तंबाकू, लगभग 26 करोड़ भारतीयों एवं 60 लाख उद्योग श्रमिकों को प्रभावित करता है तथा महत्त्वपूर्ण स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न करता है।
भारत में तंबाकू उपयोग की स्थिति
वैश्विक वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण (Global Adult Tobacco Survey- GATS): यह वर्ष 2015-2016 एवं 2019-2021 के बीच महिलाओं के बीच तंबाकू के उपयोग में वृद्धि को छोड़कर, 15 वर्ष एवं उससे अधिक उम्र के वयस्कों के बीच तंबाकू के उपयोग में सामान्य गिरावट का संकेत देता है।
युवा तंबाकू के उपयोग में गिरावट: ‘ग्लोबल यूथ तंबाकू सर्वेक्षण’ (GYTS) 13-15 वर्ष की आयु के छात्रों के बीच तंबाकू के उपयोग में कमी दर्शाता है।
NFHS डेटा: राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS), जो 15 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए तंबाकू के उपयोग के आँकड़ों को रिकॉर्ड करता है, वैश्विक वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण (GATS) के निष्कर्षों को प्रतिबिंबित करता है, जो कुछ अपवादों को छोड़कर, कुल मिलाकर तंबाकू की खपत में गिरावट का संकेत देता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day)
परिचय: विश्व तंबाकू निषेध दिवस वर्ष 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के सदस्य राष्ट्रों द्वारा अपनाया गया था। 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है
थीम: विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2024 का विषय ‘बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना’ है ताकि भावी पीढ़ियों की रक्षा की जा सके एवं यह सुनिश्चित किया जा सके कि तंबाकू के उपयोग में गिरावट जारी रहे।
तंबाकू नियंत्रण पर WHO फ्रेमवर्क कन्वेंशन (FCTC)
परिचय: तंबाकू नियंत्रण पर WHO फ्रेमवर्क कन्वेंशन, WHO के तत्त्वावधान में वार्ता की गई पहली अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिसे वर्ष 2003 में विश्व स्वास्थ्य सभा द्वारा अपनाया गया था।
भारत द्वारा अनुसमर्थन: भारत ने वर्ष 2004 में तंबाकू नियंत्रण पर WHO फ्रेमवर्क कन्वेंशन की पुष्टि की, जो तंबाकू नियंत्रण के वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संधि है।
उद्देश्य
तंबाकू की माँग को कम करने के लिए मूल्य एवं कर उपाय।
तंबाकू की माँग को कम करने के लिए गैर-मूल्य उपाय।
तंबाकू सामग्री एवं उत्पाद विनियमन।
तंबाकू उपयोग को सीमित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम
सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (COTPA): सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (COTPA), 2003 ने वर्ष 1975 के सिगरेट अधिनियम को प्रतिस्थापित कर दिया, जिसमें सिगरेट से परे इसके दायरे का विस्तार करते हुए सिगार, बीड़ी, चबाने वाली तंबाकू तथा पान मसाला जैसे विभिन्न तंबाकू उत्पादों को शामिल किया गया।
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (National Tobacco Control Program- NTCP): इसे वर्ष 2007 में लॉन्च किया गया था एवं इसे COTPA तथा FCTC के कार्यान्वयन में सुधार करने, तंबाकू के उपयोग के नुकसान के बारे में जागरूकता बढ़ाने एवं लोगों को इसे छोड़ने में मदद करने के लिए शुरू किया गया है।
एम-सेसेशन (mCessation): यह भारत की मोबाइल आधारित तंबाकू समाप्ति पहल है, जिसे वर्ष 2016 में डिजिटल इंडिया के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था।
यह तंबाकू छोड़ने के इच्छुक उपयोगकर्ताओं एवं कार्यक्रम विशेषज्ञों के बीच इंटरैक्टिव समर्थन के लिए टेक्स्ट मैसेजिंग का उपयोग करता है।
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