//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
June 17, 2025 03:47
62
0
इस बात से अवगत होने की आवश्यकता है, कि संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि गहन अखिल भारतीय विचार-विमर्श का परिणाम है। यह पूरे राष्ट्र की सामूहिक बुद्धिमता एवं विविध आकांक्षाओं को दर्शाता है।
संविधान राष्ट्र की सामूहिक सभ्यतागत बुद्धिमत्ता को दर्शाता है जैसे कि ‘एकम सत विप्रा बहुधा वदंति’, धार्मिक सहिष्णुता जैसा कि अशोक के शिलालेखों आदि में वर्णित है एवं प्रस्तावना गणतंत्र की आत्मा का प्रतीक है।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments