100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

प्रोटॉन उत्सर्जन

Lokesh Pal June 11, 2025 03:50 56 0

संदर्भ

फिनलैंड के जैवस्कुले विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने एस्टेटाइन-188 (¹⁸⁸At) के क्षय का सफलतापूर्वक पता लगाया है और उसकी विशेषता बताई है।

प्रोटॉन उत्सर्जन क्या है?

  • प्रोटॉन उत्सर्जन रेडियोधर्मी क्षय का एक दुर्लभ रूप है जिसमें एक अस्थिर नाभिक अधिक स्थिर बनने के लिए एक प्रोटॉन का उत्सर्जन करता है।
  • प्रोटॉन उत्सर्जन क्यों होता है?
    • जब किसी नाभिक में बहुत अधिक प्रोटॉन जुड़ जाते हैं, तो वह एक ऐसे बिंदु पर पहुँच जाता है जहाँ अंतिम प्रोटॉन संयुक्त नहीं रह पाता और उत्सर्जित हो जाता है।
    • इसके परिणामस्वरूप प्रोटॉन उत्सर्जन होता है, जिसका निरीक्षण और अध्ययन करना कठिन होता है, क्योंकि ऐसे नाभिकों का उत्पादन दुर्लभ होता है तथा जीवनकाल भी अल्प होता है।

  • यह अन्य क्षय प्रकारों से किस प्रकार भिन्न है?
    • अधिकांश रेडियोधर्मी क्षय में अल्फा, बीटा या गामा उत्सर्जन शामिल होता है।
    • हालाँकि, प्रोटॉन उत्सर्जन, सीधे एक प्रोटॉन को बाहर निकालता है, जिससे यह बहुत दुर्लभ हो जाता है।
    • प्रोटॉन-उत्सर्जक समस्थानिकों के उदाहरण
      • एस्टेटाइन-188 (188At) को हाल ही में प्रोटॉन उत्सर्जन द्वारा क्षय होते हुए देखा गया था।
      • टेल्यूरियम-111 (111Te) और बिस्मथ-185 (185Bi) भी प्रोटॉन उत्सर्जक के रूप में जाने जाते हैं।
  • वैज्ञानिक महत्त्व
    • वैज्ञानिकों को परमाणु स्थिरता, परमाणु संरचना की सीमाओं को समझने और दुर्लभ परमाणु घटनाओं का पता लगाने में मदद करता है।
      • यह खगोल भौतिकी को समझने में मदद करता है, तारों में तत्वों के निर्माण को प्रभावित करता है।
      • सैद्धांतिक मॉडल में भी मदद करता है जो पूर्वानुमान लगता है कि भारी तत्व का क्षय  कैसे होते हैं।

एस्टेटाइन (Astatine- At) के बारे में

  • एस्टेटाइन (At) एक अत्यंत दुर्लभ और अत्यधिक रेडियोधर्मी तत्व है, जिसका परमाणु क्रमांक 85 है।
  • यह आवर्त सारणी में हैलोजन समूह (समूह 17) से संबंधित है
  • अन्य हैलोजनों के विपरीत, एस्टेटाइन का कोई स्थिर समस्थानिक नहीं है।
  • विशेषताएँ
    • अत्यधिक रेडियोधर्मी: सभी समस्थानिक अस्थिर हैं, 41 ज्ञात समस्थानिक (द्रव्यमान संख्या 188, 190-229)।
    • भौतिक गुण: संभवतः गहरे रंग का ठोस, आयनीकृत वायु के कारण नीली चमक उत्सर्जित करता है।
    • क्षय प्रक्रिया: 188-एस्टेटाइन एक प्रोटॉन उत्सर्जित करता है, जो 187-पोलोनियम में परिवर्तित हो जाता है, जो तीव्रता से 183-लेड में विघटित हो जाता है।
    • रासायनिक व्यवहार: आयोडीन के समान, लेकिन इसमें अधिक धात्विक गुण होते हैं।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.