संयुक्त राज्य अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर अपनी महत्त्वाकांक्षी 175 बिलियन डॉलर की गोल्डन डोम मिसाइल डिफेंस शील्ड प्रोजेक्ट के लिए एक डिजाइन का चयन किया है, जिसका उद्देश्य चीन और रूस से आने वाले सैन्य खतरों को रोकना है।
गोल्डन डोम के बारे में
इस प्रणाली में सतह और अंतरिक्ष आधारित क्षमताएँ शामिल करने की परिकल्पना की गई है, जो संभावित हमले के सभी चार प्रमुख चरणों में मिसाइलों का पता लगा सकती हैं और उन्हें रोक सकती हैं।
इसमें अंतरिक्ष आधारित सेंसर और इंटरसेप्टर हैं, जो लॉन्च के तुरंत बाद दुश्मन की मिसाइलों को अप्रभावी कर देते हैं।
इसमें पृथ्वी की कक्षा में स्थित हजारों छोटे उपग्रह शामिल किए जाएँगे, जो खतरों, विशेष तौर पर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों (Intercontinental Ballistic Missiles) का पता लगाते हैं और उन्हें रोकते हैं।
यह इजरायल के आयरन डोम से प्रेरित है।
मादक पदार्थों के उपयोग के पैटर्न की जाँच के लिए राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण
केंद्र सरकार ने मादक पदार्थों के उपयोग की सीमा और पैटर्न का पता लगाने के लिए एक नए दौर के राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण की योजना बनाना शुरू कर दिया है।
यह वर्ष 2017-18 में किए गए अंतिम व्यापक सर्वेक्षण के बाद है, जो देश में अवैध नशीली दवाओं के उपयोग का अनुमान लगाने पर अपनी तरह का पहला अध्ययन था।
मादक पदार्थ के उपयोग के बारे में
मादक द्रव्यों के सेवन से तात्पर्य वैध पदार्थों जैसे शराब, तंबाकू और चिकित्सकीय दवाओं तथा अवैध पदार्थों जैसे हेरोइन, कोकीन और मेथामफेटामाइन आदि के सेवन से है।
वर्ष 2025 के सर्वेक्षण की मुख्य विशेषताएँ
नोडल मंत्रालय: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय।
जिला स्तरीय फोकस: पहली बार, जिला स्तर पर डेटा एकत्र किया जाएगा, जिससे स्थानीय हस्तक्षेप योजना बनाना संभव होगा।
उन्नत कार्यप्रणाली: विशिष्ट दवा पदार्थों (Pharmaceutical Substances) सहित विस्तृत डेटा पर अधिक जोर दिया जाएगा।
मादक द्रव्यों के उपयोग के बदलते पैटर्न और स्वास्थ्य प्रभावों की बेहतर समझ।
वर्ष 2017-18 के सर्वेक्षण के बारे में
नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर (NDDTC) द्वारा वर्ष 2017-18 का सर्वेक्षण।
इसमें दो मुख्य तरीकों का प्रयोग किया गया।
घरेलू सर्वेक्षण: शोधकर्ताओं ने लगभग 2 लाख घरों का दौरा किया और पूरे भारत में 4.7 लाख लोगों से बात की।
प्रत्युत्तरदाता-संचालित नमूनाकरण (Respondent Driven Sampling): इस पद्धति ने उन लोगों पर ध्यान केंद्रित किया, जो पहले से ही ड्रग्स का उपयोग कर रहे थे।
72,000 से अधिक ड्रग उपयोगकर्ताओं का सर्वेक्षण एक सहकर्मी नेटवर्क के माध्यम से किया गया, जहाँ एक व्यक्ति ने दूसरे को संदर्भित किया।
निष्कर्ष: शराब उपभोग हेतु सबसे सामान्य पदार्थ था। लगभग 15 करोड़ लोग शराब पी रहे थे और इसमें 10 से 17 वर्ष की आयु के 30 लाख बच्चे और किशोर शामिल थे।
इसके बाद क्रमशः भांग (Cannabis), ओपिओइड (Opioids), शामक (Sedatives), इनहेलेंट (Inhalants), कोकेन (Cocaine), एम्फैटेमिन (Amphetamine) प्रकार के उत्तेजक और मादक पदार्थ थे।
अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार, 2025
कन्नड़ लेखिका बानू मुश्ताक की लघु कहानी संग्रह हार्ट लैंप, जो मुस्लिम महिलाओं के रोजमर्रा के जीवन में दोषों और मूक विद्रोहों की व्याख्या और व्याख्या करती है, ने वर्ष 2025 का अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार प्राप्त किया है।
संबंधित तथ्य
उपलब्धि: यह पहली बार है, जब किसी कन्नड़ लेखक ने अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीता है।
कन्नड़ साहित्य को वैश्विक मंच पर पहले भी पहचान मिली थी, जब वर्ष 2013 में यू. आर. अनंतमूर्ति को नामांकित किया गया था।
अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के बारे में
स्थापना: वर्ष 2005 (मूल रूप से मैन बुकर इंटरनेशनल पुरस्कार के रूप में जाना जाता है)।
वर्तमान प्रारूप: वर्ष 2016 से, यह पुरस्कार प्रतिवर्ष किसी एक पुस्तक के लिए दिया जाता है, न कि किसी आजीवन कार्य के लिए।
पात्रता: किसी भी भाषा में मूल रूप से लिखी गई पुस्तकों के लिए दिया जा सकता है, बशर्ते कि उनका अंग्रेजी में अनुवाद किया गया हो और UK या आयरलैंड में प्रकाशित किया गया हो।
पुरस्कार राशि: £50,000 प्रदान की जाती है, जिसे लेखक और अनुवादक के बीच बराबर-बराबर बाँटा जाता है।
आयोजक: बुकर पुरस्कार फाउंडेशन, जो अंग्रेजी भाषा के उपन्यासों के लिए बुकर पुरस्कार की देख-रेख भी करता है।
उद्देश्य: साहित्यिक अनुवाद को बढ़ावा देना, वैश्विक मुद्दों और विविध संस्कृतियों को उजागर करना, कम प्रसिद्ध लेखकों और साहित्यिक परंपराओं को बढ़ावा देना।
इसका कन्नड़ से अनुवाद दीपा भाष्थी ने किया है।
उपन्यास और लघु कथाओं के संग्रह दोनों ही पात्र हैं।
वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक (FRI)
दूरसंचार विभाग (DoT) ने साइबर धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए ‘वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक’ (Financial Fraud Risk Indicator) प्रस्तुत किया है।
वित्तीय धोखाधड़ी जोखिम संकेतक के बारे में
यह एक जोखिम आधारित संकेतक है, जो किसी मोबाइल नंबर को वित्तीय धोखाधड़ी के मध्यम, उच्च या बहुत उच्च जोखिम से संबद्ध के रूप में वर्गीकृत करता है।
उद्देश्य: इसे डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (DIP) के हिस्से के रूप में विकसित किया गया है ताकि वित्तीय संस्थानों को उन्नत कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी के साथ सशक्त बनाया जा सके।
हितधारक: मोबाइल नंबरों को I4C के राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (National Cybercrime Reporting Portal), DoT के चक्षु प्लेटफॉर्म और बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों द्वारा साझा की गई खुफिया जानकारी जैसे हितधारकों से प्राप्त इनपुट के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
महत्त्व: यह बैंकों, NBFC और UPI सेवा प्रदाताओं जैसे हितधारकों को मोबाइल नंबर संबंधी उच्च जोखिम की स्थिति में अतिरिक्त ग्राहक सुरक्षा उपाय करने के लिए सशक्त करेगा।
FRI दूरसंचार और वित्तीय दोनों क्षेत्रों में संदिग्ध धोखाधड़ी के विरुद्ध त्वरित, लक्षित और सहयोगात्मक कार्रवाई की अनुमति देता है।
उद्योग सहयोग: फोनपे (PhonePe) ने बहुत उच्च FRI मोबाइल नंबरों से जुड़े लेन-देन को अस्वीकार करने और फोनपे प्रोटेक्ट सुविधा के हिस्से के रूप में ऑन-स्क्रीन अलर्ट प्रदर्शित करने के लिए FRI का उपयोग किया है।
‘डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म’ (DIP) के बारे में
यह रियल टाइम खुफिया जानकारी साझा करने, सूचना के आदान-प्रदान और हितधारकों के बीच समन्वय के लिए एक सुरक्षित तथा एकीकृत मंच है।
दूरसंचार सेवा प्रदाता (TSP), कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ (LEA), बैंक और वित्तीय संस्थान, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, पहचान दस्तावेज जारी करने वाले प्राधिकरण आदि।
संबंधित विभाग: दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा इस प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया गया।
उद्देश्य: साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी में दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए हितधारकों के बीच समन्वय बढ़ाना।
INSV कौंडिन्य
हाल ही में भारतीय नौसेना ने कर्नाटक के कारवार नौसेना बेस में पारंपरिक रूप से निर्मित जहाज INSV कौंडिन्य को शामिल किया।
INSV कौंडिन्य के बारे में
इसका नाम कौंडिन्य के नाम पर रखा गया है, जो दक्षिण-पूर्व एशिया की यात्रा करने वाले महान भारतीय नाविक थे।
जहाज को प्राचीन सिलाई तकनीक का उपयोग करके बनाया गया है, जिसे अजंता की गुफाओं में दर्शाए गए 5वीं शताब्दी के जहाज के मॉडल पर बनाया गया है।
इस परियोजना को केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति ने एक स्मारक परियोजना के रूप में मंजूरी दी थी।
INSV कौंडिन्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विशेषताएँ
गंडभेरुंडा रूपांकनों से सजे पाल, कदंब राजवंश के दो सिर वाले ईगल शाही प्रतीक का प्रतिनिधित्व करते हैं।
धनुष में सिम्हा यली नक्काशी और हड़प्पा शैली का पत्थर का लंगर है।
मुख्य मस्तूल (Main Mast), मिजेन मस्तूल (Mizzen mast) और बोस्प्रिट मस्तूल (Bowsprit Mast) के साथ निर्मित, पतवारों के बजाय स्टीयरिंग ओर्स का उपयोग करके नियंत्रित किया जाता है।
आधुनिक त्रिकोणीय पालों के बजाय चौकोर पालों का उपयोग करता है, जिससे नाविकों को प्राचीन नौकायन तकनीकों को फिर से सीखने की आवश्यकता होती है।
‘स्टिच्ड शिप’ (Stitched Ship) क्या है?
‘स्टिच्ड शिप’ एक प्रकार का प्राचीन लकड़ी का जहाज है जिसे धातु की कीलों या फास्टनरों के बजाय पारंपरिक तकनीकों का उपयोग करके बनाया जाता है।
आधुनिक जहाज निर्माण तकनीकों के विकास से पहले भारत और अन्य समुद्री संस्कृतियों में इस पद्धति का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता था।
निर्माण: प्राचीन तकनीकों का उपयोग करके बनाया गया – लकड़ी के तख्तों को नारियल के रेशे, रस्सियों से एक साथ सिला गया और प्राकृतिक रेजिन से सील किया गया।
निर्माणकर्ता: केरल के पारंपरिक जहाज निर्माता और कारीगर।
शक्ति: कपास की पाल का उपयोग जिसमे कोई इंजन या आधुनिक मशीनरी नहीं।
एशियाई उत्पादकता संगठन (Asian Productivity Organization)
भारत ने 67वीं शासी निकाय बैठक के दौरान वर्ष 2025-26 के लिए आधिकारिक तौर पर एशियाई उत्पादकता संगठन (APO) की अध्यक्षता ग्रहण की है।
एशियाई उत्पादकता संगठन (APO) के बारे में
यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उत्पादकता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 1961 में स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है।
मुख्यालय: टोक्यो, जापान में अवस्थित है।
भारत एक संस्थापक सदस्य है और अपनी स्थापना के बाद से APO की पहलों में सक्रिय रूप से योगदान देता रहा है।
APO सदस्य देश: कुल 21 देश- बांग्लादेश, कंबोडिया, ताइवान, फिजी, हांगकांग, इंडोनेशिया, ईरान, जापान, दक्षिण कोरिया, लाओस, मलेशिया, मंगोलिया, नेपाल, पाकिस्तान, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, तुर्किए और वियतनाम।
अपनी अध्यक्षता की भूमिका में, भारत APO के रणनीतिक लक्ष्यों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें APO विजन 2030 का विकास और कार्यान्वयन तथा ग्रीन उत्पादकता ढाँचे 2.0 का विस्तार शामिल है।
APO विजन 2030 के बारे में: यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में नवाचार-संचालित, समावेशी और सतत् विकास पर केंद्रित है।
ग्रीन उत्पादकता 2.0 ढाँचा: यह ढाँचा GP-1 का अद्यतन ढाँचा है, जो पर्यावरणीय स्थिरता के साथ उत्पादकता बढ़ाने पर केंद्रित है।
APO की मुख्य भूमिकाएँ और कार्य
आर्थिक विकास का समर्थन करता है: उच्च उत्पादकता के माध्यम से देशों को स्थायी रूप से बढ़ने में मदद करता है।
नीति सलाहकार: उत्पादकता नीतियों पर विशेषज्ञ सलाह प्रदान करता है।
थिंक टैंक: उत्पादकता पर अनुसंधान और विचारों के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करता है।
स्मार्ट पहल: उद्योग, कृषि, सेवाओं और सार्वजनिक प्रशासन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में कार्य करता है।
क्षमता निर्माण: संस्थानों को प्रशिक्षित करता है और राष्ट्रीय उत्पादकता रणनीति बनाने में मदद करता है।
उत्कृष्टता केंद्र: सदस्य देशों में अनुसंधान और सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देता है।
ऑटिज्म (Autism)
अमेरिकी स्वास्थ्य सचिव ने ऑटिज्म के बढ़ते मामलों के पीछे पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थों की पहचान करने के लिए एक परीक्षण और अनुसंधान प्रयास की घोषणा की है।
ऑटिज्म (Autism) के बारे में
ऑटिज्म, जिसे ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार भी कहा जाता है, मस्तिष्क के विकास से संबंधित स्थितियों का एक विविध समूह है।
यह एक विकासात्मक स्थिति है, जिसमें सामाजिक संचार, सीमित रुचियों और दोहराव वाले व्यवहार के साथ लगातार चुनौतियाँ शामिल हैं।
सहवर्ती स्थितियाँ: ऑटिज्म से पीड़ित लोग अक्सर मिर्गी, अवसाद, चिंता और ध्यान की अति सक्रियता विकार से भी पीड़ित होते हैं।
महामारी विज्ञान: यह अनुमान लगाया गया है कि विश्व भर में लगभग 100 बच्चों में से 1 को ऑटिज्म है।
संभावित कारण
आनुवंशिक कारक: फ्रैगाइल एक्स सिंड्रोम और ट्यूबरस स्क्लेरोसिस जैसी कुछ विशिष्ट आनुवंशिक स्थितियों से प्रभावित लोगों में ऑटिज्म होने का जोखिम अधिक होता है:
अन्य कारक
गर्भावस्था के समय माता-पिता की अधिक आयु होना भी ऑटिज्म के अधिक जोखिम से जुड़ा हुआ है।
जागरूकता बढ़ाने के लिए पहल
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस (World Autism Awareness Day): 2 अप्रैल को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला यह दिवस ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों के लिए जागरूकता, शीघ्र निदान और हस्तक्षेप को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
जागरूकता से परे वैश्विक आंदोलन: ऑटिज्म से ग्रसित लोगों के योगदान को पहचानते हुए स्वीकृति, प्रशंसा और समावेश को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना।
जागरूकता कार्यक्रम: NIEPvD जैसे संगठन सांस्कृतिक प्रदर्शनों और सरकारी योजनाओं पर जानकारीपूर्ण सत्रों के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
समग्र शिक्षा योजना: भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित समग्र शिक्षा योजना ऑटिज्म विकार से प्रभावित बच्चों के लिए आवश्यक चिकित्सा और समर्थन प्रदान करती है।
अमृत भारत रेलवे स्टेशन (Amrit Bharat railway stations)
हाल ही में प्रधानमंत्री ने राजस्थान के बीकानेर से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 103 अमृत भारत रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन किया।
पहल की मुख्य विशेषताएँ
अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) के तहत, यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण किया जा रहा है।
अमृत भारत स्टेशन योजना की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता यह है कि पुनर्विकसित स्टेशन भवनों के डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित हैं।
उदाहरण के लिए, अहमदाबाद स्टेशन मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित है, जबकि द्वारका स्टेशन द्वारकाधीश मंदिर से प्रेरित है।
अमृत भारत स्टेशन योजना के बारे में
अमृत भारत स्टेशन योजना भारतीय रेलवे द्वारा फरवरी 2023 में शुरू की गई रेलवे आधुनिकीकरण पहल है।
मुख्य विशेषताएँ
सुगम्यता: दिव्यांगजनों के लिए रैंप, स्पर्शनीय मानचित्र और सुलभ शौचालयों सहित बेहतर सुविधाएँ।
एक स्टेशन एक उत्पाद: स्टेशन कियोस्क पर स्थानीय उत्पाद और पारंपरिक उत्पाद दिखाए जाते हैं, जो क्षेत्रीय संस्कृति तथा स्थानीय कारीगरों को बढ़ावा देते हैं।
शहरी एकीकरण: रेलवे स्टेशन को मेट्रो और बसों से जोड़ने से स्टेशन शहर से बेहतर तरीके से जुड़ेंगे।
आधुनिकीकरण: रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण करके यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाना।
अल्जीरिया को न्यू डेवलपमेंट बैंक का सदस्य बनाया गया
हाल ही में न्यू डेवलपमेंट बैंक (NBD) ने अल्जीरिया को अपना नया सदस्य बनाया है।
न्यू डेवलपमेंट बैंक (NBD) के बारे में
NBD एक बहुपक्षीय विकास बैंक है, जिसका उद्देश्य BRICS और अन्य EMDC में बुनियादी ढाँचे तथा सतत् विकास परियोजनाओं के लिए संसाधन जुटाना है।
मूल संगठन: ब्रिक्स (BRICS)।
स्थापना: इसकी स्थापना वर्ष 2015 में, समूह के सदस्य देशों में विकास परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए ब्राजील के फोर्टालेजा में छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में की गई थी।
मुख्यालय: शंघाई, चीन।
समान वोट: प्रत्येक भागीदार देश को एक वोट दिया जाता है तथा किसी भी देश के पास वीटो पॉवर नहीं होती।
सदस्यता: वर्तमान में NDB के 9 सदस्य हैं, जिनमें 5 BRICS राष्ट्र तथा बांग्लादेश, UAE, मिस्र और अल्जीरिया शामिल हैं।
NDB को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है।
अध्यक्षता: अध्यक्षता और उप-अध्यक्षता दोनों ही BRICS संस्थापक सदस्यों के बीच बारी-बारी से होती हैं।
भारत में NBD द्वारा वित्तपोषित प्रमुख परियोजनाएँ: मुंबई शहरी परिवहन परियोजना-3A-II; राजस्थान जल क्षेत्र पुनर्गठन परियोजना, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ क्षेत्रीय तीव्र पारगमन प्रणाली।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली को कारगर बनाने के लिए तीन डिजिटल पहल
हाल ही में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री ने भारत की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को सुव्यवस्थित करने के लिए तीन डिजिटल पहल (डिपो दर्पण पोर्टल, और डिजिटल प्लेटफॉर्म अन्न मित्र, और अन्न सहायता) शुरू की हैं।
तीन डिजिटल पहलों के बारे में
डिपो दर्पण पहल (Depot Darpan Initiative)
उद्देश्य: खाद्यान्न डिपो में पारदर्शिता, दक्षता और बुनियादी ढाँचे को बढ़ाना।
मुख्य विशेषताएँ
डिपो अधिकारियों के लिए स्व-मूल्यांकन और निगरानी पोर्टल।
निम्नलिखित के आधार पर एक समग्र रेटिंग प्रदान करता है:
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