ब्लू ओरिजिन ने अपनी पहली परीक्षण उड़ान में अपना न्यू ग्लेन रॉकेट लॉन्च किया है, जो पृथ्वी से हजारों मील ऊपर कक्षा में एक प्रोटोटाइप उपग्रह ले जाएगा।
न्यू ग्लेन रॉकेट
न्यू ग्लेन रॉकेट ब्लू ओरिजिन द्वारा विकसित एक हेवी-लिफ्ट लॉन्च व्हीकल है।
रॉकेट का नाम जॉन ग्लेन के नाम पर रखा गया है, जो लगभग 60 वर्ष पहले पृथ्वी की कक्षा में जाने वाले पहले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे।
विशिष्टताएँ: यह लगभग 320 फीट ऊँचा, दो स्टेज इंजन वाला रॉकेट है।
पहला चरण: पुन: प्रयोज्य इंजन है एवं सात BE-4 इंजनों द्वारा संचालित है, जो तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) ईंधन, ऑक्सीजन युक्त चरणबद्ध दहन इंजन हैं।
न्यू ग्लेन का दूसरा चरण दो BE-3U इंजनों द्वारा संचालित है, जो तरल हाइड्रोजन एवं तरल ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं।
पुन: प्रयोज्यता: कम-से-कम 25 उड़ानों के लिए पुन: उपयोग करने के लिए डिजाइन किया गया, जिससे लॉन्च लागत काफी कम हो जाती है।
न्यू ग्लेन से फाल्कन-9 को चुनौती देने की संभावना है, जो स्पेस-X का आंशिक रूप से पुन: प्रयोज्य लॉन्च व्हीकल भी है।
ब्लू ओरिजिन
ब्लू ओरिजिन एक निजी एयरोस्पेस एवं अंतरिक्ष अन्वेषण कंपनी है, जिसकी स्थापना वर्ष 2000 में अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने की थी।
QS वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स-2025
हाल ही में QS वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स- 2025 जारी किया गया है।
QS वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स
सूचकांक भविष्य की नौकरियों में आवश्यक कौशल के लिए भर्ती करने के लिए देश की तैयारी का मूल्यांकन करता है।
जारीकर्ता: इसे लंदन स्थित क्वाक्वेरेली साइमंड्स (Quacquarelli Symonds- QS) द्वारा विकसित किया गया है।
मूल्यांकन: ‘कार्य के भविष्य’ सूचक का मूल्यांकन मुख्यतः माँग पक्ष, अर्थात् रोजगार पोस्टिंग के आधार पर किया गया है।
मापन: कार्य स्कोर का भविष्य यह मापन करता है कि पारंपरिक कौशल समूह की तुलना में भविष्य-केंद्रित कौशल (जैसे डिजिटल, AI एवं हरित दक्षताएँ) ने वैश्विक नौकरी विज्ञापनों में किस स्तर तक प्रवेश किया है।
यह स्कोर विश्व के 280 मिलियन से अधिक रोजगार पोस्टिंग के विश्लेषण से लिया गया है।
मापदंड: रिपोर्ट 4 मुख्य मापदंडों का मापन करती है जैसे,
कौशल योग्यता, शैक्षणिक तत्परता, कार्य का भविष्य, आर्थिक परिवर्तन।
रिपोर्ट की मुख्य बिंदु
भारत की समग्र रैंकिंग इसे ‘भविष्य के कौशल दावेदार’ के रूप में सभी संकेतकों में 25वें स्थान पर रखती है।
शीर्ष दस में शामिल अन्य देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया एवं कनाडा जैसे देशों को “भविष्य के कौशल मार्गदर्शक” के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
भारत का प्रदर्शन
भविष्य की नौकरियाँ: कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) एवं हरित कौशल सहित भविष्य की नौकरियों के लिए तैयारियों के मामले में भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है।
कौशल योग्यता: भारत ने 100 में से 59.1 अंक हासिल किए एवं शीर्ष 30 देशों में इसका प्रदर्शन सबसे खराब है।
खराब प्रदर्शन का कारण यह है कि भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली नियोक्ताओं की बढ़ती आवश्यकताओं के साथ तालमेल बिठाने के लिए संघर्ष कर रही है।
आर्थिक परिवर्तन: भारत को इस पैरामीटर पर 58.3 अंक प्राप्त हुए है:
यह विकास, कार्यबल दक्षता एवं उच्च शिक्षा की विकसित होती भूमिका की परस्पर क्रिया से प्रेरित है।
चुनौतियाँ: निवेश और नवाचार क्षमता में अंतराल हैं, जो चुनौतियाँ उत्पन्न करते हैं, जो दीर्घकालिक विकास को धीमा कर सकते हैं।
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