हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने तीन प्रमुख पहल प्रवाह (PRAVAAH) पोर्टल, रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप एवं एक फिनटेक रिपॉजिटरी] शुरू की हैं।
प्रवाह पोर्टल की आवश्यकता
नियामक आवश्यकताएँ: विभिन्न संस्थाओं को RBI द्वारा विनियमित गतिविधियों के संचालन के लिए लाइसेंस या प्राधिकरण प्राप्त करना होगा।
इसके अतिरिक्त, विनियमित संस्थाओं को समय-समय पर विभिन्न कानूनों एवं विनियमों के तहत RBI से विशिष्ट नियामक अनुमोदन प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
वर्तमान में, आवेदन एवं अनुमोदन प्रक्रियाएँ ऑनलाइन तथा ऑफलाइन तरीकों के संयोजन के माध्यम से होती हैं।
वित्तीय क्षेत्र के अनुपालन को सुव्यवस्थित करना: वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में वित्तीय क्षेत्र के नियामकों के लिए अनुपालन की लागत को सुव्यवस्थित, सरल बनाने एवं कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
इसमें विभिन्न नियमों के तहत आवेदनों के प्रसंस्करण के लिए परिभाषित समय-सीमा स्थापित करना शामिल है।
प्रवाह की भूमिका: ‘प्रवाह’ अंततः RBI के कार्यों में प्रस्तुत सभी प्रकार के आवेदनों को कवर करेगा।
प्रवाह (PRAVAAH) पोर्टल अर्थात विनियामक अनुप्रयोग, सत्यापन और प्राधिकरण के लिए मंच (Platform for Regulatory Application, VAlidation and AutHorisation)
परिचय: प्रवाह पोर्टल किसी भी व्यक्ति या इकाई के लिए रिजर्व बैंक को किए गए किसी भी संदर्भ पर प्राधिकरण, लाइसेंस या नियामक अनुमोदन प्राप्त करने के लिए एक सुरक्षित एवं केंद्रीकृत वेब-आधारित पोर्टल है।
विशेषताएँ: पोर्टल पर, विभिन्न नियामक एवं पर्यवेक्षी विभागों को कवर करने वाले 60 आवेदन पत्र ऑनलाइन जमा किए जा सकते हैं।
पोर्टल पर, कोई इकाई, स्थिति को ट्रैक/निगरानी कर सकती है एवं साथ ही RBI किसी निर्दिष्ट आवेदन से संबंधित निर्णय समयबद्ध तरीके से भेज सकता है।
आवश्यकतानुसार अधिक आवेदन पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे।
रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप (Retail Direct Mobile App)
परिचय: रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप खुदरा निवेशकों को रिटेल डायरेक्ट प्लेटफॉर्म तक निर्बाध एवं सुविधाजनक पहुँच प्रदान करेगा तथा सरकारी प्रतिभूतियों (G-Sec) के लेन-देन में आसानी प्रदान करेगा।
रिटेल डायरेक्ट पोर्टल का शुभारंभ: नवंबर 2021 में, रिटेल डायरेक्ट योजना शुरू की गई, जिससे व्यक्तिगत निवेशकों को RBI के साथ गिल्ट खाते रखने एवं सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश में संलग्न होने का अवसर प्राप्त हुआ।
एक गिल्ट खाता एक बैंक खाते के समान ही कार्य करता है, इस अंतर के साथ कि यह मुद्रा के बजाय ट्रेजरी बिल या सरकारी प्रतिभूतियों से डेबिट या जमा किया जाता है।
ऐप का लाभ: रिटेल डायरेक्ट मोबाइल ऐप के लॉन्च के साथ, खुदरा निवेशक अब अपने स्मार्टफोन पर मोबाइल ऐप का उपयोग करके G-Sec में लेनदेन कर सकते हैं।
ऐप की विशेषताएँ: इस एप्लिकेशन के माध्यम से, निवेशक ट्रेजरी बिल के साथ-साथ केंद्र एवं राज्य सरकार दोनों के बॉण्ड खरीद सकते हैं।
यह प्राथमिक नीलामी में प्रतिभूतियों को खरीदने एवं ‘नेगोशिएटेड डीलिंग सिस्टम-ऑर्डर मैचिंग सिस्टम’ (Negotiated Dealing System Order Matching system- NDS OM) प्लेटफॉर्म के माध्यम से खरीद/बिक्री ऑर्डर निष्पादित करने की सुविधा प्रदान करता है।
रिटेल डायरेक्ट योजना के लाभ
प्रत्यक्ष पहुँच: योजना के भीतर, छोटे निवेशकों के पास म्यूचुअल फंड जैसे किसी मध्यस्थ की आवश्यकता के बिना, सरकारी प्रतिभूतियों (G-Sec), या बांड को सीधे खरीदने या बेचने का अवसर होता है।
शून्य डिफाॅल्ट जोखिम: उधारकर्ता के रूप में सरकार के पास, धन के संबंध में एक संप्रभु गारंटी होती है, जिससे डिफाॅल्ट का शून्य जोखिम सुनिश्चित होता है।
ब्याज दर लाभ: इसके अतिरिक्त, मौजूदा ब्याज दर रुझानों के आधार पर, सरकारी प्रतिभूतियाँ बैंक सावधि जमा की तुलना में अधिक आकर्षक ब्याज दरें प्रदान कर सकती हैं।
फिनटेक रिपॉजिटरी के बारे में
उद्देश्य: फिनटेक रिपॉजिटरी का उद्देश्य फिनटेक संस्थाओं, उनकी गतिविधियों, प्रौद्योगिकी उपयोग आदि के बारे में आवश्यक जानकारी प्राप्त करना है।
विनियमित एवं अनियमित दोनों तरह के फिनटेक को भंडार में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
रिपॉजिटरी का प्रबंधन: फिनटेक रिपॉजिटरी सुरक्षित वेब-आधारित एप्लिकेशन हैं एवं RBI की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिजर्व बैंक इनोवेशन हब (Reserve Bank Innovation Hub- RBIH) द्वारा प्रबंधित की जाती हैं।
कार्य: भंडार समग्र क्षेत्रीय स्तर के डेटा, रुझान, विश्लेषण आदि की उपलब्धता को सक्षम करेगा जो नीति निर्माताओं एवं भाग लेने वाले उद्योग के सदस्यों दोनों के लिए उपयोगी होगा।
एमटेक रिपोजिटरीज (EmTech Repositories)
परिचय: केवल RBI द्वारा विनियमित संस्थाओं (बैंकों एवं NBFCs) के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों (जैसे AI, ML, क्लाउड कंप्यूटिंग, DLT, क्वांटम, आदि) को अपनाने के लिए एक संबंधित रिपॉजिटरी, जिसे ‘एमटेक रिपोजिटरी’ कहा जाता है, भी लॉन्च की जा रही है।
स्वामित्व: एमटेक रिपॉजिटरी सुरक्षित वेब-आधारित एप्लिकेशन हैं एवं RBI की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिजर्व बैंक इनोवेशन हब (RBIH) द्वारा प्रबंधित की जाती हैं।
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