//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
September 24, 2025 02:54
63
0
वर्ष 2025 में भारत की मुद्रास्फीति तेजी से घटने की संभावना है। अगस्त 2025 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति 2.07% और थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति 0.52% रहने का अनुमान है। इससे उपभोक्ताओं को तो राहत मिलेगी, लेकिन सरकारी वित्त के लिए चुनौतियाँ खड़ी होंगी, जो राजस्व, राजकोषीय घाटे और ऋण प्रबंधन को प्रभावित कर सकती हैं।
भारत में मुद्रास्फीति को मुख्यतः दो मुख्य सूचकांकों WPI (थोक मूल्य सूचकांक) और CPI (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) द्वारा मापा जाता है, जो क्रमशः थोक और खुदरा स्तर के मूल्य परिवर्तनों को मापते हैं।
कम मुद्रास्फीति को आमतौर पर उपभोक्ताओं के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि यह क्रय शक्ति की रक्षा करती है। हालाँकि, इसका प्रभाव अंतर्निहित कारणों पर निर्भर करता है।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments