पंचायती राज मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार सम्मान समारोह 2024, नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया गया।
ग्रामीण भारत में सतत एवं समावेशी विकास में योगदान के लिए 45 पंचायतों को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार, 2024 से सम्मानित किया गया है।
राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2024
लॉन्च: पंचायती राज मंत्रालय (भारत सरकार)
उद्देश्य: SDGs की प्राप्ति में पंचायतों के प्रदर्शन का आकलन करना, उनके बीच प्रतिस्पर्द्धी भावना को बढ़ावा देना, आदि।
महत्त्व: वे सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण (LSDGs) के 9 विषयों के अनुरूप हैं, जिनमें कुल 17 SDGs शामिल हैं।
9 LSDGs के विषयों में शून्य गरीबी और उन्नत आजीविका, स्वस्थ पंचायत, बाल-अनुकूल, जल-पर्याप्त, स्वच्छ और हरित आत्मनिर्भर बुनियादी ढाँचा, सामाजिक रूप से न्यायसंगत और सामाजिक रूप से सुरक्षित, सुशासन, महिला-अनुकूल शामिल हैं।
पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों के अंतर्गत प्रदान किये गए है:
दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार (DDUPSVP): यह पुरस्कार उपरोक्त 9 पुरस्कार विषयों में से प्रत्येक के तहत उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शीर्ष -3 रैंकिंग GPs/समकक्ष निकायों से संबंधित है।
नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार: यह DDU PSVPके सभी 9 पुरस्कार विषयों के तहत उनके समग्र प्रदर्शन के लिए शीर्ष 3 ग्राम, ब्लॉक एवं जिला पंचायतों से संबंधित है।
ग्राम ऊर्जा स्वराज विशेष पंचायत पुरस्कार: नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने एवं उपयोग करने में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए शीर्ष 3 ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया गया।
कार्बन न्यूट्रल विशेष पंचायत पुरस्कार: शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने में उनके प्रयासों के लिए शीर्ष 3 GPs को दिया गया।
पंचायत क्षमता निर्माण सर्वोत्तम संस्थान पुरस्कार: शीर्ष 3 संस्थानों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने सतत विकास लक्ष्यों (LSDGs) के स्थानीयकरण को प्राप्त करने में पंचायतों को अनुकरणीय संस्थागत सहायता प्रदान की है।
विजेता
कार्बन न्यूट्रल विशेष पंचायत पुरस्कार: महाराष्ट्र, ओडिशा एवं उत्तर प्रदेश की ग्राम पंचायतों को नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने की दिशा में उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया।
ग्राम ऊर्जा स्वराज विशेष पंचायत पुरस्कार:महाराष्ट्र, ओडिशा एवं त्रिपुरा की पंचायतों को नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरस्कार मिला, जो जमीनी स्तर पर सतत् ऊर्जा प्रथाओं के महत्त्व को प्रदर्शित करता है।
दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार (DDUPSVP): ये पुरस्कार गरीबी उन्मूलन, स्वास्थ्य, शिक्षा, जल, स्वच्छता, बुनियादी ढाँचे, सामाजिक न्याय एवं सुशासन जैसे क्षेत्रों में पंचायतों की उपलब्धियों को स्वीकार करते हैं। पुरस्कार विजेता आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा तथा उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पंचायत क्षमाता निर्माण सर्वोत्तम संस्थान पुरस्कार:केरल, महाराष्ट्र एवं ओडिशा के संस्थानों को SDGs के स्थानीयकरण को लागू करने में पंचायतों को उनके असाधारण समर्थन के लिए सम्मानित किया गया।
नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार: कुल 9 पंचायतों को LSDGs के सभी विषयों को लागू करने में उनकी समग्र उत्कृष्टता के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया।
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