हाल ही में अस्ताना, कजाखस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक आयोजित हुई।
बैठक से संबंधित तथ्य
बैठक के दौरान सभी SCO सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों द्वारा एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए।
बैठक के बाद एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी की गई, जिसमें SCO के रक्षा मंत्रियों ने अन्य पहलों के अलावा, ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के विचार को विकसित करने पर सहमति व्यक्त की, जो ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ के प्राचीन भारतीय दर्शन का परिचायक है।
शंघाई सहयोग संगठन (SCO)
परिचय
SCO एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है।
यह एक राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य संगठन है, जिसका लक्ष्य क्षेत्र में शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखना है।
इसे वर्ष 2001 में बनाया गया था।
SCO चार्टर पर वर्ष 2002 में हस्ताक्षर किए गए और वर्ष 2003 में इसे लागू किया गया।
संरचना
वर्ष 2001 में SCO के गठन से पहले, कजाखस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस और ताजिकिस्तान शंघाई फाइव के सदस्य थे।
शंघाई फाइव (1996) सीमाओं के सीमांकन और विसैन्यीकरण वार्ता की एक शृंखला से उभरा, जिसे चार पूर्व सोवियत गणराज्यों ने चीन के साथ सीमाओं पर स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आयोजित किया था।
वर्ष 2001 में संगठन में उज्बेकिस्तान के शामिल होने के बाद शंघाई फाइव का नाम बदलकर SCO कर दिया गया।
भारत को वर्ष 2005 में SCO में एक पर्यवेक्षक बनाया गया था और इसने आमतौर पर समूह की मंत्रिस्तरीय बैठकों में भाग लिया है, जो मुख्य रूप से यूरेशियन क्षेत्र में सुरक्षा और आर्थिक सहयोग पर केंद्रित हैं।
भारत और पाकिस्तान वर्ष 2017 में इसके सदस्य बने।
वर्तमान सदस्य: कजाखस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत, पाकिस्तान और ईरान ।
ईरान वर्ष 2023 में SCO का स्थायी सदस्य बना।
उद्देश्य
सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास और सद्भाव को मजबूत करना।
राजनीति, व्यापार और अर्थव्यवस्था, अनुसंधान तथा प्रौद्योगिकी एवं संस्कृति के क्षेत्र में प्रभावी सहयोग को बढ़ावा देना।
शिक्षा, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण आदि क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ाना।
संबद्ध क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करना।
एक लोकतांत्रिक, निष्पक्ष और तर्कसंगत नई अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक तथा आर्थिक व्यवस्था की स्थापना करना।
संरचना
राज्य परिषद का प्रमुख: यह SCO का सर्वोच्च निकाय है, जो अपने आंतरिक कामकाज और अन्य राज्यों तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ संबंधों पर निर्णय लेता है एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार करता है।
सरकारी परिषद का प्रमुख: यह बजट को मंजूरी देता है और SCO के भीतर आर्थिक संबंधों से संबंधित मामलों पर विचार-विमर्श करता है।
विदेश मंत्रियों की परिषद: यह दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों से संबंधित मुद्दों पर विचार करती है।
क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना (RATS): आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से निपटने के लिए स्थापित।
SCO सचिवालय
इसका सचिवालय बीजिंग में है, यहीं से सूचनात्मक, विश्लेषणात्मक और संगठनात्मक सहायता प्रदान की जाती है।
आधिकारिक भाषा
SCO सचिवालय की आधिकारिक कामकाजी भाषा रूसी और चीनी (मंदारिन) है।
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