100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन

Lokesh Pal April 29, 2025 03:23 182 0

संदर्भ

फ्राँस और कोस्टारिका वैश्विक महासागर संरक्षण प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए 9-13 जून, 2025 तक नीस, फ्राँस में तृतीय संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC-3) की सह-मेजबानी करेंगे।

संबंधित तथ्य

  • नाइस महासागर समझौता (Nice Ocean Agreements): इस सम्मेलन का उद्देश्य महासागर संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) के साथ संरेखित एक बाध्यकारी अंतरराष्ट्रीय समझौते के रूप में ‘नाइस महासागर समझौते‘ को स्थापित करना है।

संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन के बारे में

  • संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन, महासागर संरक्षण पर कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए एक वैश्विक मंच है, जो SDG-14 (जल के नीचे जीवन) को लागू करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • उत्पत्ति: संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क के तहत शुरू किए गए, महासागर सम्मेलन जलवायु स्थिरता और मानव समृद्धि में महासागर की केंद्रीय भूमिका की बढ़ती मान्यता से उभरे।
  • प्रतिभागी: UNOC-3 लगभग 100 राष्ट्राध्यक्षों, सरकारों, शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों, व्यापारिक हस्तियों, कार्यकर्ताओं और महासागर स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध नागरिकों की मेजबानी करेगा।
  • सम्मेलन: पहले संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (वर्ष 2017, न्यूयॉर्क) में महासागर स्वास्थ्य के लिए स्वैच्छिक प्रतिबद्धताओं पर जोर दिया गया, जबकि दूसरा (वर्ष 2022, लिस्बन) समुद्री संरक्षण पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया।
    • UNOC-3 का उद्देश्य महासागर की सुरक्षा और शासन संबंधी अंतराल को दूर करने के लिए प्रतिबद्धताओं से आगे बढ़कर ठोस, प्रवर्तनीय अंतरराष्ट्रीय समझौतों तक पहुँचना है।
  • प्राथमिकता वाले क्षेत्र: UNOC-3 तीन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
    • प्राथमिकता 1: महासागर से जुड़ी बहुपक्षीय प्रक्रियाओं को पूरा करने की दिशा में कार्य करना।
    • प्राथमिकता 2: SDG-14 के लिए वित्तीय संसाधन जुटाना और एक स्थायी ‘ब्लू इकोनॉमी’  के विकास का समर्थन करना।
    • प्राथमिकता 3: नीति-निर्माण को बढ़ाने के लिए समुद्री विज्ञान से जुड़े ज्ञान को मजबूत करना और बेहतर ढंग से प्रसारित करना।

आगामी UNOC-3 के अपेक्षित परिणाम

  • कार्रवाई-उन्मुख परिणामों पर ध्यान केंद्रित करना: इसका उद्देश्य महासागर शासन, संधारणीय उपयोग, संवर्द्धित वित्तपोषण और महासागर-संबंधी ज्ञान को मजबूत करने के लिए ठोस, परिचालनात्मक कार्रवाई करना है।
  • वैश्विक शासन को मजबूत करना: उच्च समुद्र शासन को विनियमित करने और राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे मौजूदा कानूनी शून्यता को समाप्त करने के लिए BBNJ समझौते की पुष्टि करने पर जोर दिया जाएगा।
  • वित्त और संधारणीय नवाचार: UNOC-3 वैश्विक व्यापार, शिपिंग और पर्यटन में एक संधारणीय ‘ब्लू इकोनॉमी’ को बढ़ावा देने के लिए अधिक सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के वित्तपोषण और प्रतिबद्धताओं का समर्थन करेगा।

समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की चुनौतियाँ

  • प्रदूषण और अपशिष्ट: प्रत्येक वर्ष महासागरों में आठ मिलियन टन से अधिक प्लास्टिक फेंका जाता है, जिससे समुद्री प्रदूषण बढ़ता है और जलीय जीवन को नुकसान पहुँचता है।
  • अतिदोहन: वैश्विक मत्स्य भंडार के एक-तिहाई से अधिक हिस्से का अतिदोहन किया जाता है, जिससे जैव विविधता और दीर्घकालिक खाद्य सुरक्षा को खतरा उत्पन्न होता है।
  • जलवायु परिवर्तन के प्रभाव: अनियंत्रित जलवायु परिवर्तन के कारण महासागरों का अम्लीकरण, समुद्र का बढ़ता स्तर और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का विनाश तेजी से बढ़ रहा है।
  • शासन संबंधी कमियाँ: समुद्र के 60% हिस्से में फैले उच्च समुद्र क्षेत्र, बड़े पैमाने पर अनियमित बने हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पर्यावरण का क्षरण हो रहा है और अवैध गतिविधियाँ जैसे कि गैर-अधिकृत मत्स्यपालन आदि हो रहा है।

महासागर और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा के लिए पहल

  • BBNJ समझौता: संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के तहत BBNJ समझौते का उद्देश्य राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे क्षेत्रों में गतिविधियों को विनियमित करना है और प्रभावी होने के लिए 60 देशों द्वारा अनुसमर्थन की आवश्यकता है।
  • संधारणीय ब्लू इकोनॉमी: UNOC-3 आर्थिक विकास के साथ-साथ समुद्री संसाधनों के पुनर्जनन को सुनिश्चित करने के लिए समुद्री उद्योगों में संधारणीय आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
  • वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना: वैश्विक पहल समुद्र के विशाल, अनदेखे हिस्सों को बेहतर ढंग से समझने और संरक्षित करने के लिए विज्ञान, नवाचार और सार्वजनिक शिक्षा को जुटाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
  • जागरूकता पहल: फ्राँस UNOC-3 के लिए संवाद, जागरूकता और नीति सिफारिशों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय शहरों में ‘वी आर द ओशन’ महोत्सव और दिल्ली में ‘ब्लू टॉक्स’ का आयोजन करेगा।

भारत के लिए महासागर का महत्त्व

  • महासागर भारत की अर्थव्यवस्था को व्यापार, मत्स्यपालन और पर्यटन के माध्यम से 7,517 किलोमीटर लंबी तटरेखा के साथ सहारा देता है।
  • यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण अपतटीय पवन और ज्वारीय ऊर्जा जैसे स्थायी ऊर्जा संसाधन प्रदान करता है।
  • महासागर भारत की पर्यावरणीय स्थिरता के लिए महत्त्वपूर्ण वैज्ञानिक अनुसंधान और जलवायु विनियमन में योगदान देता है।
    • महासागरों की रक्षा के लिए, हमें अपने ज्ञान को विस्तृत कर व्यापक रूप से साझा करना चाहिए, क्योंकि चंद्रमा और मंगल की तुलना में महासागरों की विशाल गहराई का अधिकांश हिस्सा अभी भी अज्ञात है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.