ऑनलाइन वैक्सीन प्रबंधन पोर्टल यू-विन (U-Win) जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव द्वारा लॉन्च किया जाएगा।
परिचय: इसका उद्देश्य नियमित टीकाकरण की इलेक्ट्रॉनिक रजिस्ट्री बनाए रखना है।
छह वर्ष तक की आयु के बच्चों और गर्भवती माताओं को आधार जैसी सरकारी आईडी और उनके मोबाइल नंबर का उपयोग करके यू-विन पर पंजीकृत किया जाता है।
पंजीकरण के बाद, एक बच्चे को दी गईं सभी 25 खुराक और गर्भवती माताओं को दी गई दो खुराक का रिकॉर्ड जोड़ा जा सकता है।
यू-विन एक बहुभाषी, ओपन-सोर्स एप्लिकेशन है।
इंटरऑपरेबिलिटी: अन्य पोर्टलों के साथ एकीकरण इंटरऑपरेबिलिटी और एकीकृत डेटाबेस सुनिश्चित करता है।
विनिर्माण में एंटीबायोटिक प्रदूषण से निपटने के लिए WHO के दिशा-निर्देश
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने विनिर्माण प्रक्रियाओं से उत्पन्न एंटीबायोटिक प्रदूषण पर अपनी पहली वैश्विक गाइडलाइन्स जारी की है।
विनिर्माण प्रक्रियाओं से एंटीबायोटिक प्रदूषण
विनिर्माण से एंटीबायोटिक उत्सर्जन को बढ़ते एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध संकट का एक महत्त्वपूर्ण कारण माना जाता है।
एंटीबायोटिक निर्माण से उत्पन्न फार्मास्यूटिकल अपशिष्ट नए दवा-प्रतिरोधी बैक्टीरिया के उद्भव को बढ़ावा दे सकता है।
रिपोर्ट की मुख्य निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ मिलकर तैयार किए गए इन गाइडलाइन्स का लक्ष्य विभिन्न हितधारकों को सामूहिक रूप से एंटीबायोटिक विनिर्माण के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है।
प्रमुख तत्त्वों में शामिल हैं:
जोखिम आकलन के आधार पर प्रतिरोध चयन और पारिस्थितिक प्रभावों के लिए लक्ष्य निर्धारित करना।
जोखिम विश्लेषण और आंतरिक लेखा परीक्षा जैसे मान्यता प्राप्त उपकरणों का उपयोग करके जोखिम प्रबंधन को कार्यान्वित करना।
स्वतंत्र लेखा परीक्षा के माध्यम से लक्ष्यों का सत्यापन करना।
गुड्स ट्रेड बैरोमीटर
(Goods Trade Barometer)
विश्व व्यापार संगठन (WTO) के गुड्स ट्रेड बैरोमीटर के अनुसार वैश्विक व्यापार में तेजी का संकेत मिलने के कारण, वर्ष की दूसरी छमाही में भारतीय वस्तु निर्यात में सुधार हो सकता है।
गुड्स ट्रेड बैरोमीटर
समग्र संकेतक: गुड्स ट्रेड बैरोमीटर वैश्विक वस्तु व्यापार प्रवृत्तियों के बारे में वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है तथा हाल के पैटर्न की तुलना में इसके प्रक्षेप पथ पर नजर रखता है।
उद्देश्य: यह सूचकांक विश्व व्यापार संगठन द्वारा पारंपरिक व्यापार सांख्यिकी और अनुमानों के पूरक के रूप में विकसित किया गया है।
फोकस: यह वैश्विक गुड्स ट्रेड में महत्त्वपूर्ण मोड़ की पहचान करता है तथा निकट भविष्य में इसकी संभावित दिशा के लिए पूर्वानुमान प्रस्तुत करता है।
आवृत्ति: तिमाही आधार पर प्रकाशित होने वाला यह बैरोमीटर अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए उपलब्ध आँकड़ों पर निर्भर करता है।
व्याख्या: 100 से ऊपर का मान प्रवृत्ति से अधिक वृद्धि को दर्शाता है, जबकि 100 से नीचे का मान प्रवृत्ति से कम वृद्धि को दर्शाता है।
वर्तमान रुझान: WTO गुड्स ट्रेड बैरोमीटर का वर्तमान मूल्य 103 है, अर्थात् यह तिमाही व्यापार मात्रा सूचकांक और आधार रेखा मूल्य 100 दोनों से ऊपर है।
सभी बैरोमीटर घटक सूचकांक प्रवृत्ति पर या उससे ऊपर हैं, सिवाय इलेक्ट्रॉनिक घटक सूचकांक के, जो कम हो रहा है।
मदीरा नदी
(Madeira River)
मदीरा नदी (Madeira River), अमेजन की प्रमुख सहायक नदी और दक्षिण अमेरिका में एक प्रमुख जलमार्ग है।
उद्गम: यह नदी बोलीविया और ब्राजील की सीमा के निकट बेनी और ममोरे नदियों के संगम से बनती है।
मार्ग: यह मुख्य रूप से अमेजन वर्षावन से होकर उत्तर की ओर प्रवाहित होती है तथा ब्राजील के मनौस शहर के पास अमेजन नदी में मिल जाती है।
अपवाह बेसिन: मदीरा नदी का जल निकासी बेसिन विशाल है, जो ब्राजील, बोलीविया और पेरू के कुछ हिस्सों में विस्तृत है तथा इसका क्षेत्रफल लगभग 1,420,000 वर्ग किलोमीटर (550,000 वर्ग मील) है।
शत्रु संपत्ति अधिनियम
(The Enemy Property Act)
उत्तर प्रदेश में भूमि का एक टुकड़ा, जो पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के परिवार का था, शत्रु संपत्ति अधिनियम के तहत नीलाम होने वाला है।
शत्रु संपत्ति क्या है?
ऐतिहासिक संदर्भ: वर्ष 1947 में भारत के विभाजन के बाद, तथा पाकिस्तान (वर्ष 1947-48, 1965, 1971) और चीन (वर्ष 1962) के साथ युद्धों के दौरान, इन देशों में प्रवास करने वाले कई लोग भारत में अपनी संपत्तियाँ छोड़ गए थे।
भारत रक्षा नियम: इन्हें भारत रक्षा अधिनियम, 1962 के तहत तैयार किया गया था, भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकता लेने वालों की संपत्तियों और कंपनियों को अपने कब्जे में ले लिया।
चीन के लिए: वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद चीन चले गए लोगों द्वारा छोड़ी गई संपत्ति के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाई गई।
संरक्षक: केंद्र ने इन ‘शत्रु संपत्तियों’ को भारत के शत्रु संपत्ति संरक्षक के पास निहित कर दिया।
शत्रु संपत्ति अधिनियम (1968): यह अधिनियम शत्रुओं की संपत्तियों को विनियमित और प्रबंधित करने के लिए बनाया गया था।
इन संपत्तियों के प्रशासन के लिए भारत के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक (Custodian of Enemy Property for India-CEPI) की स्थापना की गई थी।
सर्वाधिक संख्या: उत्तर प्रदेश (5,982) में शत्रु संपत्तियों की संख्या सबसे अधिक है, उसके बाद पश्चिम बंगाल (4,354) का स्थान है।
केवल अचल संपत्ति तक सीमित नहीं: अचल संपत्ति के अलावा, शत्रु संपत्ति में ऐसे व्यक्तियों के बैंक खाते, शेयर, सोना और अन्य संपत्तियाँ भी शामिल हो सकती हैं।
गैलेथिया खाड़ी
(Galathea Bay)
हाल ही में भारत सरकार ने अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में गैलेथिया खाड़ी (Galathea Bay) में अंतरराष्ट्रीय ट्रांस-शिपमेंट हब को एक प्रमुख बंदरगाह के रूप में नामित किया है।
नामित करने का प्राधिकार: केंद्र सरकार ने भारतीय बंदरगाह अधिनियम, 1908 की धारा 5 के अंतर्गत प्रमुख बंदरगाहों को अधिसूचित किया है।
ट्रांस-शिपमेंट पोर्ट: यह एक हब या स्थान है, जहाँ माल को एक जहाज से दूसरे जहाज में स्थानांतरित किया जाता है, ताकि उसे उसके अंतिम गंतव्य तक पहुँचाया जा सके।
गैलेथिया खाड़ी परियोजना (Galathea Bay Project)
प्रस्तावित 44,000 करोड़ रुपये की मेगा परियोजना केंद्रीय वित्त पोषण के लिए पात्र है और इसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा।
इससे भारत के बाहर बंदरगाहों पर सँभाले जाने वाले ट्रांसशिप्ड कार्गो के बड़े हिस्से पर नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी।
विकास के चरण: चार चरण:
चरण 1 को वर्ष 2028 में चालू करने का प्रस्ताव है, जिसकी संचालन क्षमता लगभग 4 मिलियन TEU होगी, जो वर्ष 2058 तक विकास के अंतिम चरण में 16 मिलियन TEU तक बढ़ जाएगी।
भारत में बंदरगाह
भारत में वर्तमान में 12 प्रमुख बंदरगाह और 200 गैर-प्रमुख बंदरगाह हैं।
शासित: प्रमुख बंदरगाहों को प्रमुख बंदरगाह प्राधिकरण अधिनियम, 2021 के तहत विनियमित किया जाता है और वे बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में हैं।
गैर-प्रमुख बंदरगाहों को संबंधित राज्य सरकारों के तहत राज्य समुद्री बोर्डों द्वारा विनियमित किया जाता है।
विश्वस्य-ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी स्टैक
(Vishvasya-Blockchain Technology Stack)
हाल ही में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने विश्वस्य-ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी स्टैक लॉन्च किया।
विश्वस्य (Vishvasya)
यह ब्लॉकचेन पर राष्ट्रीय रणनीति के तहत प्रदान किए गए व्यापक राष्ट्रीय ब्लॉकचेन फ्रेमवर्क का एक हिस्सा है।
संदर्भित: ब्लॉकचेन ऐप बनाने और संचालित करने वाली कंपनियों के लिए तृतीय-पक्ष क्लाउड आधारित बुनियादी ढाँचा और प्रबंधन।
उद्देश्य: विभिन्न अनुमति प्राप्त ब्लॉकचेन आधारित अनुप्रयोगों का समर्थन करने के लिए डिजाइन किए गए भौगोलिक रूप से वितरित बुनियादी ढाँचे के साथ ब्लॉकचेन को एक सेवा के रूप में प्रस्तुत करना।
महत्त्व: यह बुनियादी ढाँचा प्रदाताओं, स्मार्ट अनुबंध डेवलपर्स और एप्लिकेशन डेवलपर्स सहित विभिन्न हितधारकों के बीच ब्लॉकचेन अपनाने की चुनौतियों का समाधान करता है।
भारत ग्राफीन इंजीनियरिंग और नवाचार केंद्र
(India Graphene Engineering and Innovation Centre- IGEIC)
हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने IGEIC लॉन्च किया, जो विकसित भारत@2047 के विजन के तहत एक प्रमुख पहल है।
भारत ग्राफीन इंजीनियरिंग और नवाचार केंद्र (IGEIC)
यह अपनी तरह की पहली गैर-लाभकारी, कंपनी है और इसे विशेष रूप से ग्राफीन प्रौद्योगिकी व्यावसायीकरण में उत्कृष्टता का केंद्र बनाने के लिए शामिल किया गया है।
अवस्थिति: त्रिवेंद्रम, केरल
अनुप्रयोग: यह केंद्र इलेक्ट्रॉनिक्स और ऊर्जा भंडारण से लेकर स्वास्थ्य सेवा, सामग्री कोटिंग और परिवहन प्रणालियों तथा सतत् सामग्री विकास तक के अनुप्रयोगों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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