100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

इस्लामोफोबिया पर संयुक्त राष्ट्र का प्रस्ताव

Lokesh Pal March 19, 2024 06:07 176 0

संदर्भ 

हाल ही में, UNGA में पाकिस्तान द्वारा पेश किया गए इस्लामोफोबिया प्रस्ताव पर भारत ने रोक लगा दी है, जिसे ‘इस्लामोफोबिया से निपटने हेतु अंतरराष्ट्रीय दिवस’ पर पेश किया गया था।

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA)

  • इसकी स्थापना 1945 में संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के तहत हुई थी।
  • मुख्यालय: न्यूयॉर्क शहर, संयुक्त राज्य अमेरिका।
  • भूमिका: यह संयुक्त राष्ट्र के छह प्रमुख अंगों में से एक है, जो प्राथमिक नीति निर्माता निकाय के रूप में कार्य करता है।
  • कार्य 
    • बहुपक्षीय चर्चा के लिए मंच: यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर द्वारा शामिल किए गए अंतरराष्ट्रीय मुद्दों की बहुपक्षीय चर्चा के लिए मंच प्रदान करता है।
  • समान प्रतिनिधित्व: संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य राष्ट्र को महासभा की गतिविधियों में समान रूप से वोट का अधिकार प्राप्त है।

इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस की शुरुआत 

  • महासभा द्वारा वर्ष 2022 में जारी एक प्रस्ताव के अनुसार, 15 मार्च को इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया गया है।
  • यह निर्णय वर्ष 2019 में न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में दो मस्जिदों में हुई सामूहिक गोलीबारी के बाद लिया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए थे।

संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव की मुख्य विशेषताएँ 

  • परिचय: 193 सदस्यीय महासभा ने पाकिस्तान द्वारा प्रस्तावित और चीन द्वारा समर्थित इस्लामोफोबिया से निपटने के उपायनामक प्रस्ताव को अपनाया।
  • प्रस्ताव हेतु मतदान: 115 देशों ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया तथा 44 देशों ने मतदान नहीं किया, जिनमें भारत, ब्रिटेन, फ्राँस, जर्मनी, इटली, ब्राजील आदि शामिल थे। किसी भी देश ने इस प्रस्ताव का विरोध नहीं किया।
  • इस्लामोफोबिया की निंदा करने वाला प्रस्ताव 
    • वैश्विक चिंताएँ
      • वैश्विक स्तर पर नफरत और कट्टरता की बढ़ती घटनाओं के बीच, इस प्रस्ताव का उद्देश्य मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव से निपटना है।
      • कुरान का अपमान, मस्जिदों पर हमले और धार्मिक असहिष्णुता जैसी घटनाओं में वृद्धि।
      • इस प्रस्ताव में मुसलमानों के खिलाफ नकारात्मक रूढ़िवादिता, नफरत और हिंसा की घटनाओं पर ध्यान दिया गया है।
    • विशेष प्रतिनिधि: इस प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र महासचिव से इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए एक विशेष प्रतिनिधि नियुक्त करने का अनुरोध किया गया है।

धार्मिक-फोबिया: इसे धार्मिक आस्था, धार्मिक लोगों या संगठनों के कारण उत्पन्न डर अथवा चिंता के रूप में परिभाषित किया गया है। उदाहरण के लिए, यहूदी विरोधी भावना, क्रिस्चियनोफोबिया, इस्लामोफोबिया आदि।

प्रस्ताव पर भारत का रुख 

  • विशेष प्रतिनिधि के पद का विरोध: भारत ने एक धर्म के आधार पर सृजित विशेष प्रतिनिधि के पद का विरोध किया है।
  • बजट संबंधी चिंताएँ: भारत ने ऐसे प्रतिनिधि की स्थापना और उससे संबंधित पर्याप्त बजट की उपलब्धता पर चिंता जताई है।
  • सार्वभौमिक रुख: भारत सभी प्रकार की धार्मिक असहिष्णुता और कट्टरता के खिलाफ खड़ा है, उदाहरण के तौर पर, यहूदी विरोधी भावना, ईसाई धर्म का भय या इस्लामोफोबिया का मामला।
    • भारत ने दृढ़ता से कहा है कि प्रस्ताव को केवल एक धर्म पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए, बल्कि हिंदू, बौद्ध, सिख या अन्य धर्मों के खिलाफ जारी धार्मिक गतिविधियाँ एवं भावनाओं को भी स्वीकार करना चाहिए।
  • धार्मिक कट्टरता की प्रमुख घटनाएँ: धार्मिक कट्टरता की घटनाएँ हिंदू, बौद्ध और सिख धर्म की बड़ी आबादी को प्रभावित कर रही हैं।
    • धार्मिक स्थानों पर हमले: गुरुद्वारों, मठों और मंदिरों जैसे धार्मिक स्थानों पर हमलों की घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है, जैसे- बामियान में स्थित बुद्ध की मूर्तियों का विनाश, गुरुद्वारा परिसरों का उल्लंघन और मंदिरों पर हमले आदि समकालीन समय में धार्मिक कट्टरता के उदाहरण हैं।
  • प्रस्ताव के संबंध में भारत की चिंताएँ
    • धर्म विशेष से भय उत्पन्न होना 
      • प्रस्ताव के कारण एक विशेष धर्म से जुड़े मुद्दों पर खास ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जो संभावित रूप से संयुक्त राष्ट्र को धार्मिक आधार पर विभाजित कर सकता है।
    • व्यापक दृष्टिकोण का आग्रह
      • भारत ने सदस्य देशों से वैश्विक स्तर पर धार्मिक भेदभाव के संबंध में व्यापक दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया है।
      • विशिष्ट संसाधन आवंटन से उत्पन्न असमानता: इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए विशेष रूप से संसाधनों का आवंटन किया जाएगा, जबकि अन्य धर्मों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान सामान्य रूप से किया जाएगा, जिससे धार्मिक असमानता की भावना उत्पन्न हो सकती है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.