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Lokesh Pal
May 24, 2025 03:36
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हाल ही में, सर्वोच्च न्यायालय ने हैदराबाद के काँचा गाचीबोवली (Kancha Gachibowli) में वनों की कटाई को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया, जिससे विकास संबंधी दबावों के कारण भारत के शहरी वनों की संवेदनशीलता पर जोर दिया गया।
भारत के शहरी भविष्य को पारिस्थितिकी स्थिरता के साथ संरेखित किया जाना चाहिए। शहरी वन और जैव विविधता को शहर की योजना तथा नागरिक भागीदारी हेतु केंद्रीय स्थान प्राप्त होना चाहिए। न्यायिक सतर्कता, नगर वन योजना जैसे सरकारी कार्यक्रम और अभिनव शहर डिजाइनों को न्यायसंगत तथा जलवायु-लचीले शहरी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए अभिसरण करना चाहिए। विकास के माध्यम से हमारे शहरों में प्रकृति को बढ़ावा दिया जाना चाहिए न कि उसे खतरे में डालना चाहिए।
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