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‘बंदी हाथियों’ के स्थानांतरण के नियम

Lokesh Pal March 20, 2024 05:54 215 0

संदर्भ

भारत सरकार ने बंदी हाथी (स्थानांतरण या परिवहन) नियम, 2024 [Captive Elephant (Transfer or Transport) Rules, 2024] पेश किया है, जो राज्यों के भीतर या राज्यों के बीच हाथियों के स्थानांतरण संबंधी प्रतिबंधों को आसान बनाता है।

बंदी हाथी (Captive Elephant)

  • ये हाथी पालतू नहीं बल्कि उपयोगी होते हैं एवं मनुष्यों द्वारा नियंत्रित होते हैं।
  • इन हाथियों को रखने का मुख्य लक्ष्य उनका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों जैसे- शैक्षिक, मनोरंजन एवं वनों में कार्य संबंधी उद्देश्यों के लिए करना है।
  • बंदी हाथी विभिन्न स्थलों जैसे चिड़ियाघरों, अभयारण्यों, सर्कसों एवं शिविरों आदि में पाए जा सकते हैं।

बंदी हाथी (स्थानांतरण या परिवहन) नियम, 2024 के प्रमुख प्रावधान

  • भारत में बंदी हाथियों को राज्यों के भीतर या राज्यों के बीच स्थानांतरित करने के लिए शर्तों को उदार बनाया गया है।
  • स्थानांतरण के लिए शर्तें: इसने हाथियों के स्थानांतरण के लिए मानदंड निर्धारित किए।
    • कुछ परिस्थितियों में हाथियों को स्थानांतरित किया जा सकता है:

      • जब वर्तमान मालिक हाथी की पर्याप्त देखभाल करने में असमर्थ हो।
      • जब यह मान लिया जाए कि हाथी को अन्यत्र बेहतर देखभाल मिलेगी।
      • जब राज्य के मुख्य वन्यजीव वार्डन यह निर्धारित करते हैं कि यह हाथी की भलाई के लिए आवश्यक है।
  • नियम में अंतर-राज्य (Intra-state) एवं राज्यान्तरिक (Inter-state) स्थानांतरण के लिए आवश्यक पशु चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य प्रमाणन की रूपरेखा दी गई है।
    • राज्य के भीतर स्थानांतरण: राज्य के भीतर हाथी को स्थानांतरित करने से पहले:
      • एक पशु-चिकित्सक को हाथी के स्वास्थ्य को प्रमाणित करना होगा।
      • उप वन संरक्षक को वर्तमान एवं संभावित आवासों की उपयुक्तता की पुष्टि करनी चाहिए।
      • मुख्य वन्यजीव वार्डन के पास इन आकलनों के आधार पर स्थानांतरण को मंजूरी या अस्वीकार करने का अधिकार है।
    • राज्यान्तरिक (Inter-state) स्थानांतरण: राज्यों के बीच हाथियों को स्थानांतरित करने के लिए समान शर्तें लागू होती हैं:
      • स्थानांतरण शुरू होने से पहले हाथी की आनुवंशिक प्रोफाइल को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (भारत सरकार) में पंजीकृत किया जाना चाहिए।
  • नियम में हाथियों के लिए कुछ परिवहन दिशा-निर्देश दिए गए हैं:
    • साथ में आने वाले कार्मिक: यात्रा के दौरान हाथियों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ एक महावत एवं एक हाथी सहायक होना चाहिए।
    • स्वास्थ्य प्रमाणन: हाथी के परिवहन के लिए उपयुक्तता एवं संक्रामक रोगों की अनुपस्थिति की पुष्टि करने के लिए पशु चिकित्सक से स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र प्राप्त करना आवश्यक है।
    • क्वारंटीन प्रोटोकॉल: संक्रामक रोगों के मामलों में, स्थानांतरण केवल पशु चिकित्सक द्वारा अनुशंसित अनिवार्य क्वारंटीन अवधि को पूरा करने के बाद ही आगे बढ़ाया जा सकता है।
    • लोडिंग से पहले देखभाल: हाथियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए परिवहन वाहनों पर लोड करने से पहले उन्हें पर्याप्त भोजन एवं पानी उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
    • रास्ते में प्रावधान: हाथियों की पोषण एवं जलयोजन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पूरी यात्रा के दौरान भोजन और पानी का प्रावधान सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
    • ट्रैंक्विलाइजेशन (Tranquilization) प्रोटोकॉल: यदि हाथी घबराहट या ससंकित व्यवहार प्रदर्शित करते हैं, तो उनके सुरक्षित परिवहन को सुनिश्चित करने के लिए पशु चिकित्सक द्वारा ट्रैंक्विलाइजर या शामक दवाएँ दी जा सकती हैं।

  • वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972: पहले, यह अधिनियम सभी जंगली जानवरों की सुरक्षा, उनके आवास, प्रबंधन एवं उनके व्यापार के विनियमन के लिए जिम्मेदार था।
  • वर्ष 2022 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में संशोधन: वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 में वर्ष 2022 में संशोधन किया गया।
  • कानून विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों एवं उनके आवासों की सुरक्षा के लिए नियम निर्धारित करता है।
  • यह इन आवासों के प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देशों की भी रूपरेखा तैयार करता है।
  • इसके अतिरिक्त, यह जंगली जानवरों के विभिन्न हिस्सों से बने उत्पादों के व्यापार को नियंत्रित एवं देखरेख करता है।

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम: हाथियों का व्यापार और स्थानांतरण

  • पूर्व निषेध: अगस्त 2022 तक, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम ने जंगली एवं बंदी हाथियों दोनों सहित वन्यजीवों के व्यापार पर सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया।
  • छूट खंड (Exemption Clause) का परिचय: अधिनियम में संशोधन ने एक छूट खंड पेश किया, जिससे पहली बार बंदी हाथियों के हस्तांतरण की अनुमति मिली।
  • संसदीय समिति की सिफारिशें: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने परंपरा एवं संरक्षण के बीच संतुलन की वकालत करते हुए, मंदिर ट्रस्टों के स्वामित्व वाले हाथियों को छोड़कर, इस छूट खंड को हटाने की सिफारिश की थी।
  • अंतिम विधान: सिफारिशों के बावजूद, संशोधित अधिनियम ने बंदी हाथियों की आवाजाही की अनुमति दी।
    • हालाँकि, केवल स्वामित्व के मौजूदा प्रमाण-पत्र वाले हाथी ही स्थानांतरण के लिए पात्र हैं।

बंदी हाथी स्थानांतरण के संबंध में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में किए गए संशोधनों के प्रभाव

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में संशोधन का उद्देश्य सांस्कृतिक प्रथाओं के संरक्षण के साथ बंदी हाथियों के कल्याण को संतुलित करना है।

  • हाथियों की देखभाल बढ़ाना
    • बेहतर देखभाल और कल्याण: संशोधन स्वीकार करते हैं कि कुछ बंदी हाथियों को उपयुक्त आवासों में स्थानांतरित करने से बेहतर देखभाल एवं कल्याण हो सकता है।
    • रहने की स्थिति को बढ़ाना: अधिनियम का उद्देश्य स्थानांतरण की सुविधा को आसान बनाकर इन हाथियों के रहने की स्थिति को सुधारना है।
  • प्रबंधन चुनौतियों का समाधान
    • स्थान, पोषण और स्वास्थ्य: बंदी हाथियों को अक्सर स्थान, पोषण एवं स्वास्थ्य से संबंधित चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हाथियों के स्थानांतरण से ये समस्याएँ कम हो जाएँगी।
    • हाथियों का सुचारु स्थानांतरण: संशोधन जिम्मेदार हस्तांतरण के लिए एक कानूनी ढाँचा स्थापित करता है, जो विशिष्ट परिस्थितियों में एवं उचित निरीक्षण के साथ हाथियों का सुचारु स्थानांतरण सुनिश्चित करता है।
  • आनुवंशिक विविधता का संवर्द्धित संरक्षण
    • यह पता लगाने की क्षमता को बढ़ावा देता है एवं आनुवंशिक विविधता को संरक्षित करता है: स्थानांतरण से पहले हाथियों की आनुवंशिक प्रोफाइल को पंजीकृत करने से पता लगाने की क्षमता को बढ़ावा मिलता है एवं आनुवंशिक विविधता को संरक्षित किया जाता है।
      • यह उपाय हाथियों की आबादी के दीर्घकालिक संरक्षण में योगदान देता है।
  • सांस्कृतिक एवं धार्मिक प्रथाओं की मान्यता
    • हालाँकि संरक्षण के प्रयास सर्वोपरि हैं, अधिनियम भारत में हाथियों के सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्त्व को मान्यता देता है।
      • मंदिर ट्रस्ट, जो अक्सर बंदी हाथियों के संरक्षक होते हैं, को स्थानांतरण प्रावधानों से छूट दी गई है।
  • परंपरा एवं संरक्षण में संतुलन: संशोधन बंदी हाथियों के कल्याण को सुनिश्चित करते हुए सांस्कृतिक प्रथाओं को बनाए रखने का प्रयास करते हैं।

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