भारत का पहला विदेशी जन औषधि केंद्र मॉरीशस में खोला गया।
India’s First Overseas Jan Aushadi Kendra Inaugurated in Mauritius.
भारत-मॉरीशस स्वास्थ्य साझेदारी परियोजना के तहत मॉरीशस में भारत का पहला विदेशी जन औषधि केंद्र (Jan Aushadhi Kendra) खोला गया।
यह पहल हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) के देशों के साथ भारत के गहरे होते संबंधों का उदाहरण है।
जन औषधि केंद्रों के बारे में
जन औषधि केंद्र सभी को सस्ती जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराने के लिए स्थापित किए गए हैं।
जेनेरिक दवाएँ ब्रांडेड दवाओं के समान संरचना वाली दवाएँ हैं, लेकिन पेटेंट समाप्त होने के बाद बनाई जाती हैं।
भारत मुख्य रूप से ब्रांडेड जेनेरिक दवाओं का बाजार है, जहाँ कई फार्मा कंपनियाँ जेनेरिक दवाओं के अपने ब्रांड बेचती हैं।
व्यापारिक जेनेरिक सीधे अस्पतालों और औषधालयों को बेची जाती हैं। विपणन लागत के अभाव में, गैर-ब्रांडेड जेनेरिक की कीमतें बहुत कम हैं।
मूल योजना: पीएम भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य जन औषधि केंद्र/मेडिकल स्टोर नामक विशेष दुकानों के माध्यम से सभी को, विशेष रूप से गरीबों और वंचितों को, सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराना है।
कार्यान्वित: फार्मा और मेडिकल ब्यूरो ऑफ इंडिया (PM Bhartiya Janaushadhi Pariyojana- PMBJP), रसायन और उर्वरक मंत्रालय (भारत सरकार)।
PMBJP एक सरकारी एजेंसी है, जो जन औषधि केंद्रों के माध्यम से जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति, खरीद और विपणन का समन्वय करती है।
यह औषधि विभाग का हिस्सा है और प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है।
जन औषधि केंद्रों के लाभ
दवाइयों की वहनीयता में वृद्धि: जन औषधि केंद्रों ने कई लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा की लागत में उल्लेखनीय कमी की है और जेब से होने वाले खर्च में कमी की है।
दवाइयों तक बेहतर पहुँच: उन्होंने पहले से कम सुविधा वाले क्षेत्रों में आवश्यक दवाइयों को अधिक आसानी से उपलब्ध कराया है।
औषधि के तर्कसंगत उपयोग को बढ़ावा देना: ये केंद्र दवाओं के उचित उपयोग के बारे में जानकारी और परामर्श प्रदान करते हैं, जिससे दुरुपयोग और अति प्रयोग को कम करने में मदद मिल सकती है।
मॉरीशस के बारे में
अवस्थिति: मॉरीशस हिंद महासागर में अफ्रीका के पूर्वी तट पर स्थित एक द्वीपीय देश है।
उत्पत्ति: यह मूल रूप से ज्वालामुखीय है और लगभग पूरी तरह से प्रवाल भित्तियों से घिरा हुआ है।
राजधानी: पोर्ट लुइस
भाषाएँ: अंग्रेजी, फ्रेंच, मॉरीशस क्रियोल
जलवायु: समुद्री उपोष्णकटिबंधीय
क्रिप्टोकरेंसी फर्म वजीरएक्स को बड़ी सुरक्षा चूक का सामना करना पड़ा
Cryptocurrency Firm WazirX Suffered Major Security Breach.
भारत की एक प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी फर्म वजीरएक्स (WazirX) पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ, जिसमें हैकर्स ने कथित तौर पर $230 मिलियन से अधिक की चोरी की, जो कि प्लेटफॉर्म के रिजर्व का लगभग आधा हिस्सा है।
इसे भारत में किसी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज का सबसे बड़ा सुरक्षा उल्लंघन बताया जा रहा है।
यह घटना क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के सामने आने वाली सुरक्षा चुनौतियों और वैश्विक हैकर्स के प्रति उनकी बढ़ती भेद्यता को रेखांकित करती है।
कंपनी ने प्लेटफॉर्म पर रुपए और क्रिप्टो निकासी को अस्थायी रूप से रोक दिया है।
उल्लंघन का कारण: लिमिनल (Liminal) के इंटरफेस पर प्रदर्शित डेटा और वास्तविक लेनदेन सामग्री के बीच विसंगति।
लिमिनल एक अलग डिजिटल एसेट कस्टडी और वॉलेट इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदाता है।
संबंधित डेटा: ब्लॉकचेन डेटा प्लेटफॉर्म चेनएनालिसिस (Chainalysis) के अनुसार, वर्ष 2022 में उपयोगकर्ताओं से $3.8 बिलियन से अधिक मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी चुराई गई।
वर्ष 2023 में, यह संख्या घटकर लगभग $1.7 बिलियन रह गई।
अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टो हैक मार्च 2022 में हुई थी जब हैकर्स ने रोनिन नेटवर्क पर हमला किया था। उन्होंने लगभग $625 मिलियन मूल्य के एथेरियम और USDC स्टेबलकॉइन चुरा लिए।
क्रिप्टोकरेंसी के बारे में
क्रिप्टोकरेंसी एक बैंक-स्वतंत्र डिजिटल मुद्रा है, जो किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप या केंद्रीय प्राधिकरण की निगरानी के बिना डिजिटल लेजर में लेन-देन को रिकॉर्ड करने और सत्यापित करने के लिए ब्लॉकचेन नामक एक विकेंद्रीकृत तकनीक का उपयोग करती है।
लेनदेन क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुगम होते हैं और लेनदेन की सुरक्षा और गुमनामी सुनिश्चित करने के लिए पैसे भेजने तथा प्राप्त करने के लिए एक वर्चुअल वॉलेट का उपयोग किया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी के उदाहरण बिटकॉइन, एथेरम, रिपल और लेटेकॉइन हैं।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी एक वैध मुद्रा नहीं है।
याद रखने योग्य शब्दावलियाँ
श्वेतसूचीकरण (Whitelisting): श्वेतसूचीकरण एक साइबर सुरक्षा रणनीति है, जो केवल अनुप्रयोगों, कार्यक्रमों, वेबसाइटों, आईपी पते, ईमेल पते या IP डोमेन की एक अनुमोदित सूची को संरक्षित कंप्यूटर या नेटवर्क में चलाने की अनुमति देती है।
मल्टीसिग वॉलेट: मल्टीसिग वॉलेट (मल्टी-सिग्नेचर वॉलेट) के रूप में जाना जाने वाला एक क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में लेनदेन पर हस्ताक्षर करने और उसे स्वीकृत करने के लिए दो या अधिक निजी कुंजियों का उपयोग शामिल होता है।
ये वॉलेट तब सबसे उपयोगी होते हैं, जब क्रिप्टोकरेंसी या अन्य डिजिटल संपत्ति कई व्यक्तियों के स्वामित्व में होती है या किसी कंपनी द्वारा हिरासत में रखी जाती है।
Latest Comments