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Lokesh Pal
November 10, 2025 04:45
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केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अंतर्गत गठित वन सलाहकार समिति (Forest Advisory Committee – FAC) ने वन (संरक्षण एवं संवर्द्धन) अधिनियम, 1980 के उल्लंघनों के लिए
एक समान दंड ढाँचा तैयार करने की सिफारिश की है।
मई 2017 के अपने आदेश में (पुणे में अवैध भूमि परिवर्तन से जुड़े एक मामले से उत्पन्न), सर्वोच्च न्यायालय ने वन (संरक्षण) अधिनियम, 1980 (वन अधिनियम, 1980) के सख्त कार्यान्वयन के लिए महत्त्वपूर्ण, राष्ट्रव्यापी निर्देश जारी किए।
इन निर्देशों ने सार्वजनिक ट्रस्ट सिद्धांत को सुदृढ़ किया तथा वन भूमि को पर्यावरण संरक्षण और लोक कल्याण के लिए महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय संपत्ति माना, जो टी.एन. गोदावर्मन बनाम भारत संघ मामले के समान है।
वन सलाहकार समिति (FAC) की ये सिफारिशें वन अधिनियम, 1980 के समान, पारदर्शी और अनुपातिक प्रवर्तन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से हैं, जिससे भारत में वन शासन और पर्यावरणीय जवाबदेही को सुदृढ़ किया जा सके।
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