कांग्रेस पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार स्थल पर एक स्मारक बनाने की माँग की है।
श्री सिंह का अंतिम संस्कार मध्य दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया गया, जो किसी पूर्व प्रधानमंत्री के लिए पहली बार हुआ।
केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने सात दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की और गणमान्य व्यक्ति के लिए राजकीय अंतिम संस्कार की घोषणा की।
पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए स्मारक
नियम: राजकीय अंत्येष्टि के लिए कुछ दिशा-निर्देश मौजूद हैं, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारकों के लिए जगह के आवंटन के संबंध में कोई विशेष नियम या सरकारी आदेश नहीं है।
परंपरा: पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार सामान्य श्मशान घाट पर करना उस परंपरा से हटकर है, जिसके अंतर्गत पूर्व प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार निर्धारित स्थानों पर किया जाता रहा है।
रखरखाव: शहरी विकास मंत्रालय राजघाट के निकट स्थित समाधियों, अहमदाबाद में अभय घाट पर मोरारजी देसाई की समाधि तथा श्रीपेरंबदूर में राजीव गांधी स्मारक की देखभाल करता है।
अन्य विभिन्न हस्तियों के स्मारकों का रखरखाव संबंधित राज्य सरकारों और स्थानीय नगर पालिकाओं द्वारा किया जाता है।
पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए: प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह को छोड़कर अन्य सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारक मुख्य रूप से राजघाट परिसर, दिल्ली तथा देश के अन्य भागों में हैं।
वर्ष 2013 में, स्थान की कमी के कारण सरकार ने भविष्य में बनने वाले सभी स्मारक, स्मृति स्थल पर बनाने का निर्णय लिया है।
Latest Comments