100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

भारत की पहली डीएनए-आधारित गणना

Lokesh Pal October 17, 2025 03:10 48 0

सन्दर्भ

अखिल भारतीय समकालिक हाथी अनुमान (SAIEE) 2025, जो भारत में प्रथम डीएनए-आधारित हाथी गणना है, जारी कर दी गई है।

अखिल भारतीय समकालिक हाथी अनुमान (SAIEE) 2025 के बारे में

  • यह भारत की पहली DNA-आधारित हाथी जनगणना है, जिसका उद्देश्य जंगली हाथियों की आबादी का सटीक अनुमान लगाना है।
  • संचालित: पर्यावरण मंत्रालय, प्रोजेक्ट एलीफेंट और भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) द्वारा संयुक्त रूप से।
  • सर्वेक्षण पद्धति
    • गोबर द्वारा DNA का नमूनाकरण: 6.7 लाख किलोमीटर लंबे वन मार्गों से 21,056 गोबर के नमूने एकत्र किए गए।
    • आनुवंशिक पहचान: 4,065 विशिष्ट हाथियों की पहचान के लिए DNA फिंगरप्रिंटिंग का उपयोग किया गया, संख्या अनुमान के लिए ‘मार्क-रिकैप्चर मॉडल’ का उपयोग किया गया।
    • प्रौद्योगिकी का उपयोग: एम-स्ट्रिप्स (M-Stripes) ऐप के माध्यम से भू-सर्वेक्षण, उपग्रह-आधारित आवास मानचित्रण और DNA एनालिसिस ने तीन-चरणीय प्रक्रिया का गठन किया।
    • सर्वेक्षण: आनुवंशिक डेटा सत्यापन की जटिलता के कारण देरी के साथ, वर्ष 2021 से वर्ष 2025 तक आयोजित किया गया।

राज्यवार वितरण

  • कर्नाटक: 6,013 (भारत में सबसे अधिक)
  • असम: 4,159
  • तमिलनाडु: 3,136
  • केरल: 2,785
  • उत्तराखंड: 1,792
  • ओडिशा: 912
  • छत्तीसगढ़ और झारखंड: 650+
  • मेघालय: 677
  • अरुणाचल प्रदेश: 617
  • नागालैंड: 252
  • त्रिपुरा: 153
  • मध्य प्रदेश: 97
  • महाराष्ट्र: 63

SAIEE 2025 के प्रमुख निष्कर्ष

  • संख्या अनुमान: भारत में जंगली हाथियों की संख्या 22,446 है, जिनकी संख्या 18,255 से 26,645 के बीच है।
  • गिरावट: यह वर्ष 2017 के 27,312 हाथियों के अनुमान से 18% की गिरावट दर्शाता है।
  • क्षेत्रीय वितरण
    • पश्चिमी घाट: 11,934 हाथी – सबसे बड़ी आबादी।
    • पूर्वोत्तर और ब्रह्मपुत्र बाढ़ के मैदान: 6,559 हाथी।
    • शिवालिक पहाड़ियाँ और गंगा के मैदान: 2,062 हाथी।
    • मध्य भारत और पूर्वी घाट: 1,891 हाथी।

वैज्ञानिक महत्त्व

  • पहली DNA-आधारित गणना: यह पारंपरिक ब्लॉक-गणना या गोबर के घनत्व पर आधारित विधियों से आनुवंशिक पहचान (DNA-based identification) की ओर एक क्रांतिकारी संक्रमण को दर्शाता है, जिसके फलस्वरूप सटीकता में सुधार होता है और पुनरावृत्ति संबंधी त्रुटियाँ न्यूनतम हो जाती हैं।
  • संरक्षण के लिए आधार रेखा: प्रोजेक्ट एलिफेंट के अंतर्गत भविष्य की संख्या निगरानी और नीति निर्माण के लिए एक वैज्ञानिक मानक प्रदान करता है।
  • प्रौद्योगिकी का एकीकरण: वन्यजीव गणना पद्धतियों में सुदूर संवेदन, मोबाइल डेटा संग्रह और आण्विक पारिस्थितिकी के उपयोग को प्रदर्शित करता है।

संरक्षण संबंधी चिंताएँ

  • आवास का ह्रास: तेजी से हो रहे अतिक्रमण, बुनियादी ढाँचे के विकास और वनों की कटाई के कारण हाथियों के आवास खंडित होते जा रहे हैं।
  • मानव-हाथी संघर्ष: आवास संकुचन के कारण बढ़ती घटनाएँ सह-अस्तित्व के लिए बड़ी चुनौतियाँ प्रस्तुत करती हैं।
  • आबादी विखंडन: मध्य और पूर्वी भारत में छोटे, अलग-थलग झुंड संभावित आनुवंशिक बाधाओं और प्रजनन सफलता में कमी का संकेत देते हैं।

भारत में विश्व के शेष एशियाई हाथियों की 60% से अधिक संख्या मौजूद है, जिससे इसके संरक्षण प्रयास विश्व स्तर पर महत्त्वपूर्ण हो जाते हैं।

एशियाई हाथियों (एलिफस मैक्सिमस) के बारे में

  • उप-प्रजातियाँ: भारतीय, सुमात्रा और श्रीलंकाई। 
  • वैश्विक आबादी: अनुमानित 20,000-40,000।
  • आवास: दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के उष्णकटिबंधीय वन (भारत, श्रीलंका, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्याँमार, थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया)।
  • विशेषताएँ
    • शारीरिक लक्षण: छोटे कान, धनुषाकार पीठ, उत्तल या दो गुंबद वाला सिर।
    • सामाजिक संरचना: मातृसत्तात्मक समूह; मजबूत पारिवारिक बंधन।
    • आहार: शाकाहारी – घास, फल, छाल, जड़ें।
  • खतरे: आवास का नुकसान और विखंडन, मानव-हाथी संघर्ष, अवैध शिकार।

भारतीय हाथी

  • भारतीय हाथी (एलिफस मैक्सिमस इंडिकस) तीन एशियाई हाथी उप-प्रजातियों में सबसे व्यापक रूप से वितरित है।
  • वितरण: भारत के अलावा, ये बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, कंबोडिया, चीन, लाओस, मलेशिया, म्याँमार, थाईलैंड और वियतनाम में पाए जाते हैं।
  • आवास: घास के मैदान, शुष्क और आर्द्र पर्णपाती वन, सदाबहार वन।
  • भारत के राष्ट्रीय विरासत पशु के रूप में मान्यता प्राप्त।
  • संरक्षण की स्थिति
    • IUCN रेड लिस्ट में ‘लुप्तप्राय’ के रूप में सूचीबद्ध
    • CITES के परिशिष्ट-I 
    • वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची I के अंतर्गत संरक्षित।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.