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Lokesh Pal
September 10, 2025 02:40
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उमर खालिद मामले (2025) में दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम (UAPA) के तहत जमानत याचिका अस्वीकार किए जाने से यह बहस पुनर्जीवित हुई है कि क्या न्यायपालिका को प्रबल जनभावनाओं के बीच भी संवैधानिक सिद्धांतों की रक्षा करनी चाहिए।
कॉन्सेप्ट बॉक्ससिद्धांत
लोकप्रियता
लोकप्रियता बनाम सिद्धांत के उदाहरण
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न्यायपालिका को संवैधानिक सिद्धांतों से अधिकार प्राप्त होता है, न कि जन-लोकप्रियता से। सामाजिक भावनाओं के प्रति संवेदनशीलता वैधता सुनिश्चित करती है, लेकिन लोकलुभावनवाद के आगे झुकने से अल्पसंख्यकों के अधिकार, संवैधानिक नैतिकता और विधि के शासन को नुकसान पहुँचने का खतरा रहता है।
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