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Lokesh Pal
September 04, 2025 03:25
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सर्वोच्च न्यायालय की दो न्यायाधीशों की पीठ ने वर्ष 2014 के प्रमति शैक्षिक एवं सांस्कृतिक ट्रस्ट निर्णय पर पुनर्विचार करने का आह्वान किया, जिसमें शिक्षा के अधिकार अधिनियम से अल्पसंख्यक संस्थानों को पूर्ण छूट दिए जाने पर सवाल उठाया गया था।
प्रमति एजुकेशनल एंड कल्चरल ट्रस्ट बनाम भारत संघ (2014)
सर्वोच्च न्यायालय की समीक्षा में सार्वभौमिक शिक्षा अधिकारों को अल्पसंख्यक स्वायत्तता के साथ संतुलित करना होगा, सांस्कृतिक पहचान की रक्षा करते हुए समानता, समावेशिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करनी होगी, इस प्रकार संवैधानिक नैतिकता के भीतर अनुच्छेद-21A और 30(1) में सामंजस्य स्थापित करना होगा।
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