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स्टेट ऑफ ग्लोबल वाटर रिसोर्स 2024

Lokesh Pal September 22, 2025 02:52 5 0

संदर्भ

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा जारी स्टेट ऑफ ग्लोबल वाटर रिसोर्स रिपोर्ट 2024 में जल चक्र में बढ़ते असंतुलन पर प्रकाश डाला गया है। इसमें सूखे, बाढ़ और ग्लेशियरों के पिघलने की बढ़ती घटनाओं का उल्लेख है, जिससे पूरे विश्व के अरबों लोग प्रभावित हो रहे हैं।

जल चक्र (हाइड्रोलॉजिकल चक्र)

  • जल चक्र या हाइड्रोलॉजिकल चक्र पृथ्वी पर जल की निरंतर गति है, जिसमें यह वायुमंडल, सतह और भूमिगत जल के माध्यम से एक लगातार प्रक्रिया के रूप में संचालित होता है। यह प्रक्रिया वाष्पीकरण, संघनन, वर्षा, सतही बहाव और अंत:स्राव के चरणों से होती है तथा पृथ्वी पर जल की उपलब्धता, जलवायु और पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखती है।

WMO रिपोर्ट की मुख्य बिंदु

  • असामान्य नदी बेसिन: पूरे विश्व के नदी बेसिन में से केवल 1/3 में सामान्य स्थिति थी; लगातार छठे वर्ष 2/3 बेसिन सामान्य से ऊपर या नीचे रहे।
  • ग्लेशियरों का पिघलना
    • तीसरे लगातार वर्ष ग्लेशियरों में बड़े पैमाने पर हिमस्खलन हुआ, लगभग 450 गीगा टन, जिससे समुद्र का स्तर 1.2 मिमी. बढ़ गया।
    • यह मात्रा 180 मिलियन ओलंपिक स्विमिंग पूल के बराबर है और कोलंबिया के ग्लेशियरों में हिम का लगभग 5% भाग कम हो  गया।
    • कई छोटे ग्लेशियर वाले क्षेत्रों में जल स्तर की अधिकतम सीमा तक पहुँच गया।
  • जल संकट: 3.6 अरब लोग पूर्व से ही वर्ष में कम-से-कम एक बार जल की कमी का सामना करते हैं; अनुमान है कि वर्ष 2050 तक यह संख्या 5 अरब से अधिक हो जाएगी (UN वॉटर)।
  • जलवायु परिस्थितियाँ: वर्ष 2024 अब तक का सबसे गर्म वर्ष था।
    • अलनीनो का प्रभाव: दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भाग, अमेजन और दक्षिणी अफ्रीका में सूखे की स्थिति।
    • औसत से अधिक वर्षा: मध्य/पश्चिमी अफ्रीका, विक्टोरिया झील क्षेत्र, कजाखस्तान, दक्षिणी रूस, मध्य यूरोप, पाकिस्तान, उत्तरी भारत, दक्षिणी ईरान और उत्तर-पूर्वी चीन।
  • क्षेत्रीय पैटर्न
    • सूखा: अमेजन बेसिन, दक्षिण अमेरिका (पाराना, ओरिनोको, साओ फ्राँसिस्को), दक्षिणी अफ्रीका (जांबेजी, लिंपोपो, ओकावांगो)।
    • बाढ़: पश्चिम अफ्रीका (सेनेगल, नाइजर, लेक चाड, वोल्टा); यूरोप में वर्ष 2013 के बाद तीव्र बाढ़ की उपस्थिति उत्पन्न हुई।
    • सामान्य से अधिक जल प्रवाह: डैन्यूब, गंगा, गोदावरी, सिंधु और मध्य एशियाई नदियाँ।
  • झीलें, जलाशय, भूजल
    • झीलें: 75 बड़ी झीलों में गर्मियों में सामान्य से अधिक तापमान देखा गया → जिससे जल की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
    • भूजल: 47 देशों के 37,406 कुओं में से केवल 38% में सामान्य स्तर था; अधिक निकासी एक लगातार समस्या है।
    • जल भण्डारण और मृदा में नमी: आर्द्र क्षेत्रों (यूरोप, भारत) में जल का पुनर्भंडारण हुआ; अफ्रीका, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में कमी बनी हुई है।

व्यापक निहितार्थ

  • पारिस्थितिकी तंत्र: स्वच्छ जल की अनियमित उपलब्धता जैव विविधता के लिए खतरा है।
  • सामाजिक-आर्थिक: खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा आपूर्ति, विस्थापन और जन स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव।
  • ग्लेशियर पिघलना: समुद्र का स्तर बढ़ने से तटीय क्षेत्रों में लाखों लोगों को खतरा है।
  • SDG 6 (जल और स्वच्छता): पूरा विश्व लक्ष्य से बहुत पीछे है।

WMO की सिफारिशें

  • डेटा की कमी: अभी केवल कुछ ही स्थानों पर मॉनिटरिंग की जा रही है; पर्याप्त डेटा के अभाव में वास्तविक स्थिति का आकलन करना कठिन है।
  • वैश्विक सहयोग: हाइड्रोलॉजिकल मॉनिटरिंग, सैटेलाइट सिस्टम और देशों के बीच डेटा शेयरिंग में निवेश की आवश्यकता है।
  • विज्ञान-आधारित नीति: जलवायु परिवर्तन से निपटने और आपदा जोखिम को कम करने के लिए विश्वसनीय जल संबंधी जानकारी महत्त्वपूर्ण है।

स्टेट ऑफ ग्लोबल वाटर रिसोर्स रिपोर्ट के बारे में

  • प्रकाशितकर्ता: विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO)।
  • वार्षिक रिपोर्ट: यह पूरे विश्व में जल संसाधनों का एक व्यापक और सुसंगत अवलोकन प्रस्तुत करती है।
    • यह दर्जनों राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और जल विज्ञान सेवाओं, अन्य संगठनों तथा विशेषज्ञों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है।

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के बारे में

  • प्रकृति: WMO एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसके 193 सदस्य देश और क्षेत्र हैं, जिनमें भारत भी शामिल है।
  • प्रारंभ: इसकी शुरुआत वर्ष 1873 में वियना में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान सम्मेलन में स्थापित अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन से हुई।
  • स्थापना: WMO की औपचारिक स्थापना 23 मार्च, 1950 को WMO कन्वेंशन के अनुमोदन के माध्यम से हुई।
  • UN एजेंसी: बाद में यह मौसम विज्ञान (मौसम और जलवायु), परिचालन जल विज्ञान और संबंधित भू-भौतिकीय विज्ञान के लिए संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी बन गई।
  • मुख्यालय: यह स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थित है।

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