100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

संक्षेप में समाचार

Lokesh Pal October 24, 2025 02:57 36 0

मिलिट्री कॉम्बैट पैराशूट सिस्टम (MCPS) 

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने स्वदेशी रूप से विकसित मिलिट्री कॉम्बैट पैराशूट सिस्टम (MCPS) का 32,000 फीट की रिकॉर्ड ऊँचाई से सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।

मिलिट्री कॉम्बैट पैराशूट सिस्टम (MCPS) के बारे में 

  • एक एडवांस हाई-एल्टिट्यूड वाली सैन्य पैराशूट प्रणाली, जिसे विशेष बलों और पैराट्रूपर्स द्वारा चरम स्थितियों में कॉम्बैट फ्रीफॉल ऑपरेशन्स के लिए डिजाइन किया गया है।
  • यह सामरिक अभियानों के दौरान ऊँचाई से सुरक्षित, नियंत्रित और सटीक लैंडिंग को सक्षम बनाता है।
  • विकसितकर्ता: DRDO के एरियल डिलीवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट (Agra) और डिफेंस बायोइंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रोमेडिकल लैबोरेटरी (बेंगलुरु) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित।
  • प्रमुख विशेषताएँ
    • हाई-एल्टीट्यूड क्षमता: 25,000 फीट से ऊपर परिचालन करने वाली एकमात्र भारतीय पैराशूट प्रणाली, जिसका परीक्षण 32,000 फीट पर किया गया है।
    • बढ़ी हुई सुरक्षा: स्थिर और सटीक लैंडिंग के लिए कम लॉन्च दर और बेहतर स्टीयरिंग नियंत्रण।
    • नेविगेशन संगतता: विदेशी उपग्रहों पर निर्भरता के बिना सटीक भौगोलिक स्थिति के लिए नेविगेशन विद इंडियन कॉन्स्टेलेशन (NaVIC) के साथ एकीकृत, बाहरी हस्तक्षेप से सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
    • परिचालन लचीलापन: युद्ध की परिस्थितियों में पूर्व-निर्धारित ऊँचाई पर तैनाती और सटीक जोन नेविगेशन की अनुमति देता है।
    • रखरखाव संबंधी लाभ: त्वरित टर्नअराउंड समय और आयातित प्रणालियों की तुलना में अधिक जीवनकाल उपयोगिता प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) 

केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के प्रशिक्षुओं से हंपी, कर्नाटक में वार्ता की।

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के बारे में

  • यह भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में 12 महीने की इंटर्नशिप प्रदान करती है, जिससे शैक्षणिक ज्ञान और वास्तविक अनुभव के बीच की खाई को समाप्त किया जा सके तथा युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाया जा सके।
  • प्रारंभ तिथि: 3 अक्टूबर, 2024।
  •  मंत्रालय: केंद्रीय कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय
  • उद्देश्य: अगले पाँच वर्षों में 21–24 वर्ष की आयु के एक करोड़ युवाओं को देश की शीर्ष 500 कंपनियों में 12 महीने की इंटर्नशिप का अवसर प्रदान करना।

पात्रता

  • 21 से 24 वर्ष के वे व्यक्ति, जो वर्तमान में किसी पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रम में नामांकित नहीं हैं।
  • कम-से-कम माध्यमिक शिक्षा प्राप्त; ITI प्रमाण-पत्र, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा या स्नातक डिग्री स्वीकार्य हैं।
  • योजना का लक्ष्य निम्न-आय वर्ग के परिवारों के युवा हैं (परिवार की वार्षिक आय ₹8 लाख से कम होनी चाहिए)।

लाभ

  • ₹5,000 की मासिक वित्तीय सहायता, साथ ही ₹6,000 की एकमुश्त वित्तीय सहायता
  • प्रत्येक प्रशिक्षु को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत बीमा कवरेज।

ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट्स (ORS)

हाल ही में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने हैदराबाद के एक चिकित्सक के अभियान के बाद “ORS” शब्द का गैर-अनुपालन पेयों पर उपयोग प्रतिबंधित कर दिया, ताकि केवल WHO-अनुमोदित पुनर्जलीकरण उत्पाद ही इस लेबल का उपयोग कर सकें।

प्रतिबंध के कारण

  • FSSAI ने “ORS” शब्द के उपयोग पर इसलिए रोक लगाई क्योंकि अधिकांश उत्पाद उपभोक्ताओं को गुमराह कर रहे थे, WHO के चिकित्सीय मानकों को पूरा नहीं कर रहे थे और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए जोखिम उत्पन्न कर रहे थे।
  • इस कदम से सुनिश्चित होगा कि केवल WHO-अनुमोदित फॉर्मूले ही “ORS” शब्द का उपयोग कर सकें, जिससे झूठे दावों को रोका जा सके और उपभोक्ताओं की सुरक्षा की जा सके।

ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट्स (ORS) के बारे में

  • यह ग्लूकोज और इलेक्ट्रोलाइट्स (सोडियम क्लोराइड, पोटेशियम क्लोराइड और ट्राइसोडियम साइट्रेट) का एक सरल, वैज्ञानिक रूप से तैयार मिश्रण है, जिसे स्वच्छ जल में घोलकर डायरिया के कारण होने वाले निर्जलीकरण को रोकने और उसका उपचार करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
  • कार्य प्रणाली: यह ग्लूकोज-सोडियम सह-परिवहन के सिद्धांत पर कार्य करता है, जिसमें ग्लूकोज छोटी आँत में सोडियम और जल के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे शरीर प्रभावी रूप से पुनर्जलित होता है।
  • WHO-UNICEF फॉर्मूलेशन: वर्तमान निम्न-ऑस्मोलैरिटी (Low Osmolarity) घोल में शामिल हैं—
    • सोडियम क्लोराइड: 2.6 ग्राम
    • ग्लूकोज: 13.5 ग्राम
    • पोटेशियम क्लोराइड: 1.5 ग्राम
    • ट्राइसोडियम साइट्रेट: 2.9 ग्राम
    •  विलायक: 1 लीटर स्वच्छ जल।
  • वैश्विक मान्यता: विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे आवश्यक औषधि के रूप में सूचीबद्ध किया गया है; इसे 20वीं सदी की सबसे महत्त्वपूर्ण चिकित्सा प्रगतियों में से एक बताया गया है।

CCSCH का 8वाँ सत्र

भारत में कोडेक्स कमेटी ऑन स्पाइसेज एंड क्यूलिनरी हर्ब्स (CCSCH) का 8वाँ सत्र गुवाहाटी में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

कोडेक्स कमेटी ऑन स्पाइसेज एंड क्यूलिनरी हर्ब्स (CCSCH) के बारे में

  • स्थापना: CCSCH की स्थापना वर्ष 2013 में भारत की पहल पर वैश्विक मसाला और पाक-कला संबंधी जड़ी-बूटियों के मानकों में सामंजस्य स्थापित करने के लिए की गई थी।
  • संरचना: यह कोडेक्स एलीमेंटेरियस कमीशन (CAC) की सहायक संस्था है।
  • सचिवालय: भारत द्वारा संचालित, कोच्चि स्थित स्पाइसेज बोर्ड द्वारा प्रबंधित।
  • 8वें सत्र संबंधी मुख्य बिंदु
    • भागीदारी: आठवें सत्र में लगभग 30 देशों और पर्यवेक्षकों ने भाग लिया।
    • इस सत्र में बड़ी इलायची, वनीला और धनिया के लिए कोडेक्स मानकों को अंतिम रूप दिया गया, जिन्हें कोडेक्स एलिमेंटेरियस आयोग (CAC) को अपनाने के लिए भेजा गया है।
      • इससे मसाला मानकों की कुल संख्या 19 हो गई है, जिसमें काली मिर्च, हल्दी, जीरा, जायफल और केसर के लिए पहले के मानक भी शामिल हैं।

कोडेक्स मानकों के बारे में

  • ये अंतरराष्ट्रीय खाद्य मानक, स्वच्छता संहिता और दिशा-निर्देश हैं, जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा और खाद्य व्यापार में निष्पक्ष प्रथाओं को सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं।
  • CAC  द्वारा अपनाए गए खाद्य मानकों और संबंधित ग्रंथों के संग्रह को कोडेक्स एलीमेंटेरियस (CA) के नाम से जाना जाता है।
  • ये मानक राष्ट्रीय खाद्य कानूनों पर बाध्यकारी नहीं हैं और सामान्यतः सदस्य देशों द्वारा सर्वसम्मति से अपनाए जाते हैं।

कोडेक्स एलीमेंटेरियस कमीशन (CAC) के बारे में

  • यह एक अंतरराष्ट्रीय खाद्य मानक निकाय है, जिसकी स्थापना वर्ष 1963 में खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) और WHO द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी।
  • सदस्य: 189 (188 सदस्य देश, जिनमें भारत भी शामिल है, तथा 1 संगठन — यूरोपीय संघ)।
  • मुख्यालय: रोम, इटली।
  • बैठकें: प्रति वर्ष एक बार, जिनेवा और रोम के बीच बारी-बारी से आयोजित।
  • महत्त्व: वैश्विक खाद्य सुरक्षा, उपभोक्ता संरक्षण और निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देता है।

भारत का स्पाइसेज बोर्ड

  • स्थापना: स्पाइसेज बोर्ड अधिनियम, 1986 के अंतर्गत।
  • अधिदेश: अधिनियम में सूचीबद्ध 52 मसालों के विकास और निर्यात संवर्द्धन हेतु उत्तरदायी
  • मुख्यालय: कोच्चि, केरल।

तेजस Mk1A और HTT-40

केंद्रीय रक्षा मंत्री ने हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की नासिक इकाई में HAL तेजस Mk1A हल्के लड़ाकू विमान (LCA) की तीसरी निर्माण लाइन और HAL HTT-40 ट्रेनर विमान की दूसरी निर्माण लाइन का उद्घाटन किया।

तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) – Mk1A के बारे में

  • यह एक स्वदेशी रूप से विकसित बहु-भूमिका (Multi-role), एकल इंजन युक्त, सुपरसोनिक हल्का लड़ाकू विमान (LCA) है।
  •  इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अंतर्गत एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) द्वारा भारतीय वायुसेना (IAF) और भारतीय नौसेना के लिए डिजाइन किया गया है तथा इसका उत्पादन हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा किया जाता है।
  • श्रेणी: 4.5 जनरेशन का लड़ाकू विमान

विकास चरण 

  • तेजस कार्यक्रम की शुरुआत 1980 के दशक में मिग-21 विमान बेड़े को बदलने के उद्देश्य से की गई थी।
  • इसका उन्नत संस्करण तेजस Mk1A, पहले संस्करण Mk1 की तुलना में बेहतर एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली (Electronic Warfare Systems) से सुसज्जित है।

मुख्य विशेषताएँ

  • गति: लगभग 1.8 मैक (लगभग 2,200 किमी./घंटा)
  • कॉम्बैट रेंज: लगभग 500 किमी. (अधिकतम परिचालन सीमा-1,700 किमी. से अधिक)।
  • हथियार: हवा-से-हवा में मार करने वाली, हवा-से-जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें, बम और सटीक निर्देशित आयुध (Precision-Guided Munitions)
  • फ्लाई-बाय-वायर प्रणाली: अधिक फुर्ती और नियंत्रण के लिए उन्नत डिजिटल उड़ान नियंत्रण प्रणाली।

हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर (HTT)-40 के बारे में

  • यह एक स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित बेसिक टर्बोप्रॉप ट्रेनर विमान है, जिसे हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने भारतीय वायुसेना (IAF) के लिए बनाया है।
  • उद्देश्य:  यह विमान वायुसेना के पायलटों के मूल उड़ान प्रशिक्षण के लिए प्रयोग किया जाता है, ताकि वे बाद में उन्नत जेट ट्रेनरों पर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.