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जेम्स वेब टेलिस्कोप

Lokesh Pal March 09, 2024 06:53 117 0

संदर्भ

एक नए अध्ययन के अनुसार, जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (James Webb Space Telescope- JWST) ने सबसे पुरानी ज्ञात मृत आकाशगंगा का पता लगाया, जिसमें 13 अरब वर्ष पहले तारों का निर्माण होना बंद हो गया था।

अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष

  • मृत आकाशगंगा एवं ब्रह्मांड की अवधि: मृत आकाशगंगा का तब पता चला था, जब ब्रह्मांड केवल 700 मिलियन वर्ष पुराना था। ब्रह्मांड लगभग 13.8 अरब वर्ष पहले अस्तित्व में आया।
  • रेड-शिफ्टेड की घटना (Phenomenon of Red-Shifted): जैसे-जैसे ब्रह्मांड का विस्तार होता है, आकाशगंगाएँ पृथ्वी से दूर होती जाती हैं। परिणामस्वरूप, इन आकाशगंगाओं से प्रकाश लंबी तरंगदैर्ध्य (अर्थात् प्रकाश का लाल रंग) में स्थानांतरित हो जाता है, खगोलशास्त्री इसे ‘रेड-शिफ्टेड’ (Red-Shifted) की घटना कहते हैं।
  • तारों के निर्माण को प्रभावित करने वाले कारक
    • तारा निर्माण से प्रतिक्रिया: सुपरमैसिव ब्लैक होल या तारे के निर्माण से मिलने वाली प्रतिक्रिया, आकाशगंगा से गैसों को बाहर धकेल सकती है, जिससे तारों का निर्माण तेजी से रुक सकता है।
    • गैस की अप्राप्ति: तारे के निर्माण के कारण जो गैस जल्दी ही समाप्त हो गई, जिससे गैस की कमी हो गई।
  • अध्ययन का महत्त्व: अध्ययन इस बात का साक्ष्य प्रस्तुत कर सकता है कि आकाशगंगाओं में नए तारे का निर्माण एवं विध्वंस कैसे एवं क्यों होता है तथा क्या तारे की उत्पत्ति को प्रभावित करने वाले कारक अरबों वर्षों के दौरान बदल गए हैं।

जेम्स वेब टेलिस्कोप (James Webb Space Telescope- JWST) के बारे में

  • परिचय: जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप एक अवरक्त वेधशाला है, जो लंबी तरंगदैर्ध्य कवरेज एवं काफी बेहतर संवेदनशीलता के साथ हबल स्पेस टेलिस्कोप (Hubble Space Telescope) की खोजों को पूरक तथा विस्तारित करती है।
  • विकसित: इसे NASA द्वारा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency) एवं कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी (Canadian Space Agency) की सहायता से विकसित किया गया है।
  • लॉन्च: इसे 5-10 वर्षों की मिशन अवधि के साथ वर्ष 2021 में लॉन्च किया गया था।
  • अंतरिक्ष में स्थान: यह सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की कक्षा से लगभग 1.5 मिलियन किमी. दूर लैग्रेंज बिंदु 2 (Lagrange Point 2) पर अवस्थित है।
  • आकार: वेब का प्राथमिक दर्पण लगभग 6.5 मीटर व्यास का है, जो इसे वर्तमान पीढ़ी की अंतरिक्ष दूरबीनों के दर्पणों की तुलना में काफी बड़ा संग्रहण क्षेत्र प्रदान करता है।
  • तरंगदैर्ध्य: यह 0.6 से 28 माइक्रोन (विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम का अवरक्त भाग) तक तरंगदैर्ध्य कवरेज प्रदान करेगा।

जेम्स वेब टेलिस्कोप मिशन के लक्ष्य

  • प्रारंभिक ब्रह्मांड का अवलोकन: JWST का उद्देश्य ब्रह्मांड की पहली आकाशगंगाओं की छवियों को कैप्चर करना है
  • आकाशगंगा निर्माण का अध्ययन: JWST यह पता लगाएगा कि आकाशगंगाएँ कैसे विकसित होती हैं, जो जीवित प्राणियों की वृद्धि एवं उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को समझने के समान है।
  • तारे एवं ग्रह प्रणाली के निर्माण का अध्ययन: अपनी अवरक्त दृष्टि से, JWST डस्ट क्लाउड के माध्यम से तारों एवं ग्रहों की उत्पत्ति का पता लगा सकता है।
  • ग्रहों का अध्ययन: JWST एक्सोप्लैनेट समेत ग्रहों की जाँच करेगा, ताकि उनके बहिर्मंडल एवं वहाँ की संरचनाओं को पता लगाया जा सके।

जेम्स वेब टेलीस्कोप की विशेषताएँ

  • उन्नत रिजॉल्यूशन: JWST के बड़े दर्पण एवं अत्याधुनिक उपकरण हबल को कहीं बेहतर रिजॉल्यूशन प्रदान करते हैं, जिससे वह दूर के खगोलीय पिंडों को उल्लेखनीय विस्तार से देख सकता है।
  • उन्नत एक्सोप्लैनेट डिटेक्शन: हालाँकि हबल ने एक्सोप्लैनेट अध्ययन में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है, JWST के विशेष उपकरण रहने योग्य क्षेत्रों सहित एक्सोप्लैनेट का अधिक परिष्कृत पता लगाने में सक्षम होंगे।
  • ग्रेटर ऑब्जर्वेशनल रीच (Greater Observational Reach): JWST, हबल की तुलना में अतीत में हुई घटनाओं का अधिक सटीकता से निरीक्षण कर सकता है, पहली आकाशगंगाओं एवं तारों तक पहुँच सकता है, यहाँ तक ​​​​कि पुनर्आयनीकरण के युग की भी जाँच कर सकता है, जो हबल की क्षमताओं से परे एक क्षेत्र है।
  • बेहतर सौर प्रणाली अवलोकन: JWST हमारे सौर मंडल के खगोलीय पिंडों में अधिक व्यापक अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा, जो कई स्पेक्ट्रा का पता लगाने के लिए अपने बेहतर उपकरणों का उपयोग करेगा।

जेम्स वेब टेलीस्कोप का महत्त्व

  • खगोल भौतिकी ज्ञान को आगे बढ़ाना: खगोलीय घटनाओं के बारे में दूरबीन द्वारा कैप्चर किये गए दृश्यों से ब्रह्मांड की कार्यप्रणाली संबंधी जानकारी एकत्र की जा सकती है।
  • एक्सोप्लैनेट की खोज: जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप का एक्सोप्लैनेट का अध्ययन, विशेष रूप से उनके वायुमंडल एवं संभावित रहने की क्षमता, अलौकिक जीवन की संभावना में महत्त्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकता है।
  • भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए उत्प्रेरक: जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप की सफलता भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों एवं दूरबीनों के लिए ब्रह्मांड को अधिक गहराई तथा जटिलता में तलाशने का रास्ता तैयार करती है।

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