कावेरी जलग्रहण क्षेत्र में लगातार वर्षा के कारण कृष्णराज सागर (Krishnaraja Sagar- KRS) एवं काबिनी बाँध (Kabini dam) से जल का बहाव बढ़ गया है।
काबिनी नदी (Kabini River) के बारे में
काबिनी नदी: काबिनी, जिसे काबानी या कपिला नदी के नाम से भी जाना जाता है, कावेरी नदी की एक महत्त्वपूर्ण सहायक नदी है।
उत्पत्ति: इसका उद्गम केरल की पकरामथलम पहाड़ियों से होता है, जो पनामाराम नदी एवं मननथावडी नदी के संगम से निर्मित होती है।
प्रवाह: काबिनी नदी पूर्व की ओर बहती है एवं कर्नाटक के मैसूर जिले में तिरुमकुडालु नरसीपुरा में कावेरी नदी में मिलती है।
काबिनी बाँध: काबिनी बाँध, एक चिनाई वाला ग्रेविटेशनल बाँध, बीचनहल्ली गाँव के पास काबिनी नदी पर बनाया गया है।
बैकवाटर काबिनी बाँध का बैकवाटर कर्नाटक में स्थित है। ये बैकवाटर वन्य जीवन के लिए प्रचुर मात्रा में हैं, विशेषकर गर्मियों में जब जल का स्तर कम हो जाता है, तो हरे-भरे घास के मैदान बन जाते हैं।
मसाई
तंजानिया हजारों मसाई लोगों को उनकी पैतृक भूमि से जबरन बेदखल कर रहा है।
मसाई
मसाई के बारे में: मसाई जनजातियाँ पूर्वी अफ्रीका में एक स्वदेशी नृजातीय समूह हैं। वे केन्या एवं उत्तरी तंजानिया में रहने वाले अर्द्ध-खानाबदोश चरवाहे हैं।
जातीयता: मसाई सबसे प्रमुख अफ्रीकी जातीय समूहों में से एक है, जो अपनी विशिष्ट परंपराओं, रीति-रिवाजों एवं पोशाक के साथ-साथ पूर्वी अफ्रीका के कई राष्ट्रीय खेल पार्कों से निकटता के लिए प्रसिद्ध है।
भाषा: मसाई लोग मा बोलते हैं, जो निलो-सहारन परिवार से ली गई भाषा है। वे तंजानिया एवं केन्या की आधिकारिक भाषाओं का भी उपयोग करते हैं, जो स्वाहिली और अंग्रेजी हैं।
मसाई संस्कृति: मसाई समाज पूरी तरह से पितृसत्तात्मक समाज है।
मसाई धर्म: मसाई लोग एकेश्वरवादी हैं एवं उनके भगवान का नाम एंगाई या एनकाई है।
सतत् आजीविका के लिए पारंपरिक ज्ञान
(Traditional Knowledge for Sustainable Livelihoods)
ISTIC, CSIR-TKDL एवं CSIR-IICT के सहयोग से, यूनेस्को के तत्त्वावधान में ‘सतत् आजीविका के लिए पारंपरिक ज्ञान’ (Traditional Knowledge for Sustainable Livelihoods) पर STI कॉन्क्लेव की मेजबानी कर रहा है।
सतत् आजीविका के लिए पारंपरिक ज्ञान
फोकस क्षेत्र: कॉन्क्लेव कई विषयों को संबोधित करता है, जिसमें जैव विविधता, पारंपरिक सांस्कृतिक अभिव्यक्ति, एकीकृत स्वास्थ्य एवं अनुसंधान, पारंपरिक ज्ञान (Traditional Knowledge- TK), बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights- IPR) तथा संबंधित मुद्दों के साथ-साथ दक्षिण-दक्षिण सहयोग पर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय नीतियाँ शामिल हैं।
लक्ष्य: पारंपरिक ज्ञान को डिजिटल बनाने एवं संरक्षित करने में विशेषज्ञता विकसित करना। बौद्धिक संपदा तथा सामुदायिक अधिकारों से संबंधित मुद्दों से निपटना।
स्थानीय ज्ञान पर आधारित स्थायी प्रथाओं के माध्यम से क्षेत्रीय विकास चुनौतियों पर नियंत्रण पाने के लिए सहयोगात्मक सीखने एवं साझेदारी बनाने पर जोर दिया गया है।
मंच: इंडोनेशिया, फिलीपींस, नेपाल, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, केन्या, मलेशिया और भारत के प्रतिभागी पारंपरिक ज्ञान पर चुनौतियों एवं सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करेंगे।
ISTIC-UNESCO
ISTIC के बारे में: ISTIC एक यूनेस्को (UNESCO) श्रेणी 2 केंद्र है, जिसे वर्ष 2008 से मलेशियाई सरकार द्वारा होस्ट किया गया है। यह दक्षिण-दक्षिण सहयोग का समर्थन करने वाले स्थायी कार्यक्रमों एवं सेवाओं के लिए एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में कार्य करता है।
मिशन: दक्षिण-दक्षिण सहयोग में सतत् विकास एवं संस्थागत उत्कृष्टता के लिए एक प्रमुख मंच बनना।
विजन: विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार (Science, Technology, and Innovation- STI) में विश्व स्तर पर नेतृत्व करना तथा विकासशील देशों के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देना।
ग्लोबल वॉटर टेक समिट – 2024
केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission- CWC) को ‘वाटर डिपार्टमेंट ऑफ द ईयर’ (Water Department of the Year) के लिए GEEF ग्लोबल वॉटरटेक पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
ग्लोबल वॉटरटेक पुरस्कार
मान्यता: यह पुरस्कार नवाचार, प्रौद्योगिकी, संरक्षण एवं सतत् विकास पर जोर देने के साथ जल क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों को मान्यता देता है।
CWC की भूमिका: CWC को जल-मौसम संबंधी डेटा संग्रह, बाढ़ पूर्वानुमान, जलाशय भंडारण निगरानी, जल गुणवत्ता मूल्यांकन, तटीय क्षेत्र प्रबंधन, जल संसाधन परियोजनाओं के मूल्यांकन एवं निरीक्षण तथा अंतर-राज्यीय जल विवादों को संबोधित करने में आवश्यक योगदान के लिए सम्मानित किया गया था।
Ideas4LiFE पोर्टल
हाल ही में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने IIT दिल्ली में ‘Ideas4LiFE पोर्टल’ लॉन्च किया।
Ideas4LiFE पोर्टल के बारे में
Ideas4LiFE पोर्टल: यह पहल उन उत्पादों एवं सेवाओं के लिए विचारों को आमंत्रित करने के लिए शुरू की गई थी, जो पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली के प्रति व्यवहारिक परिवर्तनों को बढ़ावा देते हैं।
उद्देश्य: इसका उद्देश्य वैश्विक मिशन LiFE में अपने नवीन विचारों का योगदान करने के लिए छात्रों, शिक्षकों एवं अनुसंधान विद्वानों को प्रेरित करना तथा संलग्न करना है।
अवसर: यह रचनात्मक युवाओं के लिए पर्यावरणीय स्थिरता के लिए समर्पित वैश्विक आंदोलन में शामिल होने का महत्त्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।
पोर्टल विषय-वस्तु: Ideas4LiFE पोर्टल को विचारों एवं नवाचारों को ऑनलाइन प्रस्तुत करने को सरल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। प्रतिभागियों को मिशन LiFE के सात विषयों में से एक के तहत अपनी अवधारणाएँ प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया जाता है:
जल बचाना।
ऊर्जा बचाना।
कूड़ा कम करना।
ई-कचरा कम करना।
सिंगल-यूज प्लास्टिक को न कहना।
सतत् खाद्य प्रणाली अपनाना।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना।
तरंग शक्ति (Tarang Shakti)
भारत दो चरणों में अंतरराष्ट्रीय हवाई अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ (Tarang Shakti) की मेजबानी करेगा, जो तमिलनाडु एवं राजस्थान में होगा।
तरंग शक्ति (Tarang Shakti)
उद्देश्य: तरंग शक्ति अभ्यास का उद्देश्य सहयोग, रणनीतिक संरेखण एवं ज्ञान तथा सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान को बढ़ावा देकर भाग लेने वाली वायु सेनाओं के बीच अंतरसंचालनीयता में सुधार और शांति को बढ़ावा देना है।
उद्देश्य: मुख्य उद्देश्य बढ़े हुए सहयोग के माध्यम से सामूहिक सुरक्षा एवं क्षेत्रीय स्थिरता प्राप्त करना है।
भाग लेने वाले राष्ट्र: दल भेजने वाले देशों में ऑस्ट्रेलिया, फ्राँस, जर्मनी, जापान, स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम एवं संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।
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