100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

संक्षेप में समाचार

Lokesh Pal April 18, 2025 03:35 16 0

मेघयान-25 (MEGHAYAN-25)

भारतीय नौसेना के मौसम विज्ञान एवं महासागर विज्ञान संगोष्ठी का तीसरा संस्करण मेघयान-25, (MEGHAYAN-25) 14 अप्रैल, 2025 को दिल्ली के नौसेना भवन में आयोजित किया गया।

मेघयान-25 के बारे में

  • यह संगोष्ठी विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के गठन एवं WMO दिवस 2025 को मनाने के लिए आयोजित की गई थी।
    • WMO दिवस प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को मनाया जाता है।
  • वर्ष 2025 में WMO दिवस की थीम: ‘प्रारंभिक चेतावनी के अंतर को एक साथ पाटना’ (Closing the Early Warning Gap Together)।
  • इस संगोष्ठी में विभिन्न मौसम विज्ञान, समुद्र विज्ञान एवं समुद्री संगठनों के विशेषज्ञ एक साथ आए।

मेघयान-25 की मुख्य घटनाएँ

  • इस कार्यक्रम के दौरान MOSDAC-IN (मौसम विज्ञान एवं समुद्र विज्ञान उपग्रह डेटा अभिलेखीय केंद्र – भारतीय नौसेना) वेब सेवाओं का शुभारंभ किया गया।
  • पेशेवर मौसम विज्ञान एवं समुद्र विज्ञान पत्रिका ‘सागरमंथन’ (Sagarmanthan) 10 वर्ष के अंतराल के बाद जारी की गई।

एक्सोप्लैनेट K2-18b

भारतीय मूल के खगोल वैज्ञानिक डॉ. निक्कू मधुसूदन (कैंब्रिज विश्वविद्यालय) के नेतृत्व में एक टीम ने एक्सोप्लैनेट K2-18b पर जीवन के संभावित साक्ष्य खोजे हैं।

  • यह खोज NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) का उपयोग करके की गई थी।

मुख्य निष्कर्ष

  • शोध दल ने NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) का उपयोग करके एक्सोप्लैनेट के वायुमंडल में मेथेन एवं कार्बन डाइऑक्साइड जैसे कार्बन-समृद्ध अणुओं का पता लगाया।

एक्सोप्लैनेट K2-18b के बारे में

  • यह एक एक्सोप्लैनेट (हमारे सौरमंडल के बाहर का ग्रह) है, जो लियो तारामंडल में 120 प्रकाश वर्ष से अधिक दूर स्थित है।
  • संबंधित तारा: यह K2-18 नामक एक ठंडे रेड ड्वार्फ तारे की परिक्रमा करता है।
  • रहने योग्य क्षेत्र में स्थिति: ग्रह रहने योग्य क्षेत्र में स्थित है, जहाँ तापमान तरल दृव्य के अस्तित्व को अनुमति दे सकता है।
  • वर्गीकरण: K2-18b को सब-नेपच्यून माना जाता है, यानी एक प्रकार का ग्रह, जो हमारे सौरमंडल में नहीं पाया जाता है।
  • हाइसीन वर्ल्ड (Hycean World) के रूप में संभावित: K2-18b हाइसीन वर्ल्ड के लिए एक प्रभावी ग्रह है।
    • हाइसीन वर्ल्ड (Hycean World) शब्द हाइड्रोजन-प्रधान वायुमंडल और महासागर से ढकी सतह वाले ग्रहों के लिए गढ़ा गया है – ऐसी स्थितियाँ, जो जीवन के लिए अनुकूल हो सकती हैं।

वैश्विक व्यापार परिदृश्य एवं सांख्यिकी रिपोर्ट-WTO

विश्व व्यापार संगठन ने अपनी वैश्विक व्यापार आउटलुक एवं सांख्यिकी रिपोर्ट (Global Trade Outlook and Statistics Report) में टैरिफ तनाव के बीच वैश्विक व्यापारिक व्यापार में 0.2% की गिरावट का अनुमान लगाया है। 

रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएँ

  • वैश्विक वाणिज्यिक वस्तु व्यापार मात्रा वृद्धि 2025: अमेरिकी टैरिफ वृद्धि के कारण इसमें 0.2% की गिरावट का अनुमान है। 
    • वित्त वर्ष 2024: वर्ष 2024 में वैश्विक वाणिज्यिक वस्तु व्यापार की मात्रा में 2.9% की वृद्धि देखी गई। 
  • कारण 
    • अमेरिका द्वारा रेसीप्रोकल टैरिफ लगाए जाने से इस वर्ष वैश्विक वस्तु व्यापार की मात्रा में 0.6 प्रतिशत अंकों की कमी आने का खतरा बना है।
    • व्यापार नीति में अनिश्चितता से 0.8 प्रतिशत अंक की और हानि हो सकती है। 
    • व्यापारिक विचलन: अमेरिका-चीन व्यापार में व्यवधान से महत्त्वपूर्ण व्यापार विचलन उत्पन्न होगा तथा तीसरे पक्ष के देशों के लिए चीनी प्रतिस्पर्द्धा बढ़ेगी।
  • वैश्विक सेवा व्यापार: वाणिज्यिक सेवाओं के व्यापार की वैश्विक मात्रा में भी 4.0% तक की गिरावट का अनुमान है। 
  • परिणाम 
    • मंदी: वैश्विक व्यापार मंदी के कारण माँग में कमी आएगी, व्यापार नीति प्रभावित होगी, वित्तीय अशांति उत्पन्न होगी और प्रणालीगत अनिश्चितताएँ बढ़ेंगी, जिससे वित्तीय दबाव बढ़ेगा।
    • बढ़ते व्यापार तनाव और धीमी होती वृद्धि दर के कारण आर्थिक विखंडन और भू-आर्थिक टकराव हो सकता है।

कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा

कोविड-19 एवं सीमा तनाव के कारण वर्ष 2019 से वार्षिक कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा स्थगित है।

कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा के बारे में

  • यह तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत एवं मानसरोवर झील की आध्यात्मिक यात्रा है।
  • नोडल एजेंसी: विदेश मंत्रालय (MEA), भारत सरकार।
  • यह यात्रा वैध भारतीय पासपोर्ट रखने वाले भारतीय नागरिकों के लिए खुली है।
  • यात्रा के लिए मार्ग
    • यात्रा दो मार्गों से संचालित की जाती है:
      • लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड)
      • नाथू ला दर्रा (सिक्किम)।
  • भौगोलिक स्थिति
    • कैलाश पर्वत तिब्बत में स्थित ट्रांस हिमालय में कैलाश रेंज का हिस्सा है।
    • मानसरोवर झील कैलाश पर्वत के पास स्थित एक स्वच्छ जल की झील है।
    • यह क्षेत्र तिब्बती पठार पर स्थित है।
    • कैलाश-मानसरोवर क्षेत्र से चार प्रमुख नदियाँ निकलती हैं: सतलुज, ब्रह्मपुत्र, सिंधु एवं करनाली (जिसे ‘कमली’ के नाम से भी जाना जाता है)।
  • धार्मिक महत्त्व
    • माना जाता है कि कैलाश हिंदू, बौद्ध, जैन एवं बाॅन धर्म जैसे सभी धर्मों के सभी देवताओं का वास क्षेत्र है।
    • हिंदुओं के लिए: भगवान शिव का वास क्षेत्र, मानसरोवर झील शक्तिपीठों में से एक है।
    • बौद्धों के लिए: बुद्ध डेमचोक का वास क्षेत्र जो जंभाला से संबंधित थे।
    • जैनियों के लिए: इसे अष्टपद के रूप में जाना जाता है। ऋषभनाथ का निर्वाण स्थल है।
    • बॉन धर्म (तिब्बत के मूल निवासी) के लिए: ब्रह्मांड का आध्यात्मिक केंद्र माना जाता है।

सिल्कयारा सुरंग

हाल ही में उत्तराखंड की सिल्क्यारा सुरंग में खुदाई का कार्य पूरा हो गया है (यानी दोनों तरफ से खुदाई की जा रही सुरंग के दो छोर आपस में मिल गए हैं)। 

  • सुरंग का नाम बदलकर बाबा बौखनाग (स्थानीय देवता) के नाम पर रखा जाएगा। 

सिल्क्यारा सुरंग के बारे में 

  • सुरंग को घोड़े की संशोधित नाल के आकार में बनाया गया है। 
  • स्थान: सिल्क्यारा सुरंग उत्तराखंड की सबसे लंबी सुरंग है, जो चार धाम यात्रा मार्ग को जोड़ने वाले यमुनोत्री राजमार्ग पर स्थित है। 
  • लंबाई: सुरंग 4.53 किलोमीटर लंबी है एवं इसमें दो लेन हैं, जिससे यातायात दो तरफ से होता है। 
  • कार्यान्वयन एजेंसी: राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (National Highways and Infrastructure Development Corporation Limited- NHIDCL)।
  • कनेक्टिविटी: सुरंग से गंगोत्री एवं यमुनोत्री धामों के बीच की दूरी 25 किलोमीटर कम होने की उम्मीद है।
    • इससे धरासू एवं यमुनोत्री के बीच यात्रा का समय भी लगभग एक घंटे कम हो जाएगा।
  • महत्त्व
    • निर्माण कार्य पूर्ण होने पर सुरंग से यात्रा का समय 1 घंटे कम हो जाएगा, गंगोत्री-यमुनोत्री के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी क्योंकि यह सभी मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।

राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम

केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों के सेवा उन्मुखीकरण एवं पेशेवर कौशल को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम का एक सत्र आयोजित किया है। 

राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम के बारे में 

  • राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम मिशन कर्मयोगी ढाँचे के तहत एक क्षमता निर्माण पहल है।
  • इसका उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों के पेशेवर कौशल, सेवा उन्मुखीकरण एवं दक्षता को बढ़ाना है। 
  • यह क्षमता निर्माण आयोग के सहयोग से समय-समय पर विभिन्न मंत्रालयों द्वारा आयोजित किया जाता है। 
  • मिशन कर्मयोगी
    • मिशन कर्मयोगी भारत सरकार का नागरिक सेवा क्षमता निर्माण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम है।
    • इसका लक्ष्य भारतीय नौकरशाही को भविष्य के लिए तैयार, नागरिक केंद्रित एवं सक्षम कार्यबल में बदलना है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.