100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

HIV वैक्सीन की दिशा में प्रगति

Lokesh Pal June 14, 2024 04:24 202 0

संदर्भ

पहली बार, ड्यूक मानव वैक्सीन संस्थान के शोधकर्ताओं ने टीकाकरण के माध्यम से ‘ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस’ (HIV) को व्यापक रूप से अप्रभावी करने वाले एंटीबॉडी को सफलतापूर्वक उत्पन्न किया है।

संबंधित तथ्य

  • इन अध्ययनों में दो नैनोकण आधारित वैक्सीन प्रकारों, N332-GT5 और eOD-GT8 को प्रस्तुत किया गया है, जिन्हें  HIV के विरुद्ध व्यापक रूप से निष्क्रिय करने वाले एंटीबॉडी (bNAbs) उत्पन्न करने के लिए डिजाइन किया गया है।

ह्यूमन इम्यूनोडिफीसिअन्सी वायरस (HIV)

  • HIV: HIV एक रेट्रोवायरस है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो HIV एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम) में बदल सकता है।
  • संचरण: एचआईवी मुख्य रूप से रक्त, वीर्य, ​​योनि से स्रावित द्रव और ब्रेस्ट मिल्क जैसे कुछ शारीरिक तरल पदार्थों के आदान-प्रदान के माध्यम से फैलता है। 
  • प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव
    • HIV विशिष्ट श्वेत रक्त कोशिकाओं (WBCs) और टी-हेल्पर (CD4) कोशिकाओं को लक्ष्य बनाता है, जो संक्रमणों और रोगों के विरुद्ध शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के लिए महत्त्वपूर्ण हैं।
  • लक्षण: अधिकांश व्यक्तियों को संक्रमण के 2 से 4 सप्ताह के भीतर फ्लू जैसे लक्षण अनुभव होते हैं, जो कई दिनों से लेकर कई सप्ताह तक बने रह सकते हैं।
  • निदान: एलिसा (एंजाइम-लिंक्ड इम्यूनोसॉर्बेंट असे) परीक्षण रक्त में एंटीबॉडी का पता लगाता है और मापता है।
  • उपचार: एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी स्टेम सेल प्रत्यारोपण।
    • रोकथाम की रणनीतियों में सुरक्षित यौन संबंध बनाना, HIV परीक्षण और परामर्श लेना आदि शामिल हैं।

HIV वैक्सीन की पृष्ठभूमि

  • ऐतिहासिक संदर्भ: एड्स के पहले मामले की रिपोर्ट के चार दशक से भी अधिक समय बाद, वैज्ञानिक समुदाय प्रभावी एचआईवी वैक्सीन की खोज में दृढ़ है।
  • पहला मामला रिपोर्ट किया गया: वर्ष 1981 में, डॉ. माइकल गॉटलिब के अभूतपूर्व रिसर्च पेपर में एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम (AIDS) के पहले मामले की रिपोर्ट की गई, जिसने वैश्विक स्वास्थ्य संकट की शुरुआत की।
    • टीकाकरण के माध्यम से नियंत्रित किए जा चुके अनेक संक्रामक रोगों के विपरीत, HIV एक विकट चुनौती बनी हुई है।

HIV वैक्सीन के विकास में चुनौतियाँ

  • उत्परिवर्तन चुनौतियाँ: HIV की प्रतिकृति प्रक्रिया में अक्सर त्रुटियाँ होती हैं, जिसके परिणामस्वरूप एक ही रोगी में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं। यह आनुवंशिक परिवर्तनशीलता एक सार्वभौमिक रूप से प्रभावी टीका विकसित करने को अत्यधिक चुनौतीपूर्ण बनाती है।
  • HIV की प्रतिरक्षा से बचना: HIV तीव्रता से विकसित होता है, प्रभावी एंटीबॉडी का उत्पादन करने की प्रतिरक्षा प्रणाली की क्षमता को पीछे छोड़ देता है। यह तीव्र उत्परिवर्तन दर पारंपरिक टीकाकरण रणनीतियों को अप्रभावी बना देती है।

प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के तंत्र

  • B-कोशिकाओं का कार्य: B-कोशिकाएँ एंटीबॉडी उत्पन्न करती हैं, जो विशिष्ट वायरल प्रोटीन को लक्षित करती हैं। प्रोटीन के एक मिलते-जुलते टुकड़े का सामना करने पर, B-कोशिकाएँ अपने एंटीबॉडी को परिष्कृत करती हैं ताकि वे वायरस से प्रभावी रूप से जुड़ सके और उसे अप्रभावी कर सके।
  • व्यापक रूप से अप्रभावी करने वाले एंटीबॉडी (bNAbs): व्यापक रूप से अप्रभावी करने वाले एंटीबॉडी (bNAbs) संक्रमण के लिए महत्त्वपूर्ण वायरल प्रोटीन पर संरक्षित क्षेत्रों को लक्षित करके HIV जैसे वायरस के कई प्रकारों को अप्रभावी कर सकते हैं।
    • यह उन्हें अत्यधिक परिवर्तनशील वायरस के विरुद्ध वैक्सीन विकास और चिकित्सा के लिए आशाजनक बनाता है।

वैक्सीन अनुसंधान में प्रगति

  • जर्मलाइन लक्ष्यीकरण दृष्टिकोण: जर्मलाइन लक्ष्यीकरण रणनीति में तीन चरण शामिल हैं: व्यापक रूप से निष्प्रभावी एंटीबॉडी (bNAbs) के उत्पादकों में परिपक्व होने में सक्षम B-कोशिकाओं की पहचान करना और उन्हें सक्रिय करना, इन कोशिकाओं को अधिक शक्तिशाली bNAbs का उत्पादन करने के लिए बढ़ाना और HIV उपभेदों की एक विस्तृत शृंखला को निष्प्रभावी करने के लिए एंटीबॉडी को परिष्कृत करना।
  • N332-GT5: N332-GT5 वैक्सीन उम्मीदवार HIV वायरस की सतह पर N332 ग्लाइकेन साइट को लक्षित करता है।
    • यह bNAbs का उत्पादन करने में सक्षम B-कोशिकाओं को सक्रिय करता है, जिसका उद्देश्य एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करना है, जो एचआईवी के विभिन्न प्रकारों से सुरक्षा प्रदान करता है।
  • eOD-GT8 वैक्सीन: eOD-GT8 वैक्सीन का प्रकार HIV वायरस के eOD प्रोटीन क्षेत्र को लक्षित करता है। वाहक के रूप में नैनोकणों का उपयोग करते हुए, eOD-GT8 HIV का पता लगाने और उसे अप्रभावी करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली की क्षमता को बढ़ावा देने का प्रयास करता है, जिससे bNAbs के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है।
  • mRNA वैक्सीन: mRNA आधारित दृष्टिकोण को इसके विकास और उत्पादन में आसानी के कारण इसकी क्षमता के लिए सराहा जाता है। इन टीकों के जवाब में उत्पादित एंटीबॉडी ने bNAbs के बराबर ‘बाइंडस पैटर्न’ प्रदर्शित किया।

mRNA वैक्सीन

  • परिचय: मैसेंजर आरएनए (mRNA) प्रोटीन संश्लेषण के लिए आवश्यक एकल-स्ट्रैंडेड आरएनए अणु है। इसे प्रतिलेखन के दौरान डीएनए टेम्पलेट से संश्लेषित किया जाता है।
  • कार्य: mRNA एक कोशिका के नाभिक में डीएनए से आनुवंशिक जानकारी को उसके साइटोप्लाज्मिक वातावरण में ले जाकर कार्य करता है, जहाँ राइबोसोम mRNA अनुक्रम को अमीनो एसिड में ट्रांसलेट करते हैं, जिससे प्रोटीन का संयोजन होता है।
    • इस प्रकार, mRNA एक महत्त्वपूर्ण मध्यस्थ के रूप में कार्य करता है, जो कोशिकीय तंत्र को डीएनए में एन्कोड किए गए आनुवंशिक निर्देशों की व्याख्या और उपयोग करने में सक्षम बनाता है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.