ISRO और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने भारत के स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (Bhartiya Antriksh Station- BAS) में जैव-प्रौद्योगिकी प्रयोगों को डिजाइन एवं संचालित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके वर्ष 2028 तथा 2035 के बीच शुरू होने की उम्मीद है।
सहयोग की मुख्य विशेषताएँ
प्रयोग में फोकस किया जाएगा: भारहीनता में मांसपेशियों की हानि, शैवाल आधारित पोषक तत्त्व स्रोत, जेट ईंधन के लिए शैवाल प्रसंस्करण एवं अंतरिक्ष यात्री स्वास्थ्य पर विकिरण प्रभाव।
आगामी मिशनों के साथ एकीकरण: कुछ जीव विज्ञान प्रयोगों को ISRO के गगनयान मिशन की मानव रहित परीक्षण उड़ानों में एकीकृत किया जा सकता है, जो भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है, जिसके वर्ष 2025-2026 में लॉन्च होने की उम्मीद है।
इन प्रयोगों का मुख्य फोकस BAS रहता है।
वैश्विक संदर्भ: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) का संचालन वर्ष 2030 तक समाप्त होने की उम्मीद है।
चीन जैसे कई देश अपने स्वयं के अंतरिक्ष स्टेशन बना रहे हैं।
BIO E3 नीति: यह सहयोग भारत में जैव-विनिर्माण को बढ़ाने के लिए DBT की ‘अर्थव्यवस्था, पर्यावरण एवं रोजगार के लिए जैव प्रौद्योगिकी’ (Biotechnology for Economy, Environment, and Employment- BIOE3) नीति के अनुरूप है।
भारत की जैव-अर्थव्यवस्था वर्ष 2030 तक 300 अरब डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है, जिसमें अंतरिक्ष जैव-विनिर्माण एक प्रमुख घटक होगा।
अनुसंधान एवं नवाचार के अवसर: सहयोग का उद्देश्य मानव स्वास्थ्य, नवीन फार्मास्यूटिकल्स, बायोथेरेप्यूटिक्स, पुनर्योजी चिकित्सा, अपशिष्ट प्रबंधन के लिए जैव-आधारित प्रौद्योगिकियों में नवाचार को बढ़ावा देना एवं जैव-स्टार्टअप का समर्थन करना है।
एशियाटिक गोल्डन कैट (Asiatic Golden Cat)
एशियाटिक गोल्डन कैट (Asiatic Golden Cat) [वैज्ञानिक नाम- कैटोपुमा टेम्पमिनकी (Catopuma Temminckii)] को असम के मानस राष्ट्रीय उद्यान (Manas National Park) में पुनः खोजा गया है।
इसे अंतिम बार वर्ष 2007 में देखा गया था।
मानस राष्ट्रीय उद्यान अब इस दुर्लभ प्रजाति का समर्थन करने में मेघालय एवं अरुणाचल प्रदेश जैसे अन्य पूर्वोत्तर भारतीय अभयारण्यों में शामिल हो गया है।
‘एशियाटिक गोल्डन कैट’ के बारे में
पर्यावास: समुद्र तल से 3,738 की ऊँचाई पर भी उष्णकटिबंधीय/उपोष्णकटिबंधीय सदाबहार वनों, मिश्रित एवं शुष्क पर्णपाती जंगलों तथा उष्णकटिबंधीय वर्षावनों से लेकर जंगलों में अत्यधिक अनुकूलनीय पाया जाता है।
किन देशों/क्षेत्रों में विस्तार: दक्षिणी चीन, दक्षिण-पूर्व एशिया और पूर्वोत्तर भारत।
प्रजाति की विशेषताएँ
सामान्यतः इसके बालों का रंग सुनहरा या लाल-भूरा होता है, लेकिन यह गहरा भूरा या ग्रे भी हो सकता है।
इसका आकार मध्यम है और पैर अपेक्षाकृत लंबे होते हैं।
मुख्यतः रात्रिचर, लेकिन हालिया आँकड़ों से पता चलता है कि यह दिनचर भी हो सकता है।
नर की शारीरिक संरचना, मादाओं से बड़ी होती है।
सुरक्षा की स्थिति
वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972: अनुसूचित I (Scheduled I)
IUCN की रेड लिस्ट: निकट संकटग्रस्त (Near Threatened)
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