100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

न्यूरालिंक: नैतिक परिप्रेक्ष्य

Lokesh Pal February 09, 2024 03:55 124 0

संदर्भ

हाल ही में एलन मस्क ने ट्विटर/एक्स पर घोषणा की कि न्यूरालिंक डिवाइस का पहला मानव प्रत्यारोपण (जिसे टेलीपैथी कहा जाता है) हासिल कर लिया गया है और पुनर्प्राप्ति एवं प्रारंभिक डेटा संग्रह प्रगति पर है। 

  • न्यूरालिंक (Neuralink) एक तकनीकी स्टार्टअप है और उनकी स्वामित्व वाली चिप एक शल्य चिकित्सा द्वारा प्रत्यारोपित की जाने वाली डिवाइस है।

संबंधित तथ्य

मानव प्रयोग: कंपनी का PRIME अध्ययन, जिसे पिछले साल अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा अनुमोदित किया गया था, अपने विचारों से बाहरी उपकरणों को नियंत्रित करने के लिए पैरालिसिस से पीड़ित लोगों के लिए ब्रेन प्रत्यारोपण का परीक्षण कर रहा है।

न्यूरालिंक प्रौद्योगिकी (Neuralink Technology) के बारे में

    • न्यूरालिंक एक न्यूरोटेक्नोलॉजी कंपनी है, जिसकी स्थापना एलन मस्क ने ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (Brain Computer Interfaces- BCI) विकसित करने के मिशन के साथ की थी।
      • BCI ब्रेन गतिविधि एवं ब्रेन संकेतों का उपयोग करते हैं, उनका विश्लेषण करते हैं और उनको डिकोड करते हैं ताकि उपयोगकर्ता बाहरी उपकरणों को नियंत्रित कर सकें।

      • तथाकथित ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) का प्रारंभिक लक्ष्य लोगों को अकेले अपने विचारों का उपयोग करके कंप्यूटर कर्सर या कीबोर्ड को नियंत्रित करने की अनुमति देना है।
    • टेलीपैथी चिप: यह एक शल्य चिकित्सा द्वारा प्रत्यारोपित की जाने वाली चिप है, जो व्यक्तिगत न्यूरॉन्स से डेटा रिकॉर्ड करती है और इसे कार्य निष्पादन के लिए कंप्यूटर में भेजती है।
    • मानव अनुप्रयोग: विचार एवं इरादों के माध्यम से क्वाड्रीप्लेजिक व्यक्तियों को डिजिटल उपकरणों को नियंत्रित करने की क्षमता बहाल करना।
      • क्वाड्रीप्लेजिक: पैरालिसिस या चार अंगों के कार्य की हानि से संबंधित।
  • विजन
  • चिकित्सा आवश्यकताओं के लिए एक सामान्यीकृत ब्रेन इंटरफेस बनाना।
  • स्वस्थ मनुष्यों में मानव संज्ञानात्मक क्षमताओं (Cognitive Abilities) को बढ़ाना। संज्ञानात्मक क्षमताएँ वे कौशल हैं, जिनका उपयोग मस्तिष्क रोजमर्रा के कार्यों जैसे सोचने, सीखने, ध्यान देने आदि के लिए करता है।
  • चिंताएँ: स्वस्थ मनुष्यों में संज्ञानात्मक क्षमताओं को बदलने और बढ़ाने के लिए, नैतिक और कानूनी चिंताओं को भी उजागर कर सकता है।

न्यूरालिंक कैसे काम करता है? 

  • प्रत्यारोपण: पहले चरण में मस्तिष्क में शल्य चिकित्सा द्वारा एक टेलीपैथी चिप प्रत्यारोपित करना शामिल है।

    • यह एक सिक्के के आकार की है और इसे मानव ब्रेन में प्रत्यारोपित करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें अत्यंत पतली तारें सीधे मस्तिष्क में जाती हैं।
  • ब्रेन-कंप्यूटर संचार: एक बार प्रत्यारोपित होने के बाद, चिप ब्रेन में न्यूरॉन्स द्वारा उत्पन्न विद्युत संकेतों को रिकॉर्ड कर सकती है। ब्रेन की गतिविधियों के पैटर्न को समझने के लिए इन संकेतों को एल्गोरिदम द्वारा डिकोड एवं व्याख्या की जा सकती है।
  • डेटा प्रोसेसिंग: मस्तिष्क गतिविधियों, जैसे मोटर कमांड या संवेदी इनपुट के बारे में सार्थक जानकारी निकालने के लिए रिकॉर्ड किए गए तंत्रिका संकेतों को एल्गोरिदम द्वारा संसाधित किया जाता है।
  • बाहरी संचार: संसाधित तंत्रिका संकेतों का उपयोग कंप्यूटर या कृत्रिम अंगों जैसे बाहरी उपकरणों को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति अपने विचारों का उपयोग करके बाहरी दुनिया के साथ संवाद स्थापित कर सकते हैं।

अध्ययन से जुड़े प्रोटोकॉल

    • परीक्षणों के लिए समावेशन मानदंड: समावेशन मानदंड ‘एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस’ (Amyotrophic Lateral Sclerosis- ALS) या रीढ़ की हड्डी की चोट से क्वाड्रिप्लेजिया वाले वयस्क रोगियों को निर्दिष्ट करते हैं, जिनमें चोट लगने के एक साल बाद तक बहुत सुधार नहीं हुआ है और जिनके पास एक पूर्णकालिक विश्वसनीय देखभालकर्ता उपलब्ध है।
  • परीक्षणों के लिए बहिष्करण मानदंड 
  • जिन व्यक्तियों में मस्तिष्क की गहरी उत्तेजना के लिए पेसमेकर या इलेक्ट्रोड जैसे अन्य प्रत्यारोपण होते हैं। 
  • जिन लोगों की स्थिति में नियमित MRI स्कैन या ट्रांसक्रानियल मैग्नेटिक स्टिमुलेशन (TMS) जैसी प्रक्रियाओं की आवश्यकता होती है।

न्यूरालिंक से संबंधित नैतिक चिंताएँ

  • डेटा स्वामित्व: डिवाइस द्वारा डिकोड किए गए, रिकॉर्ड किए गए डेटा और उद्देश्यों का स्वामित्व स्पष्ट नहीं है। इससे महत्त्वपूर्ण प्रश्न उठते हैं:-
    • इस रिकॉर्ड किए गए डेटा का स्वामित्व किसके पास रहता है?
    • क्या न्यूरालिंक के पास डेटा स्वामित्व होगा? यदि हाँ, तो वे किसी तीसरे पक्ष की ओर से ‘कार्रवाई करने के इरादे’ के इस स्वामित्व के साथ तकनीकी रूप से क्या कर सकते हैं?
  • सुरक्षा संबंधी चिंता: सर्जरी से बंदरों के मरने की रिपोर्टें भी आई हैं और नैतिक उल्लंघनों से इम्प्लांटेशन प्रक्रिया की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
    • मस्तिष्क में इलेक्ट्रोड की थ्रेडिंग से ब्रेन में कुछ प्रकार की सूक्ष्म चोटें लग सकती हैं जो लंबे समय में न्यूरोडीजेनेरेशन जैसी गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थितियों को जन्म दे सकती हैं।
  • परीक्षण प्रथाओं पर चिंताएँ: एक प्रमुख चिकित्सा नैतिकता की सिफारिश करने वाला समूह, फिजिशियन कमेटी फॉर रिस्पॉन्सिबल मेडिसिन ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन से जैविक परीक्षणों पर प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए न्यूरालिंक को जिम्मेदार ठहराने का अनुरोध किया है।
    • उदाहरण के लिए, रॉयटर्स ने बताया कि वर्ष 2018 में इसकी शुरुआत के बाद से न्यूरालिंक के परीक्षण के दौरान 1,500 से अधिक जानवरों की मौत हो गई है।
  • अधिकतम लाभ बनाम व्यावसायिक नैतिकता: इस बात को लेकर अनिश्चितता है कि न्यूरालिंक मरीजों के संवेदनशील डेटा की सुरक्षा से संबंधित महत्त्वपूर्ण मुद्दों को कैसे हल करेगा? यह सुनिश्चित करना कि कंपनी परीक्षण प्रतिभागियों की भलाई को प्राथमिकता देती है और लाभ के लिए उनके डेटा का शोषण करने से बचती है, इस उभरते परिदृश्य में एक चिंता का विषय बनी हुई है।
  • समानता एवं पहुँच: BCI और संबंधित प्रक्रियाओं से जुड़ी उच्च लागत एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक विभाजन पैदा कर सकती है, जो मुख्य रूप से अमीरों तक पहुँच को सीमित कर सकती है।
  • सुपर ह्यूमन का निर्माण: संज्ञानात्मक क्षमताओं को पुनर्स्थापित करने वाली प्रौद्योगिकियाँ उन विकासों को और सुविधाजनक बना सकती हैं, जो मानवीय क्षमताओं एवं अनुभूति को बढ़ाती हैं, जिससे असमानता, भेदभाव, मानवता की हानि और बढ़ी हुई क्षमताओं के संभावित दुरुपयोग से सामाजिक व्यवधान या संघर्ष जैसी चिंताएँ उत्पन्न होती हैं।
    • उदाहरण के लिए ‘यूएस डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी’ (DARPA) की BRAIN पहल का उद्देश्य सैनिकों की संज्ञानात्मक क्षमताओं में सुधार करना है।
  • पारदर्शिता पर चिंताएँ: शल्य चिकित्सा द्वारा प्रत्यारोपित चिप के परीक्षण सीमित पारदर्शिता के साथ गोपनीयता में घिरे हुए हैं।
    • वैज्ञानिक समुदाय की जाँच का सामना करने के लिए डेटा की उपलब्धता एवं पारदर्शिता के संबंध में चिंताएँ उत्पन्न होती हैं।

उभरते अधिकार

  • संज्ञानात्मक स्वतंत्रता (Cognitive Liberty): यह सिद्धांत कि व्यक्तियों को अपनी चेतना, अनुभूति और मानसिक प्रक्रियाओं के बारे में नियंत्रण करने और स्वायत्त निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए।
    • इसमें बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप के बिना अपने मन का पता लगाने और उसे बदलने की स्वतंत्रता शामिल है।
    • इसमें यदि वांछित हो तो प्रौद्योगिकियों में संशोधन करने का अधिकार शामिल है, जब तक कि यह दूसरों को नुकसान न पहुँचाए।
  • मानसिक गोपनीयता: अनधिकृत विचारों, भावनाओं और मानसिक स्थिति की सुरक्षा।
    • न्यूरोटेक्नोलॉजी में प्रगति के साथ, सहमति के बिना तंत्रिका गतिविधि को पढ़ने या हेरफेर करने की आक्रामक तकनीकों की क्षमता के बारे में चिंता बढ़ रही है।
    • मानसिक गोपनीयता अधिकार मन की आंतरिक कार्यप्रणाली को सुरक्षित रखने का प्रयास करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि व्यक्तियों का इस पर नियंत्रण है कि उनके विचारों एवं भावनाओं तक कौन पहुँच सकता है।
  • मानसिक अखंडता: व्यक्तियों की संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली एवं मनोवैज्ञानिक कल्याण को नुकसान या हेरफेर से सुरक्षा।
    • इसमें यह सुनिश्चित करना शामिल है कि मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को संशोधित करने वाली प्रौद्योगिकियाँ सुरक्षित, नैतिक और व्यक्तियों के मूल्यों और लक्ष्यों के अनुरूप हैं।
    • ये अधिकार न्यूरोमॉड्यूलेशन तकनीकों के उपयोग में शोषण से रक्षा करते हैं और व्यक्तियों के दिमाग की प्रामाणिकता एवं स्वायत्तता को संरक्षित करने के महत्त्व पर जोर देते हैं।
  • मनोवैज्ञानिक निरंतरता: समय के साथ व्यक्तियों की स्वयं की भावना, पहचान और व्यक्तिगत इतिहास का संरक्षण भी आवश्यक है।
    • जैसे-जैसे न्यूरोटेक्नोलॉजी आगे बढ़ती है, हस्तक्षेप की संभावना के बारे में चिंताएँ होती हैं जो किसी व्यक्ति के व्यक्तिपरक अनुभव को बदल सकती हैं।
    • ये अधिकार यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मानसिक स्थिति में कोई भी बदलाव उनकी मौलिक भावना को कमजोर न करे।

आगे की राह

  • सुरक्षा और नैतिक मानकों का आह्वान: मानव विचार एवं अनुभूति तक पहुँच के लिए मजबूत उपयोगकर्ता गोपनीयता सुरक्षा की आवश्यकता होती है। उपयोगकर्ता की गोपनीयता, सुरक्षा उपायों के लिए एकीकृत नीति निर्माण महत्त्वपूर्ण है, जिससे स्पष्ट उपयोगकर्ता अनुमतियाँ सुनिश्चित होती हैं।
  • पारदर्शी डेटा प्रथाएँ: सरकारों को यह ट्रैक करना चाहिए कि निजी संगठन मस्तिष्क सिग्नल डेटा का उपयोग कैसे करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह राष्ट्रीय एवं वैश्विक उपभोक्ता गोपनीयता और डेटा-संग्रह कानून, जैसे उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम (CPA) और यूरोपीय संघ के सामान्य डेटा संरक्षण विनियमन (GDPR) के साथ संरेखित हो।
  • विचार-विमर्श और नैतिक विचारों पर जोर: अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा नीतियों, सुरक्षा उपायों, कानूनी ढाँचे और नैतिक आयामों का गहन मूल्यांकन महत्त्वपूर्ण है।
  • ऐसे भविष्य का लक्ष्य रखना जहाँ BCI बुनियादी मूल्यों को संरक्षित करते हुए मानवीय क्षमता को बढ़ाना आवश्यक है।
  • अधिक खुलापन एवं पारदर्शिता: गोपनीयता विश्वास को खत्म कर देती है इसलिए न्यूरालिंक और अन्य न्यूरोटेक्नोलॉजी कंपनियों को वैज्ञानिक समुदाय के भीतर विश्वास पैदा करने के लिए खुलेपन एवं पारदर्शिता को प्राथमिकता देनी चाहिए।
  • दीर्घकालिक योजना और विधान: BCI के जोखिमों को कम करने के लिए विधान समर्थित नीतियाँ आवश्यक हैं। कानून एवं नीति-निर्माण में न्यूरो-अधिकारों की स्थापना, जैसा कि चिली और स्पेन जैसे देशों में देखा गया है, महत्त्वपूर्ण है।
  • समानता एवं पहुँच सुनिश्चित करना: विविध पृष्ठभूमि के व्यक्तियों के लिए BCI प्रौद्योगिकियों की पहुँच सुनिश्चित करना, समावेशिता को बढ़ावा देना और सामाजिक असमानताओं को कम करना।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.