saddle Horses), जिनका उपयोग सवारी करने या गाड़ियाँ खींचने के लिए किया जाता है। 
  • घोड़ों/टट्टुओं की स्वदेशी नस्लों में मारवाड़ी, काठियावाड़ी, मणिपुरी, स्पीति, भूटिया और जास्करी शामिल हैं। 
  • इनमें से मारवाड़ी और काठियावाड़ी को 2 अलग नस्लों या प्रकारों के रूप में माना जाता है। 

पोलो पोनीज (टट्टू)

  • पोलो पोनीज (टट्टू) अपनी बुद्धिमत्ता के लिए प्रसिद्ध मणिपुरी घोड़ों का उपयोग पोलो और रेसिंग के लिए किया जाता है। 
  • इन्हें मणिपुरी टट्टू के नाम से भी जाना जाता है। 
  • मणिपुरी टट्टू पोलो खेल में टट्टू के रूप में प्रयोग की जाने वाली सबसे शुरुआती नस्लों में से एक है, जो प्राचीनकाल से पूरे एशिया में खेला जाता रहा है।
  • शारीरिक विशेषताएँ
    • सदियों से, इन टट्टुओं ने स्थानीय लोगों के जीवन में केंद्रीय भूमिका निभाई है। 
    • इस नस्ल का विकास तिब्बती टट्टू या मंगोलियाई जंगली घोड़े (Mongolian Wild Horse) और अरबी (Arabian) घोड़े के मिश्रण से हुआ है।
    • मणिपुर में पोलो खेल के लिए इन टट्टुओं का उपयोग आज भी किया जाता है और अभी भी इंफाल के पारंपरिक पोलो मैदान में अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.