100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

UPI का विस्तार: भारत अब तीव्र भुगतान प्रक्रिया में दुनिया में अग्रणी

Lokesh Pal July 23, 2025 03:00 9 0

संदर्भ

भारत तीव्र भुगतान प्रक्रिया में वैश्विक रूप से अग्रणी बन गया है, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपनी रिपोर्ट बढ़ते खुदरा डिजिटल भुगतान: अंतर-संचालन का मूल्य में इसका उल्लेख किया है, इस रिपोर्ट में एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला गया है।

मुख्य तथ्य

  • IMF का मानना है कि भारत तीव्र भुगतान में वैश्विक रूप से अग्रणी है।
  • जून 2025 तक 18.39 अरब UPI लेनदेन के जरिए 24 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।
  • UPI भारत के 85% डिजिटल भुगतान और वैश्विक स्तर पर लगभग 50% डिजिटल भुगतान को संचालित करता है।
  • UPI के माध्यम से प्रतिदिन 64 करोड़ से अधिक के लेन-देन का प्रबंधन किया जाता है।

रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएँ

  • डिजिटल भुगतान में वैश्विक नेतृत्व: भारत का एकीकृत भुगतान इंटरफेस अब दुनिया की नंबर एक रियल-टाइम भुगतान प्रणाली भी है।
  • अत्यधिक लेन-देन: UPI प्रतिदिन 640 मिलियन से अधिक लेन-देन का प्रबंधन करता है, जबकि वीजा 639 मिलियन लेन-देन का प्रबंधन करता है।
  • नवीनतम आँकड़े (जून 2025): UPI ने मासिक 18 बिलियन से अधिक लेन-देन संसाधित किए।
    • अकेले जून माह में UPI द्वारा 24.03 लाख करोड़ रुपये मूल्य के लेन-देन संसाधित किए गए, जो पिछले वर्ष इसी माह की तुलना में लेन-देन की मात्रा में 32% की वृद्धि है।
  • प्रमुख शक्ति: UPI अब भारत में सभी डिजिटल भुगतानों का 85% और दुनिया भर में सभी रियल-टाइम डिजिटल लेन-देन का लगभग आधा हिस्सा सँभालता है।
  • व्यापक पहुँच: यह प्लेटफॉर्म अब 491 मिलियन व्यक्तियों और 65 मिलियन व्यापारियों को सेवा प्रदान करता है।
  • क्रियाशील अंतर-संचालनीयता: UPI से पहले, डिजिटल भुगतान केवल बंद प्लेटफॉर्म तक ही सीमित थे।
  • UPI ने बैंकों और ऐप्स के बीच वास्तविक अंतर-संचालनीयता को सक्षम किया, जिससे उपयोगकर्ताओं को अपनी पसंद चुनने की स्वतंत्रता मिली और प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा मिला, जिसके परिणामस्वरूप इसे तीव्रता से अपनाया गया और इसका दैनिक उपयोग व्यापक हुआ।
  • वैश्विक पहुँच के लिए रणनीतिक प्रयास
    • अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति: UPI अब सात देशों में कार्यरत है: संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्राँस और मॉरीशस।
    • यूरोपीय क्षेत्र में प्रवेश: फ्राँस में UPI का प्रवेश विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि यह यूरोप में इसका पहला प्रवेश है। इससे भारतीय उपभोक्ताओं और व्यवसायों को विदेशों में निर्बाध रूप से भुगतान करने और प्राप्त करने की सुविधा मिलती है।
    • ब्रिक्स विस्तार: भारतीय प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स समूह के भीतर UPI के विस्तार के लिए सक्रिय रूप से प्रयास किया है और विभिन्न नए सदस्य देशों को शामिल करके इसका विस्तार किया है, जिससे धन प्रेषण प्रवाह और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

UPI का वैश्वीकरण: डिजिटल भुगतान कूटनीति के लिए भारत का प्रयास

  • वैश्विक पहुँच के लिए RBI का रणनीतिक प्रयास: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपने भुगतान विजन 2025 में UPI के अंतरराष्ट्रीयकरण को एक प्रमुख उद्देश्य के रूप में चिह्नित किया है।
    • RBI का भुगतान विजन 2025 एक रणनीतिक रोडमैप है, जो भारत में डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने पर केंद्रित है, जिसका लक्ष्य सभी उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित, सुविधाजनक और किफायती भुगतान समाधान प्रदान करना है।
  • वैश्विक विस्तार में विदेश मंत्रालय की भूमिका: विदेश मंत्रालय (MEA) भारत की भू-राजनीतिक और सॉफ्ट पॉवर रणनीति के अनुरूप, विदेशों में UPI को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
  • UPI का वैश्विक लेन-देन हिस्सा: अब वैश्विक स्तर पर लगभग 50 प्रतिशत लेन-देन UPI के माध्यम से होते हैं। यह गति और सरलता के लिए निर्मित एक खुली और अंतर-संचालनीय प्रणाली को दर्शाता है।
  • वैश्विक नेतृत्व: ACI वर्ल्डवाइड रिपोर्ट, 2024 के अनुसार, वर्ष 2023 तक भारत वैश्विक रियल-टाइम भुगतान लेन-देन का लगभग 49% हिस्सा होगा, जो डिजिटल भुगतान नवाचार में इसके नेतृत्व को दर्शाता है।
  • अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए UPI: NRI अब UPI का उपयोग करने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबरों को भारतीय बैंक खातों से जोड़ सकते हैं।
    • निम्नलिखित देशों में समर्थित:
      • ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्राँस, हांगकांग, मलेशिया
      • ओमान, कतर, सऊदी अरब, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात
      • UK, USA
    • भारत में रियल टाइम INR लेन-देन को सक्षम बनाता है, जिससे प्रवासी समुदाय के लिए वित्तीय संपर्क में सुधार होता है।
  • विदेशी पर्यटकों के लिए UPI: “UPI वन वर्ल्ड“: विदेशी पर्यटकों को भारत की यात्रा के दौरान UPI का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करने के लिए लॉन्च किया गया।
    • पर्यटकों को अपने पासपोर्ट और वैध भारतीय वीजा का उपयोग करके पूर्ण KYC सत्यापन पूरा करना होगा।
    • अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए कैशलेस भुगतान की सुविधा प्रदान करके व्यापार और पर्यटन में आसानी को बढ़ावा देता है।

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) क्या है?

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एक रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली है जो मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से बैंक खातों के बीच तत्काल धन हस्तांतरण को सक्षम बनाती है। यह तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) के बुनियादी ढाँचे पर आधारित है। UPI कई बैंक खातों को एक ही ऐप में लाता है और धन हस्तांतरण, व्यापारी भुगतान और पीयर-टू-पीयर भुगतान अनुरोध जैसी विभिन्न सुविधाओं का समर्थन करता है, जिससे डिजिटल लेनदेन त्वरित और सुविधाजनक हो जाता है।

एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI) के बारे में

  • एक ऐसी प्रणाली, जो उपयोगकर्ताओं को एक ही मोबाइल एप्लिकेशन से कई बैंक खातों को जोड़ने की सुविधा देती है, जिसमें विभिन्न बैंकिंग सुविधाएँ, निर्बाध निधि मार्ग और व्यापार भुगतान शामिल हैं।
    • यह मोबाइल फोन के माध्यम से तत्काल ‘रियल-टाइम’ भुगतान सक्षम बनाता है।
  • लॉन्च: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा वर्ष 2016 में लॉन्च किया गया।
    • NPCI एक गैर-लाभकारी संस्था है, जिसकी स्थापना वर्ष 2008 में RBI और भारतीय बैंक संघ द्वारा भारत में खुदरा भुगतानों के प्रबंधन के लिए की गई थी। यह भौतिक और डिजिटल दोनों प्रकार के लेन-देन के लिए एक सुरक्षित और कुशल बुनियादी ढाँचा प्रदान करता है।
  • मुख्य विचार: 675 बैंकों को एक एकीकृत प्रणाली के माध्यम से जोड़ना, जिससे डिजिटल लेन-देन आसान और वहनीय हो।
  • मुख्य विशेषताएँ: तत्काल धन हस्तांतरण, बिल भुगतान, व्यापारी भुगतान, पीयर-टू-पीयर हस्तांतरण, 24/7 पहुँच।

UPI का महत्त्व

  • इंटरऑपरेबिलिटी: UPI उपयोगकर्ताओं को एक ही, सामान्य प्रोटोकॉल का उपयोग करके विभिन्न बैंकों और ऐप्स के बीच पैसे भेजने की सुविधा देता है। इस इंटरऑपरेबिलिटी ने प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा दिया और सेवाओं में सुधार किया।
  • आसानी और सुरक्षा: उपयोगकर्ता केवल एक UPI ID के साथ मोबाइल ऐप्स के माध्यम से सुरक्षित लेन-देन कर सकते हैं, जिससे संवेदनशील बैंक विवरण साझा करने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
  • सुविधाजनक सुविधाएँ: QR कोड भुगतान, ऐप-आधारित ग्राहक सहायता और 24×7 पहुँच जैसी सुविधाओं ने UPI को छोटे, दैनिक लेन-देन के लिए भी सुविधाजनक बना दिया है।
  • व्यवसायों के लिए किफायती: छोटे व्यवसायों के लिए, UPI डिजिटल भुगतान स्वीकार करने का एक शून्य-लागत या कम-लागत वाला तरीका प्रदान करता है, जो ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में विशेष रूप से उपयोगी है। इसकी गति और वहनीयता इसे सभी के लिए सुलभ बनाते हैं।

UPI के हालिया विकास

  • संवादात्मक ध्वनि भुगतान: NPCI द्वारा ग्लोबल फिनटेक फेस्ट वर्ष 2024 में प्रस्तुत किया गया।
    • उपयोगकर्ताओं को कई भारतीय भाषाओं में ध्वनि आदेशों का उपयोग करके लेन-देन पूरा करने की सुविधा देता है।
    • इसका उद्देश्य वृद्धों, अर्द्ध-साक्षरों, दृष्टिबाधित लोगों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए डिजिटल भुगतान को अधिक सुलभ बनाना है।
  • UPI लाइट (ऑफलाइन लेन-देन के लिए): बिना इंटरनेट के कम मूल्य के लेन-देन के लिए डिजाइन किया गया, यह ग्रामीण और आपातकालीन उपयोग को बढ़ाता है।
    • कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में भी ऑफलाइन QR कोड स्कैनिंग और डेबिट प्रोसेसिंग का समर्थन करता है।
    • वर्ष 2024 तक, RBI ने प्रति लेन-देन सीमा को बढ़ाकर ₹1,000 कर दिया है और कुल दैनिक शेष सीमा ₹5,000 हो गई है, जिससे इसे व्यापक रूप से अपनाया जा रहा है।
  • UPI वाउचर: प्राप्तकर्ता के मोबाइल नंबर से जुड़े प्रीपेड, उद्देश्य-विशिष्ट वाउचर प्रदान करता है।
    • लक्षित सरकारी कल्याणकारी योजनाओं, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT), कॉरपोरेट उपहार और धर्मार्थ सहायता के लिए उपयोगी।
    • गोपनीयता और जवाबदेही सुनिश्चित करता है, क्योंकि वाउचर का उपयोग केवल इच्छित मोबाइल प्राप्तकर्ता ही कर सकता है।
  • UPI 123PAY (वर्ष 2021 में लॉन्च): NPCI और Naffa Innovations की एक संयुक्त पहल, जो फीचर फोन के जरिए UPI लेन-देन को सक्षम बनाती है।
    • कम बैंडविड्थ और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले उपयोगकर्ताओं को IVR (इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पांस) और वॉइस कमांड के जरिए सुरक्षित भुगतान करने में सक्षम बनाता है।
    • बैंकिंग सेवाओं से वंचित और कम बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने वाले लोगों के लिए डिजिटल वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के व्यापक मिशन का एक हिस्सा।
  • UPI लेन-देन सीमा में वृद्धि: 8 दिसंबर, 2023 को, RBI ने शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों और सरकारी एवं कर भुगतान जैसी विशिष्ट श्रेणियों के लिए UPI लेन-देन सीमा ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी है।
    • यह विस्तार उच्च-मूल्य वाले डिजिटल भुगतानों में UPI की भूमिका को बढ़ाता है और NEFT/RTGS पर निर्भरता को कम करता है।

UPI का डिजिटल आधार

  • जन धन योजना (PMJDY)-वित्तीय समावेशन: यह योजना पहला बड़ा कदम था। इसने लाखों लोगों के लिए बैंक खाते खोलने में मदद की, जिन्होंने पहले कभी बैंक का प्रयोग नहीं किया था।
    • 9 जुलाई, 2025 तक, 55.83 करोड़ से अधिक खाते खोले जा चुके हैं। इन खातों से लोग सीधे सरकारी लाभ प्राप्त कर सकते हैं और सुरक्षित रूप से पैसे बचा सकते हैं।
  • आधार – सभी के लिए एक डिजिटल पहचान: आधार प्रत्येक व्यक्ति को उसकी उँगलियों या आँखों के निशान से जुड़ी एक विशिष्ट पहचान प्रदान करता है। यह पहचान सिद्ध करना आसान और सुरक्षित बनाता है।
    • 30 जून, 2025 तक 142 करोड़ से अधिक आधार कार्ड जारी किए जा चुके थे। आधार का प्रयोग अब UPI समेत कई डिजिटल सेवाओं के लिए किया जाता है।
  • कनेक्टिविटी और 5G रोलआउट: भारत ने अधिकतर देशों की तुलना में तेजी से 5G सेवा शुरू की है, और लगभग सभी जिलों में अब 4.74 लाख बेस स्टेशन सक्रिय हैं।
    • देश में 116 करोड़ का विशाल मोबाइल उपयोगकर्ता आधार भी है।
    • साथ ही, इंटरनेट डेटा की कीमतें वर्ष 2014 में ₹308/GB से घटकर वर्ष 2022 में केवल ₹9.34/GB रह गईं। इसका अर्थ है कि अब अधिक लोग डिजिटल सेवाओं का तेजी से और वहनीय तरीके से प्रयोग कर सकते हैं।

इंटरऑपरेबिलिटी और UPI

  • इंटरऑपरेबिलिटी का अर्थ है कि विभिन्न प्रणालियाँ एक साथ कार्य कर सकती हैं, जिससे उपयोगकर्ता विभिन्न बैंकों या ऐप्स के माध्यम से धन भेज/प्राप्त कर सकते हैं।
  • इसके लिए आवश्यक है: सॉफ्टवेयर संगतता के लिए समान तकनीकी मानक
    • साझा डेटा की स्पष्ट व्याख्या
    • सभी प्रतिभागियों के लिए सहमत भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ।
  • UPI से पूर्व: भारत क्लोज्ड-लूप सिस्टम पर निर्भर था (उदाहरण के लिए, वॉलेट ऐप्स केवल अपने नेटवर्क के भीतर ही लेन-देन की अनुमति देते थे)। तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) अंतर-बैंक हस्तांतरण को सक्षम बनाती थी, लेकिनथर्ड पार्टी ऐप्स के माध्यम से नहीं।
    • IMPS भारत में उपलब्ध एक रियल टाइम, 24/7 अंतर-बैंकइलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सर्विसहै, जो मोबाइल, इंटरनेट और ATM चैनलों के माध्यम से तत्काल धन हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करती है।
    • IMPS का प्रबंधन NPCI द्वारा किया जाता है।

  • UPI की सफलता: बैंकों और फिनटेक ऐप्स को जोड़ने वाला एक साझा प्लेटफॉर्म बनाया गया।
    • वास्तविक अंतर-संचालन क्षमता को सक्षम किया गया, कोई भी UPI-सक्षम ऐप किसी भी अन्य ऐप का प्रयोग करने वाले व्यक्ति को पैसे भेज सकता है, चाहे वह किसी भी बैंक या ऐप का उपयोग कर रहा हो।
  • UPI की इंटरऑपरेबिलिटी के मुख्य लाभ
    • उपयोगकर्ता को विश्वास और उपयोगिता के आधार पर ऐप्स चुनने की स्वतंत्रता।
    • स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा देता है, जिससे बेहतर सुविधाएँ और सुरक्षा मिलती है।
    • तेजी से अपनाए जाने को बढ़ावा मिला और UPI को लाखों लोगों के दैनिक वित्तीय जीवन का हिस्सा बनाया।

UPI का प्रभाव: प्रौद्योगिकी से परे

  • कमजोर समूहों को सशक्त बनाना: इसका लघु व्यवसायों, रेहड़ी-पटरी वालों और प्रवासी मजदूरों पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जिससे उन्हें धन हस्तांतरण और भुगतान प्राप्त करने का एक आसान और कुशल तरीका मिल गया है।
  • कोविड-19 उत्प्रेरक: कोविड-19 महामारी के दौरान इसका उपयोग काफी तेजी से बढ़ा, क्योंकि लोगों ने नकद लेन-देन के बजाय सुरक्षित और संपर्क रहित विकल्प तलाश लिए।
  • व्यवहारगत बदलाव और विश्वास: UPI की सफलता इसके द्वारा प्रेरित व्यवहारगत बदलाव से भी आती है, जहाँ प्रणालीगत विश्वास और इसकी पहुँच महत्त्वपूर्ण थी।
    • वॉयस बॉक्स: एक सरल लेकिन महत्त्वपूर्ण नवाचार, छोटी दुकानों पर वॉयस बॉक्स भुगतान राशि की घोषणा करते हैं, जिससे उन विक्रेताओं के बीच विश्वास बढ़ता है, जो प्रायः डिजिटल भुगतान से कतराते थे।
    • उपयोगकर्ता की पसंद: UPI का डिजाइन उपयोगकर्ताओं को अपने बैंक की परवाह किए बिना अपने पसंदीदा भुगतान ऐप चुनने की अनुमति देता है, जिससे उपभोक्ताओं को अधिक शक्ति मिलती है।
  • रुपे क्रेडिट कार्ड एकीकरण: UPI के साथ रुपे क्रेडिट कार्ड का एकीकरण एक क्रांतिकारी कदम है, जिससे उपयोगकर्ता बचत खातों से पैसे निकालने के बजाय अपनी क्रेडिट लाइनों के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
    • रुपे क्रेडिट कार्ड, NPCI द्वारा विकसित एक घरेलू क्रेडिट कार्ड नेटवर्क है, जिसका उद्देश्य भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और वीजा तथा मास्टरकार्ड जैसे वैश्विक कार्ड नेटवर्क के लिए एक लागत प्रभावी विकल्प प्रदान करना है।

UPI के समावेशी और स्केलेबल विकास की चुनौतियाँ

  • साइबर सुरक्षा जोखिम और धोखाधड़ी: UPI के बढ़ते उपयोग के साथ, फिशिंग, पहचान की चोरी और नकली UPI लिंक जैसी साइबर धोखाधड़ी बढ़ रही है।
    • वित्त वर्ष 2023-24 में, भारतीयों को 13.4 लाख से अधिक UPI धोखाधड़ी के मामलों में ₹1,087 करोड़ का नुकसान हुआ।
    • वित्त वर्ष 2022-23 से अब तक धोखाधड़ी की कुल 27 लाख घटनाओं के माध्यम से ₹2,145 करोड़ से अधिक की ठगी हो चुकी है।
  • बुनियादी ढाँचे की कमी और डिजिटल विभाजन: जहाँ 95.15% गाँवों में 3G/4G है, वहीं दूरदराज के इलाकों में ब्रॉडबैंड और स्मार्टफोन की पहुँच अभी भी कम है। इससे डिजिटल भुगतान में पूरी भागीदारी सीमित हो जाती है।
  • डिजिटल साक्षरता और बहिष्कार: कई भारतीय, विशेषतः ग्रामीण और बुजुर्ग आबादी में, UPI का सुरक्षित उपयोग करने के कौशल या आत्मविश्वास की कमी है। इससे धोखाधड़ी की आशंका या उपयोग न होने की संभावना बढ़ सकती है।
  • लेन-देन सीमाएँ और व्यापारियों की चिंताएँ: ₹1 लाख की मानक UPI सीमा (कुछ मामलों में इससे अधिक) उच्च-मूल्य के हस्तांतरण को प्रतिबंधित कर सकती है।
    • छोटे व्यापारियों को UPI की बढ़ती संख्या के कारण GST अनुपालन नोटिस का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनमें डर पैदा हो रहा है और वे नकद भुगतान की ओर लौट रहे हैं।
  • परिचालन स्थिरता और मापनीयता: UPI की सफलता दर ऊँची है, लेकिन कभी-कभार, विशेषतः व्यस्त समय के दौरान, डाउनटाइम, विश्वास को प्रभावित करता है।
    • यहाँ तक कि 0.8% की विफलता दर (2024) भी लाखों लेन-देन को बाधित कर सकती है।
  • वैश्विक व्यापारी स्वीकृति: UPI 7 देशों में स्वीकार किया जाता है, लेकिन व्यापक वैश्विक स्वीकृति धीमी है।
    • स्थानीय भुगतान नियम, स्थानीय प्रणालियों से प्रतिस्पर्द्धा और साझेदारियों की कमी बाधाएँ उत्पन्न करती हैं।
  • ग्राहक सहायता में कमी: कई उपयोगकर्ताओं को शिकायत निवारण में देरी या अस्पष्टता का सामना करना पड़ता है, विशेषतः असफल या विवादित UPI लेन-देन के दौरान।
  • बाजार संकेंद्रण जोखिम: UPI लेन-देन का 85% से अधिक हिस्सा दो ऐप्स के माध्यम से होता है, जिससे प्रणालीगत विफलता और कम प्रतिस्पर्द्धा का जोखिम पैदा होता है।
  • जागरूकता और डेटा गोपनीयता: UPI सुविधाओं के बारे में उपयोगकर्ताओं की सीमित जागरूकता और ऐप-स्तरीय डेटा प्रबंधन में कम पारदर्शिता चिंता का विषय बनी हुई है।

एक लचीले और समावेशी UPI पारिस्थितिकी तंत्र के संबंध में आगे की राह

  • साइबर सुरक्षा और धोखाधड़ी की रोकथाम: संदिग्ध UPI लेन-देन की वास्तविक समय में निगरानी के लिए उन्नत धोखाधड़ी विश्लेषण और गतिशील जोखिम मूल्यांकन उपकरण का प्रयोग करना।
    • जन जागरूकता अभियान: 40% UPI धोखाधड़ी, उपयोगकर्ता की लापरवाही के कारण होती है (RBI)। टीवी, रेडियो और स्थानीय मीडिया के माध्यम से लक्षित डिजिटल स्वच्छता अभियान शुरू करना।
    • सहायक अवसंरचना: तेज और सुलभ धोखाधड़ी रिपोर्टिंग के लिए केंद्रीय भुगतान धोखाधड़ी सूचना रजिस्ट्री (CPFIR) और 1930 साइबर हेल्पलाइन के उपयोग का विस्तार करना।
    • बहु-कारक प्रमाणीकरण: वर्तमान केवल-पिन प्रणाली के अतिरिक्त, विशेष रूप से उच्च-जोखिम वाले लेन-देन के लिए, बायोमेट्रिक या व्यवहारिक प्रमाणीकरण लागू करना।
  • डिजिटल अवसंरचना विस्तार: ट्राई (2023) के अनुसार, 25 करोड़ भारतीयों की अभी भी मोबाइल तक पहुँच नहीं है। वंचित ग्रामीण क्षेत्रों में दूरसंचार और ब्रॉडबैंड विस्तार में तेजी लाना।
    • भारतनेट में निवेश: भारतनेट कार्यक्रम के तहत सभी ग्राम पंचायतों में समयबद्ध रूप से फाइबर-ऑप्टिक इंटरनेट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना।
    • स्केलेबल आर्किटेक्चर: डाउनटाइम कम करने और पूरे नेटवर्क में लेन-देन प्रतिक्रिया समय <15 सेकंड बनाए रखने के लिए NPCI और बैंकिंग अवसंरचना को उन्नत करना।
  • नवाचार के माध्यम से समावेशन: फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए UPI लाइट (नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) के माध्यम से) और UPI123Pay का विस्तार करना, जिससे स्मार्टफोन तक पहुँच सुनिश्चित हो।
    • NFC एक कम दूरी की वायरलेस कनेक्टिविटी तकनीक है, जो निकटवर्ती उपकरणों को एक-दूसरे के साथ संचार करने की अनुमति देती है।
    • QR-आधारित माइक्रो भुगतान: ग्रामीण बाजारों, स्थानीय दुकानों और मंडियों में कम लागत वाले QR कोड समाधानों का विस्तार करना।
    • क्षेत्रीय अनुकूलन: कम साक्षरता वाले उपयोगकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए सरल इंटरफ़ेस वाले बहुभाषी, ध्वनि सहायता प्राप्त UPI ऐप लॉन्च करना।
    • प्रशिक्षण कार्यक्रम: डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों, किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए स्थानीय डिजिटल साक्षरता अभियान चलाएँ।
  • नीति और नियामक सुधार: शून्य-व्यापारी छूट दर (MDR) नीति का पुनर्मूल्यांकन करना; भुगतान सेवा प्रदाताओं (PSP) के लिए एक स्तरीय MDR मॉडल या सरकार द्वारा वित्त पोषित सहायता पर विचार करना।
    • व्यापारी छूट दर (MDR) बैंकों और भुगतान सेवा प्रदाताओं (जैसे- फोन पे, गूगल पे आदि) द्वारा डिजिटल भुगतान लेन-देन के प्रसंस्करण के लिए व्यापारियों से लिया जाने वाला शुल्क है। यह आमतौर पर लेन-देन राशि का एक प्रतिशत होता है और यह बुनियादी ढाँचे, साइबर सुरक्षा और परिचालन लागतों को कवर करने में मदद करता है।
    • दिसंबर 2019 में, भारत सरकार ने UPI और RuPay लेन-देन पर शून्य MDR नीति की घोषणा की।
    • शिकायत निवारण: अनिवार्य समाधान संबंधी समय सीमा और रियल टाइम ट्रैकिंग के साथ एक एकीकृत, ऐप-एकीकृत निवारण प्रणाली का निर्माण करना।
    • उपयोगकर्ता-केंद्रित डिजाइन: यह सुनिश्चित करने के लिए कि ऐप्स डिजाइन और डेटा साझाकरण दोनों में सरल, पारदर्शी और सुरक्षित हों, UI/UX (उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस और उपयोगकर्ता अनुभव) दिशा-निर्देशों को लागू करना।
  • सीमा पार एकीकरण और वैश्विक कूटनीति: मुद्रा रूपांतरण, अंतर-संचालन और पारस्परिक क्यूआर कोड पहचान के लिए केंद्रीय बैंकों और वित्तीय प्रौद्योगिकी नियामकों के साथ द्विपक्षीय समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करना।
    • लक्षित उपयोग के मामले: पर्यटन (विदेश में UPI का उपयोग करने वाले भारतीय यात्री) और प्रेषण (भारतीय खातों में वास्तविक समय में, कम लागत वाले स्थानांतरण) को प्राथमिकता देना।
  • व्यापारी सक्षमता और लघु एवं मध्यम उद्यम (SME) डिजिटलीकरण: छोटे व्यापारियों के लिए डिजिटल भुगतान समाधान और अनुपालन पर क्षेत्रीय GST जागरूकता अभियान आयोजित करना।
    • समाधान सहायता: व्यापारियों को लेन-देन प्रबंधित करने और कुशलतापूर्वक रिटर्न दाखिल करने के लिए उपयोग में आसान डैशबोर्ड और ऐप प्रदान करना।
    • गतिशील प्रोत्साहन: SME क्षेत्र में पहली बार डिजिटल उपयोगकर्ताओं को शामिल करने के लिए कैशबैक, लेन-देन संबंधी पुरस्कार या कर छूट प्रदान करना।

निष्कर्ष

UPI आर्थिक न्याय और डिजिटल सशक्तीकरण के संवैधानिक दृष्टिकोण को मूर्त रूप देता है, समावेशी विकास को बढ़ावा देता है, असमानताओं को कम करता है और भारत को एक वैश्विक फिनटेक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित करता है, जो सुलभ, सुरक्षित और नागरिक-केंद्रित डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे के लिए प्रतिबद्ध है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.