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Samsul Ansari January 31, 2024 03:09 289 0
संदर्भ
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने ‘कृषि क्षेत्र में स्वैच्छिक कार्बन बाजार के लिए रूपरेखा’ (Framework for Voluntary Carbon Market in the Agriculture Sector) और कृषि वानिकी नर्सरी के प्रत्यायन प्रोटोकॉल (Accreditation Protocol of Agroforestry Nurseries) का शुभारंभ किया।
संबंधित तथ्य
कृषि वानिकी (Agroforestry)
कृषि वानिकी एक भूमि उपयोग प्रणाली है जो उत्पादकता, लाभप्रदता, विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र स्थिरता को बढ़ाने के लिए कृषि भूमि और ग्रामीण परिदृश्य पर पेड़ों और झाड़ियों को एकीकृत करती है।
राष्ट्रीय कृषि वानिकी नीति (National Agroforestry Policy)
इसका उद्देश्य ग्रामीण परिवारों की उत्पादकता, रोजगार, आय और आजीविका में सुधार के लिए फसलों एवं पशुधन के साथ पूरक एवं एकीकृत तरीके से वृक्षारोपण को प्रोत्साहित और विस्तारित करना है।
कृषि वानिकी नर्सरी के प्रत्यायन प्रोटोकॉल (Accreditation Protocol of Agroforestry Nurseries)
कार्बन बाजार (Carbon Market)
कृषि क्षेत्र में स्वैच्छिक कार्बन बाजार (Voluntary Carbon Market in Agricultural Sector)
कृषि के लिए कार्बन बाजार की आवश्यकता
कृषि में कार्बन क्रेडिट सृजन: कार्बन क्रेडिट विभिन्न तरीकों से उत्पन्न किया जा सकता है।
स्वैच्छिक कार्बन बाजार की स्थिति
कृषि क्षेत्र में कार्बन बाजार से संबंधित चुनौतियाँ
कृषि क्षेत्र में कार्बन बाजार को बढ़ावा देने के सरकारी उपाय
आगे की राह
निष्कर्ष
सुविधा (किसानों को शिक्षा और प्रशिक्षण) को प्राथमिकता देकर, सामूहिक प्रयासों एवं ज्ञान साझाकरण को बढ़ावा देकर और सहायक नीतियों एवं विनियमों को तैयार करके 3F फ्रेमवर्क को अपनाने से कृषि क्षेत्र किसानों तथा ग्रामीण समुदायों की भलाई सुनिश्चित करते हुए भारत के जलवायु लक्ष्यों में महत्त्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम होगा।
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