उपभोक्ता मामलों के विभाग ने उपभोक्ताओं को डार्क पैटर्न से बचाने के लिए राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 2024 पर ‘जागो ग्राहक जागो ऐप’, ‘जागृति ऐप’ एवं ‘जागृति डैशबोर्ड’ लॉन्च किया है।
उपभोक्ता संरक्षण के लिए ऐप्स
जागो ग्राहक जागो ऐप: उपभोक्ताओं को ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान असुरक्षित URL के बारे में सचेत करता है, आवश्यक e-कॉमर्स जानकारी प्रदान करता है।
जागृति ऐप: उपभोक्ताओं को केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) के साथ शिकायत दर्ज करने, डार्क पैटर्न वाले संदिग्ध URL की रिपोर्ट करने में सक्षम बनाता है।
जागृति डैशबोर्ड: e-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों में डार्क पैटर्न पर रियल टाइम की रिपोर्ट प्रदान करता है, CCPA की निगरानी एवं प्रवर्तन में सहायता करता है।
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस, 2024
भारत में हर वर्ष 24 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस मनाया जाता है। यह वह दिन है, जब उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 लागू किया गया था।
वर्ष 2024 थीम: ‘वर्चुअल सुनवाई एवं उपभोक्ता न्याय तक डिजिटल पहुँच’।
महत्त्व: उपभोक्ता अधिकारों को मान्यता प्रदान करता है एवं व्यक्तियों को अनुचित व्यापार प्रथाओं के विरुद्ध न्याय माँगने का अधिकार देता है।
कश्मीरी पेपर माचे
श्रीनगर के पेपर माचे (कागज की लुगदी) कारीगर डोडो की मूर्तियाँ बना रहे हैं। डोडो एक पक्षी है, जो भारत में 1681 ईसवी में विलुप्त हो गया था।
डोडो मॉरीशस का राष्ट्रीय प्रतीक है।
कश्मीरी पेपर माचे (Kashmiri Papier-Mache)
कश्मीरी पेपर-माचे एक पारंपरिक शिल्प है, जिसे 14वीं शताब्दी में फारस के एक सूफी फकीर मीर सैय्यद अली हमदानी द्वारा कश्मीर में लाया गया था।
इसमें फूलदान, कटोरे, कप, ट्रे एवं लैंप बेस जैसी सजावटी तथा रंगीन वस्तुएँ बनाने के लिए कागज की लुगदी का उपयोग करना शामिल है।
इस शिल्प का अभ्यास श्रीनगर एवं कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में किया जाता है तथा भारत के भीतर एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका विपणन किया जाता है।
यह शिल्प भौगोलिक संकेत अधिनियम 1999 के अंतर्गत संरक्षित है एवं वर्ष 2011 में ‘कश्मीर पेपर माचे’ के रूप में पंजीकृत किया गया था।
मुगल प्रभाव एवं विस्तार
मुगल काल के दौरान, कश्मीर में पेपर-माचे का उपयोग फर्नीचर तक फैल गया।
उल्लेखनीय उदाहरणों में मदीन साहिब मस्जिद, शाह हमदान मस्जिद एवं श्रीनगर में शालीमार गार्डन में पेपर-माचे का कार्य किया गया है।
किंगफिशर, मेपल के पत्ते जैसे जटिल डिजाइन एवं अरेबेस्क, यारकंद तथा हजारा जैसी शैलियाँ मुख्य विशेषताएँ हैं।
टाइफॉन मिसाइल प्रणाली
हाल ही में फिलीपींस ने समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अमेरिका निर्मित टाइफॉन मिसाइल प्रणाली प्राप्त करने की योजना की घोषणा की।
टाइफॉन मिसाइल प्रणाली
स्थल आधारित ‘मध्यम दूरी क्षमता’ कीमिसाइल प्रणाली
डेवलपर: लॉकहीड मार्टिन के सहयोग से अमेरिकी सेना द्वारा।
रेंज: 300 मील (480 किमी.) की दूरी तय करती है, लंबी दूरी का संस्करण विकासाधीन है।
तकनीक
इलेक्ट्रॉनिक स्टीयरिंग, आवृत्ति विविधता एवं सुसंगत सिग्नल प्रोसेसिंग के साथ उन्नत रडार।
एक साथ कई टारगेट पर नजर रखने एवं उनका मुकाबला करने में सक्षम।
इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर्स (ECM) के प्रति प्रतिरोधी।
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