100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

संक्षेप में समाचार

Lokesh Pal August 27, 2025 04:00 19 0

राष्ट्रीय प्रतीकों का स्मरणोत्सव

भारत सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल एवं बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती तथा अटल बिहारी वाजपेयी की शताब्दी के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में तीन उच्च-स्तरीय समितियों का गठन किया है।

बिरसा मुंडा के बारे में

  • बिरसा मुंडा एक आदिवासी प्रतीक एवं स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्हें आदिवासी लोग अपना भगवान मानते थे।
  • प्रारंभिक जीवन: उनका जन्म 15 नवंबर, 1875 को झारखंड के उलिहातु में हुआ था।
    • उन्होंने मिशनरी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त की, लेकिन औपनिवेशिक संस्कृति को त्यागकर आदिवासी परंपराओं को अपनाया।
  • योगदान
    • उलगुलान आंदोलन (1899-1900): ब्रिटिश शासन, जमींदारों एवं मिशनरियों के विरुद्ध जनजातियों को संगठित किया।
    • भूमि अधिकार: आदिवासी भूमि के अलगाव का विरोध किया; पारंपरिक स्वामित्व की बहाली की माँग की।
      • इसके परिणामस्वरूप वर्ष 1908 का छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (Chotanagpur Tenancy Act- CNT) बना, जिसने आदिवासी भूमि अधिकारों को मान्यता दी एवं उनकी रक्षा की।
    • समाज सुधारक: आदिवासियों के बीच एकता, सांस्कृतिक पुनरुत्थान एवं आध्यात्मिक जागृति की वकालत की। 
    • शहादत एवं मृत्यु: मात्र 25 वर्ष की आयु में राँची जेल में उनकी मृत्य हो गई।

सरदार वल्लभभाई पटेल

  • उन्हें भारत के लौह पुरुष एवं राष्ट्रीय एकता के प्रमुख निर्माता के रूप में जाना जाता है।
  • प्रारंभिक जीवन: 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नाडियाड में जन्म हुआ था।
  • उन्होंने इंग्लैंड में कानून की पढ़ाई की; स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने से पूर्व एक सफल बैरिस्टर बने।
  • योगदान
    • खेड़ा सत्याग्रह (1918): अकाल के दौरान अन्यायपूर्ण कराधान के विरुद्ध किसानों का नेतृत्व किया।
    • बारदोली सत्याग्रह (1928): भू-राजस्व में वृद्धि के विरुद्ध किसानों के प्रतिरोध को संगठित किया।
      • बारदोली सत्याग्रह के दौरान उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि मिली।
    • वर्ष 1931 में कराची अधिवेशन: उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
    • सविनय अवज्ञा (1930) एवं भारत छोड़ो (1942): जन संघर्षों में अग्रणी भूमिका निभाई।
    • स्वतंत्र भारत में भूमिका: भारत के प्रथम उप-प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री
    • राज्यों का एकीकरण (1947-49): 565 रियासतों को भारतीय संघ में एकीकृत किया गया।
    • सरदार पटेल एवं महात्मा गांधी: वे महात्मा गांधी के कट्टर अनुयायी थे एवं अपने पूरे राजनीतिक जीवन में अहिंसा के पक्षधर रहे।
    • विरासत: दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा, ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को उनकी स्मृति में स्थापित किया गया।

अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में

  • वे एक राजनेता, कवि एवं दूरदर्शी थे; उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।
  • प्रारंभिक जीवन: 25 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्य प्रदेश में जन्म।
    • उन्होंने राजनीति विज्ञान एवं कानून की पढ़ाई की।
    • वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं जनसंघ से प्रारंभिक रूप से जुड़े रहे।
  • योगदान
    • पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण (1998): भारत की परमाणु क्षमता की घोषणा।
    • स्वर्णिम चतुर्भुज (2001): महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का शुभारंभ किया।
    • शासन सुधार: आर्थिक उदारीकरण एवं ग्रामीण विकास को बढ़ावा दिया।
    • सम्मान: भारत रत्न (2015) से सम्मानित; उनकी जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनाई जाती है।

गणेश चतुर्थी

गणेश चतुर्थी का वर्तमान सार्वजनिक स्वरूप वर्ष 1894 में पूना में औपनिवेशिक शासन के दौरान सामाजिक-धार्मिक तनावों से प्रभावित होकर शुरू हुआ था।

गणेश चतुर्थी के बारे में

  • गणेश चतुर्थी एक वार्षिक 10-दिवसीय हिंदू त्योहार है, जो भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो विघ्नहर्ता एवं ज्ञान, समृद्धि तथा सफलता के देवता हैं।
  • यह भारत के सबसे प्रसिद्ध सामुदायिक त्योहारों में से एक है, जिसमें जुलूस, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विसर्जन अनुष्ठान शामिल हैं।
  • यद्यपि यह एक प्राचीन परंपरा है, लेकिन 1890 के दशक में उपनिवेशवाद के विरुद्ध संघर्ष के रूप में इसे एक सामूहिक उत्सव के रूप में सार्वजनिक रूप से मनाया जाने लगा।

बाल गंगाधर तिलक के बारे में

  • तिलक (1856-1920), एक प्रमुख राष्ट्रवादी नेता, ने गणेश चतुर्थी को सामाजिक एवं राजनीतिक एकता के एक साधन के रूप में लोकप्रिय बनाया।
    • उनका मानना ​​था कि गणेश चतुर्थी जैसे त्योहार भारत के राष्ट्रीय पुनरुत्थान के लिए आवश्यक ‘एकजुट धर्म’ के लुप्त तत्त्व की पूर्ति कर सकते हैं।
    • यह उत्सव उस समय की अभिजात्य कांग्रेस के विपरीत, विभिन्न हिंदू वर्गों को एकजुट करने का माध्यम बन गया।
  • समाचार-पत्र: अपने समाचार-पत्रों, केसरी (मराठी) एवं द मराठा (अंग्रेजी) के माध्यम से, उन्होंने औपनिवेशिक नीतियों की आलोचना की, सांप्रदायिक मुद्दों पर रिपोर्ट की तथा सांस्कृतिक पुनरुत्थान की वकालत की।

अन्य योगदान

  • गणेश चतुर्थी के अलावा, तिलक ने शिवाजी महोत्सव को भी बढ़ावा दिया।
  • उन्होंने ‘गीता रहस्य’ की रचना की एवं ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ का नारा दिया।
  • उन्होंने धार्मिक एवं सांस्कृतिक एकता का आह्वान करके कांग्रेस को एक विशिष्ट मंच से एक जन आंदोलन में परिवर्तित कर दिया।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.