हाल ही में संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मेलन (UNCTAD) ने समुद्री परिवहन की वर्ष 2024 समीक्षा जारी की गई।
समुद्री परिवहन रिपोर्ट 2024 की समीक्षा के बारे में
उद्देश्य: वैश्विक समुद्री उद्योग की वर्तमान स्थिति और भविष्य का विश्लेषण करना।
यह डीकार्बोनाइजेशन, डिजिटल परिवर्तन तथा भू-राजनीतिक और जलवायु-संबंधी जोखिमों के विरुद्ध लचीलेपन की आवश्यकता पर भी जोर देता है।
चोक पॉइंट क्या है?
इन बिंदुओं को रणनीतिक और संकीर्ण मार्ग के रूप में परिभाषित किया गया है।
यह दो बड़े क्षेत्रों के बीच एक दूसरे से संबंध स्थापित करता है।
समुद्री चोक पॉइंट के संदर्भ में, ये नहरें या जलडमरूमध्य (पनामा नहर, स्वेज नहर, मलक्का जलडमरूमध्य) हैं, जो अपने इष्टतम स्थान के कारण अंतरराष्ट्रीय व्यापार संचलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
रणनीतिक स्थान के कारण इन क्षेत्रों मे भारी मात्रा में यातायात देखने को मिलता है।
पनामा नहर: यह मध्य अमेरिका में अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ता है।
स्वेज नहर: यह जलमार्ग भूमध्य सागर और लाल सागर को जोड़ता है।
मलक्का जलडमरूमध्य: यह चोकपॉइंट चीन, भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया को जोड़ता है।
यह चीन, भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच सबसे छोटा रास्ता है।
रिपोर्ट से पाँच प्रमुख जानकारियाँ
प्रमुख समुद्री चोक पॉइंट की कमजोरियाँ
अंतर्दृष्टि: स्वेज नहर, पनामा नहर और लाल सागर जैसे प्रमुख शिपिंग चोक पॉइंट, जलवायु परिवर्तन, भू-राजनीतिक संघर्ष तथा क्षेत्रीय अस्थिरता से खतरे में है।
निहितार्थ: पनामा नहर में जलवायु-प्रेरित निम्न जल स्तर तथा लाल सागर में हूती हमलों जैसे व्यवधानों के साथ, शिपिंग कंपनियों को लंबे मार्गों, उच्च लागत और बढ़े हुए उत्सर्जन का सामना करना पड़ता है।
UNCTAD अनुशंसाएँ: वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं में व्यवधानों को रोकने के लिए उन्नत बुनियादी ढाँचे, पूर्व-चेतावनी प्रणालियों और क्षेत्रीय साझेदारी के माध्यम से इन मार्गों को सुरक्षित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना है।
समुद्री व्यापार सुधार को निरंतर जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है
अंतर्दृष्टि: वर्ष 2022 में गिरावट के बाद वर्ष 2023 में वैश्विक समुद्री व्यापार में 2.4% की वृद्धि हुई, लेकिन लगातार भू-राजनीतिक और जलवायु जोखिमों के कारण भविष्य की वृद्धि अनिश्चित बनी हुई है।
निहितार्थ: हालाँकि थोक वस्तु व्यापार स्थिर हो गया, कंटेनर व्यापार में केवल 0.3% की वृद्धि हुई। यूक्रेन जैसे जलवायु व्यवधान तथा भू-राजनीतिक संघर्ष, पुनर्प्राप्ति प्रयासों और वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं को खतरे में डालते हैं।
UNCTAD अनुशंसाएँ: संवेदनशील चोक पॉइंट पर निर्भरता को कम करने के लिए लचीले बुनियादी ढाँचे में निवेश करना और व्यापार मार्गों में विविधता लाना। क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देने से वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं को संतुलित करने में मदद मिल सकती है।
माल ढुलाई की बढ़ती लागत किस प्रकार मुद्रास्फीति एवं वृद्धि को प्रभावित करती है:-
अंतर्दृष्टि: चोक पॉइंट व्यवधानों और उच्च परिचालन लागत के कारण माल ढुलाई दरों में वृद्धि हुई है, जिससे मुद्रास्फीति और आर्थिक विकास प्रभावित हुआ है, विशेष रूप से छोटे द्वीप विकासशील राज्यों (SIDS) और अल्प-विकसित देशों (LDC) के लिए।
निहितार्थ: माल ढुलाई की बढ़ती दरों से उपभोक्ता कीमतें ऊँची होती हैं और कमजोर अर्थव्यवस्थाओं पर आर्थिक दबाव पड़ता है, जो समुद्री आयात पर बहुत अधिक निर्भर होते है।
UNCTAD अनुशंसाएँ: बढ़ती लागत को संबोधित करने के लिए माल बाजार निगरानी को मजबूत करना और उनकी अर्थव्यवस्थाओं को स्थिर करने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिक लचीली आपूर्ति शृंखलाओं के साथ SIDS तथा LDC का समर्थन करना है।
कम कार्बन उत्सर्जन वाली शिपिंग की आवश्यकता
अंतर्दृष्टि: कम-कार्बन शिपिंग की ओर बदलाव धीमा है, उच्च लागत और ईंधन प्रौद्योगिकी संबंधी चिंताएँ बेड़े के नवीनीकरण में बाधा बन रही है।
निहितार्थ: शिपिंग वैश्विक उत्सर्जन का 3% हिस्सा है, फिर भी केवल 50% नए जहाज वैकल्पिक ईंधन से सुसज्जित हैं। पुराने जहाज सक्रिय रहते हैं, जिससे डीकार्बोनाइजेशन प्रयासों में देरी होती है।
UNCTAD अनुशंसाएँ: प्रोत्साहनों तथा स्पष्ट नियामक ढाँचे के माध्यम से स्वच्छ ईंधन प्रौद्योगिकियों तथा बेड़े के नवीनीकरण में निवेश को बढ़ावा देना। डीकार्बोनाइजेशन में तेजी लाने और जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सरकारों और उद्योग के बीच सहयोग महत्त्वपूर्ण है।
बंदरगाह प्रदर्शन तथा व्यापार करने की सुविधा में सुधार
अंतर्दृष्टि: वैश्विक समुद्री व्यापार के लचीलेपन और दक्षता के लिए बंदरगाह संचालन और व्यापार सुविधा को बढ़ाना महत्त्वपूर्ण है।
निहितार्थ: बंदरगाह जलवायु जोखिमों और बढ़ती कार्गो मात्रा के दबाव में है।
ब्लॉकचेन तथा AI जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियाँ परिचालन को सुव्यवस्थित कर सकती हैं, भीड़भाड़ को कम कर सकती हैं और कुशल कार्गो ट्रैकिंग का समर्थन कर सकती हैं।
UNCTAD अनुशंसाएँ: जटिल वैश्विक शिपिंग आवश्यकताओं को सँभालने में सक्षम ‘स्मार्ट पोर्ट’ बनाने के लिए डिजिटल नवाचार और बुनियादी ढाँचे के उन्नयन को प्राथमिकता देना।
दीर्घकालिक लचीलेपन के लिए ‘क्लाइमेट प्रूफ पोर्ट’ संबंधी बुनियादी ढाँचे का विकास करना और सार्वजनिक-निजी भागीदारी को बढ़ावा देना आवश्यक है।
भारतीय अर्थव्यवस्था में समुद्री परिवहन की भूमिका
समुद्री परिवहन भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है, यह व्यापार, रोजगार और बुनियादी ढाँचे के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है।
व्यापार में योगदान
व्यापार की मात्रा एवं मूल्य: समुद्री परिवहन भारत के व्यापार का लगभग 95% मात्रा के हिसाब से और 70% मूल्य के हिसाब से व्यवस्थित करता है।
बंदरगाह: भारत में 12 प्रमुख बंदरगाह और लगभग 200 छोटे बंदरगाह हैं, जो घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय व्यापार दोनों को सुविधाजनक बनाते हैं।
चुनौतियाँ एवं अवसर
चुनौतियाँ: भू-राजनीतिक तनाव, जलवायु परिवर्तन तथा आपूर्ति शृंखला व्यवधान जैसे मुद्दे समुद्री परिवहन के लिए चुनौतियाँ उत्पन्न करते हैं।
अवसर: स्थायी बुनियादी ढाँचे, डीकार्बोनाइजेशन और मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग में निवेश से क्षेत्र की लचीलापन एवं दक्षता बढ़ सकती है।
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