हाल ही में युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार- 2024 की घोषणा की है।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार
ये खेलों में उत्कृष्टता की पहचान करने एवं पुरस्कृत करने के लिए प्रत्येक वर्ष प्रदान किए जाते हैं।
आवंटन: भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष यह पुरस्कार आवंटित किए जाते हैं। नामांकित खिलाड़ी राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करते हैं।
पुरस्कारों की श्रेणियाँ: भारत में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार छह अलग-अलग पुरस्कारों का एक समूह है, जो खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों या संगठनों को उनकी उपलब्धियों और भारतीय खेलों के विकास में योगदान के लिए दिए जाते हैं।
खेल में पुरस्कारों का संग्रह
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान माने जाने वाले खेल रत्न की स्थापना वर्ष 1991-92 में की गई थी।
वर्ष 2021 में इसका नाम बदलकर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया।
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के अंतर्गत 25 लाख रुपये की नकद राशि प्रदान की जाती है।
यह पुरस्कार चार वर्षों की अवधि में खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
वर्ष 1991-1992 में, पहला खेल रत्न पुरस्कार शतरंज ग्रैंडमास्टर एवं पूर्व विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद के साथ-साथ गीत सेठी को प्रदान किया गया था, जिन्होंने 1990 के दशक में इंग्लिश बिलियर्ड्स में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया था।
वर्ष 2024 विजेता: डी. गुकेश (शतरंज), हरमनप्रीत सिंह (हॉकी), प्रवीण कुमार (पैरा-एथलेटिक्स), एवं मनु भाकर (शूटिंग)।
द्रोणाचार्य पुरस्कार
अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने में उनके निरंतर एवं सराहनीय कार्य के लिए खेलों में उत्कृष्ट प्रशिक्षकों को सम्मानित किया जाता है।
इसका नाम द्रोणाचार्य या गुरु द्रोण के नाम पर रखा गया है, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत में अर्जुन के गुरु थे।
पुरस्कार के विजेताओं को द्रोणाचार्य की एक कांस्य प्रतिमा, एक प्रमाण-पत्र एवं नकद पुरस्कार दिया जाता है।
वर्ष 2002 में द्रोणाचार्य पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला एथलेटिक्स कोच रेनू कोहली थीं।
अर्जुन पुरस्कार
यह पुरस्कार पिछले चार वर्षों में खेल-कूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन को मान्यता देता है।
प्राचीन भारतीय महाकाव्य महाभारत के मुख्य नायक अर्जुन के नाम पर, अर्जुन पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1961 में की गई थी।
अर्जुन पुरस्कार के विजेताओं को अर्जुन की एक प्रतिमा, एक प्रमाण-पत्र एवं नकद राशि प्रदान की जाती है।
पहला अर्जुन पुरस्कार भारत के फुटबॉल ओलंपियन पी. के. बनर्जी को प्रदान किया गया था।
अन्ना लम्सडेन पहली महिला अर्जुन पुरस्कार विजेता थीं।
अर्जुन पुरस्कार (लाइफटाइम)
उन सेवानिवृत्त खिलाड़ियों को सम्मानित एवं प्रेरित किया जाता है, जिन्होंने अपने कॅरियर के दौरान खेलों में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है तथा सेवानिवृत्ति के बाद भी खेलों को बढ़ावा देना जारी रखा है।
वर्ष 2024 विजेता: श्री सुच्चा सिंह (एथलेटिक्स) एवं श्री मुरलीकांत राजाराम पेटकर (पैरा-तैराकी)।
मौलाना अबुल कलाम आजाद (MAKA) ट्रॉफी
इसकी स्थापना वर्ष 1956-1957 में की गई थी।
यह किसी संस्थान या विश्वविद्यालय को पिछले एक वर्ष में अंतरविश्वविद्यालय टूर्नामेंट में शीर्ष प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
पुरस्कार में एक ट्रॉफी शामिल है, जो हर वर्ष विजेता को दी जाती है एवं नकद पुरस्कार भी शामिल है।
वर्ष 2024 विजेता: चंडीगढ़ विश्वविद्यालय।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार
पिछले तीन वर्षों में खेल प्रोत्साहन एवं विकास में उनके योगदान के लिए संगठनों या व्यक्तियों को मान्यता देता है।
वर्ष 2024 विजेता: फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया।
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