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वर्ष 2024 में खोजी गई पौधों और जीवों की उल्लेखनीय प्रजातियाँ

Lokesh Pal July 02, 2025 02:34 14 0

संदर्भ 

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जैव विविधता खोजों पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की।

संबंधित तथ्य

यह डेटा वर्ष 2024 में भारतीय वनस्पतियों और जीवों में जोड़ी गई नई प्रजातियों और अभिलेखों को दर्शाता है, जो एक अति विविध राष्ट्र के रूप में भारत की स्थिति की पुष्टि करता है।

भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (Botanical Survey of India-BSI)

  • वर्ष 1890 में स्थापित BSI, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और भारत में जंगली पौधों के वर्गीकरण तथा पुष्प विज्ञान संबंधी अध्ययन के लिए सर्वोच्च संस्था है।
  • यह पौधों की जैव विविधता से संबंधित अन्वेषण, संरक्षण आकलन और प्रकाशन करता है।
  • BSI का मुख्यालय कोलकाता में है, जिसके 9 क्षेत्रीय मंडल देश के विभिन्न पारिस्थितिकी क्षेत्रों में स्थित हैं।

भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (Zoological Survey of India- ZSI)

  • ZSI पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) के तहत एक प्रमुख संस्थान है, जिसकी स्थापना वर्ष 1916 में हुई थी।
  • यह भारत के जीव-जंतुओं के संसाधनों पर सर्वेक्षण, दस्तावेजीकरण और शोध के लिए जिम्मेदार है।
  • इसका मुख्यालय कोलकाता में स्थित है, जिसके देश भर में 16 क्षेत्रीय केंद्र हैं।

  • निष्कर्ष दो प्रमुख वार्षिक प्रकाशनों के माध्यम से जारी किए गए: भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (Zoological Survey of India- ZSI) द्वारा “पशु खोज 2024” और भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (Botanical Survey of India- BSI) द्वारा “वनस्पति खोज 2024”।

मेगा (अति)  विविधता से तात्पर्य किसी देश की जैव विविधता में असाधारण समृद्धि से है। किसी देश को मेगा (अति)विविधता वाला तब माना जाता है, जब उसमें कम-से-कम 5,000 पौधों की प्रजातियाँ हों और उसकी सीमाओं के साथ समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र तक पहुँच हो।

भारत की जैव विविधता

  • भारत, जिसे वैश्विक स्तर पर 17 ‘मेगाडाइवर्स’ देशों में से एक के रूप में नामित किया गया है, पृथ्वी के केवल 2.4% भू भाग के उपयोग के बावजूद दुनिया की दर्ज जैव विविधता के लगभग 8% का समर्थन करता है।
  • भारत में अब जीवों की 1,05,244 प्रजातियाँ और उप-प्रजातियाँ हैं, जिनमें प्रोटिस्ट से लेकर स्तनधारी तक शामिल हैं।
  • भारत में पौधों की 56,177 दर्ज प्रजातियाँ हैं, जिनमें एंजियोस्पर्म, जिम्नोस्पर्म, ब्रायोफाइट्स, कवक और शैवाल जैसे समूह शामिल हैं।

भारत में जीव-जंतु और पुष्प संबंधी प्रमुख खोज

जीव-जंतु संबंधी खोजें

  • वर्ष 2024 में, भारत ने अपने जीव-जंतुओं के डेटाबेस में 683 प्रजातियाँ जोड़ीं, जिनमें 459 नई वर्णित प्रजातियाँ और 224 प्रजातियाँ शामिल हैं, जो देश के लिए नए रिकॉर्ड हैं।
  • केरल (101) में सबसे अधिक जीव-जंतुओं की खोज दर्ज की गई, उसके बाद कर्नाटक (82) और तमिलनाडु (63) का स्थान रहा।
  • अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और पश्चिम बंगाल सहित पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों ने भी महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
  • अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, जो एक महत्त्वपूर्ण जैव विविधता हॉटस्पॉट है, से वर्ष 2024 में कुल 14 नई पशु प्रजातियों की खोज तथा 29 नई प्रजातियों के रिकॉर्ड दर्ज किए गए हैं।
  • इसके विपरीत, चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा और तेलंगाना में सबसे कम प्रजातियाँ दर्ज की गई।

महत्त्वपूर्ण पशु खोजों में शामिल हैं:

  • सरीसृपों की दो नई प्रजातियों और 37 प्रजातियों की खोज।
  • पाँच नई उभयचर प्रजातियों की पहचान।
  • उल्लेखनीय सरीसृप प्रजातियों में से एक में द्रविड़ोसेप्स गौएन्सिस शामिल है, जिसे एक नए जीनस के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है।
  • कोलुब्रिडे परिवार से संबंधित एंगुइकुलस डिकैप्रियोई नामक प्रजाति का नाम अभिनेता लियोनार्डो डिकैप्रियो के सम्मान में उनके पर्यावरण समर्थन के लिए रखा गया था।

पुष्प खोजें

  • भारत ने वर्ष 2024 में अपने पुष्प डेटाबेस में 433 टैक्सा जोड़े, जिसमें 410 नई वर्णित प्रजातियाँ और 23 इन्फ्रा-विशिष्ट टैक्सा शामिल हैं।
  • सबसे अधिक पौधों की खोज केरल से हुई, उसके बाद महाराष्ट्र और उत्तराखंड का स्थान रहा।
  • ये खोजें कई पौधों के समूहों में विस्तृत हैं, जिनमें एंजियोस्पर्म, टेरिडोफाइट्स, ब्रायोफाइट्स, लाइकेन, कवक, शैवाल और सूक्ष्मजीव शामिल हैं।
  • हॉटस्पॉट क्षेत्रों, जैसे कि पश्चिमी घाट और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों ने कुल खोजों में 35% का योगदान दिया है।
  • इन खोजों में महत्त्वपूर्ण बागवानी, औषधीय, कृषि और सजावटी पौधों की कई निकट प्रजातियाँ शामिल हैं, जैसे कि बेगोनिया, इम्पैटेंस, फलियाँ, जिंजीबर और ऑर्किड

नए पौधों की खोज में शामिल हैं

  • विभिन्न आर्किड प्रजातियाँ जैसे कि बल्बोफिलम गोपालियनम, कोलोगिन ट्रिपुरेंसिस, गैस्ट्रोडिया इंडिका और गैस्ट्रोडिया सिक्कीमेंसिस
  • फलियाँ, अदरक और घास जैसी महत्त्वपूर्ण प्रजातियाँ से कई नई पौधों की प्रजातियाँ भी खोजी गईं।

भारत के जीव-जंतुओं की सूची – संस्करण 2.0

  • भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (Zoological Survey of India- ZSI) ने भारत के जीवों की चेकलिस्ट का संस्करण 2.0 जारी किया।
  • अद्यतन सूची में 1,05,244 प्रजातियाँ और उप-प्रजातियाँ शामिल हैं, जो प्रोटिस्ट से लेकर स्तनधारियों तक 121 वर्गीकरण समूहों को कवर करती हैं।
  • कीट, विशेष रूप से भृंग, पतंगे, मक्खियाँ और मधुमक्खियाँ, जीव विविधता का सबसे बड़ा हिस्सा बनाते हैं।
  • कशेरुकियों में, मछलियाँ सबसे अधिक संख्या में प्रतिनिधित्व करने वाला समूह है।
  • चेकलिस्ट को वार्षिक रूप से अद्यतित किया जाता है और अब शोधकर्ताओं तथा नीति निर्माताओं द्वारा आसान पहुँच के लिए इसे डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध कराया जाएगा।

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