हरिकेन हेलेन (श्रेणी 4 तूफान) ने संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में जान माल को नुकसान पहुँचाया है।
हरिकेन के बारे में
हरिकेन, जिसे उष्णकटिबंधीय चक्रवात भी कहा जाता है, शक्तिशाली तूफान प्रणालियाँ हैं, जो ऊर्जा के रूप में गर्म, नम हवा का उपयोग करते हैं और आमतौर पर भूमध्य रेखा के पास गर्म समुद्री जल के ऊपर इनका निर्माण होता है।
हरिकेन के भाग
हरिकेन की आँख: हरिकेन का शांत केंद्र।
हरिकेन के आँख की दीवार: यह एक प्रकार की दीवार जैसी होती है, जो हरिकेन के आँख के चारों ओर होती है और यहीं पर सबसे ज्यादा गतिविधियाँ होती हैं।
रेन बैंड (Rain Bands): ये हरिकेन की आँख से आगे तक फैले होते हैं।
हरिकेन और उष्णकटिबंधीय तूफान के बीच अंतर
हरिकेन को उनके घटित होने के स्थान के आधार पर टाइफून या चक्रवात कहा जा सकता है:
हरिकेन: अटलांटिक एवं पूर्वी प्रशांत महासागरीय क्षेत्र
टाइफून: उत्तर-पश्चिमी प्रशांत महासागरीय क्षेत्र
चक्रवात: हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागरीय क्षेत्रI
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा ‘साइबर स्लैवरी रिपोर्ट’ (Cyber Slavery Report)
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) के तहत आव्रजन ब्यूरो ने कुछ दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में ‘साइबर स्लैवरी’ या ‘साइबर गुलामी’ में फँसे भारतीयों के बारे में डेटा संकलित किया।
‘साइबर स्लैवरी’ या ‘साइबर गुलामी’ के बारे में
साइबर गुलामी मानव तस्करी का एक आधुनिक रूप है, जिसमें लोगों को जबरन श्रम या यौन शोषण के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करना शामिल है।
विभिन्न प्रकार
जबरन श्रम: यह लोगों को बिना उचित मुआवजे के दोहराए जाने वाले कार्य, सामग्री निर्माण या ऑनलाइन घोटाले करने के लिए मजबूर करता है।
ऑनलाइन शोषण: यह लोगों को ऑनलाइन कुछ निश्चित कार्य करने, स्पष्ट सामग्री का उत्पादन और वितरण करने या साइबर अपराध नेटवर्क में भाग लेने के लिए मजबूर करता है।
आभासी कैद (Virtual Captivity): इसमें लोगों को डिजिटल माध्यम से प्रभावी रूप से बंदी बना लिया जाता है, तथा उनकी व्यक्तिगत जानकारी, वित्तीय परिसंपत्तियों या प्रतिष्ठा को नियंत्रित अथवा खतरे में डाल दिया जाता है।
‘क्रिएट इन इंडिया’ चैलेंज (Create in India’ Challenge)
हाल ही में प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ के 114वें एपिसोड में लोगों को ‘क्रिएट इन इंडिया’ चैलेंज में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
‘क्रिएट इन इंडिया’ चैलेंज के बारे में
नोडल मंत्रालय: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (भारत सरकार)I
इस चुनौती में उद्योग संघों द्वारा एनीमेशन, फिल्म निर्माण, गेमिंग, संगीत और दृश्य कला जैसे रचनात्मक क्षेत्रों में 25 प्रतियोगिताएँ शामिल हैं।
ये चुनौतियाँ वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) के लिए अग्रदूत का कार्य करती हैं।
यह प्रधानमंत्री मोदी के ‘भारत में डिजाइन, विश्व के लिए डिजाइन’ (Design in India, Design for the World) के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जैसा कि उन्होंने अपने 78वें स्वतंत्रता दिवस संबोधन में रेखांकित किया था।
महत्त्व
भारत में रचनात्मक अर्थव्यवस्था के विकास को बढ़ावा देना और समर्थन देना।
विभिन्न रचनात्मक क्षेत्रों में रचनात्मक उत्कृष्टता को मान्यता।
भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व स्तर पर प्रदर्शित करके भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना।
एक मजबूत मीडिया और मनोरंजन उद्योग का निर्माण: WAVES 2024 उद्योग संबंधी नेतृत्वकर्ताओं एवं हितधारकों को इस क्षेत्र के भविष्य पर चर्चा करने और उसे आकार देने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
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