100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

GDP अनुमान

Lokesh Pal January 09, 2025 02:50 20 0

संदर्भ

हाल ही में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का पहला अग्रिम अनुमान जारी किया है, साथ ही इसके व्यय घटकों को स्थिर (2011-12) और वर्तमान मूल्यों पर जारी किया है। 

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) 

  • गठन: NSO का गठन वर्ष 2019 में केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) एवं राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) को मिलाकर किया गया था।
  • सिफारिश: मुख्य सांख्यिकीय गतिविधियों के लिए नोडल निकाय के रूप में NSO की स्थापना का सुझाव सबसे पहले सी. रंगराजन समिति द्वारा दिया गया था।
  • संबद्धता: NSO सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के अधीन कार्य करता है।
  • कार्य: यह विश्वसनीय, वस्तुनिष्ठ एवं प्रासंगिक सांख्यिकीय डेटा एकत्र, संकलित तथा प्रसारित करता है।

भारत के सकल घरेलू उत्पाद अनुमान (2024-25) की मुख्य विशेषताएँ

  • सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि
    • वास्तविक GDP वृद्धि 6.4% अनुमानित है, जो वर्ष 2023-24 में 8.2% से कम है।
    • नॉमिनल GDP 9.7% बढ़कर ₹324.11 लाख करोड़ तक पहुँचने की उम्मीद है।
  • क्षेत्रीय विकास
    • प्राथमिक क्षेत्र: 3.6% की वृद्धि, वर्ष 2023-24 में 2.1% से सुधार।
    • द्वितीयक क्षेत्र: वर्ष 2023-24 में 9.7% से कम होकर 6.5% की वृद्धि। विनिर्माण क्षेत्र का योगदान ससर्वाधिक (14%) है, उसके बाद निर्माण (9%) क्षेत्र का योगदान है।
    • तृतीयक क्षेत्र: वर्ष 2023-24 में 7.6% से कम होकर 7.2% की वृद्धि हो गई।

  • उपभोग व्यय
    • निजी अंतिम उपभोग व्यय (Private Final Consumption Expenditure- PFCE): पिछले वर्ष के 4% की तुलना में 7.3% की वृद्धि।
    • सरकारी अंतिम उपभोग व्यय (Government Final Consumption Expenditure- GFCE): वृद्धि 2.5% से बढ़कर 4.1% हो गई।
  • सकल मूल्य वर्द्धित (Gross Value Added- GVA)
    • वास्तविक GVA वृद्धि: 6.4%, पिछले वर्ष के 7.2% से कम।
    • नॉमिनल GVA वृद्धि: 9.3%, ₹292.64 लाख करोड़ तक पहुँच गया।
  • शुद्ध निर्यात
    • निर्यात की तुलना में आयात अधिक होने के कारण यह आमतौर पर सकल घरेलू उत्पाद में नकारात्मक योगदान देता है।
    • ड्रैग प्रभाव में 144% की वृद्धि हुई, यद्यपि 19.6% से 13.3% तक की समग्र मंदी समय के साथ सुधार का संकेत देती है।

  • निजी अंतिम उपभोग व्यय (PFCE) को निवासी परिवारों और परिवारों की सेवा करने वाली गैर-लाभकारी संस्थाओं (Non-Profit Institutions Serving Households- NPISH) द्वारा वस्तुओं तथा सेवाओं के अंतिम उपभोग पर किए गए व्यय के रूप में परिभाषित किया जाता है, चाहे वह आर्थिक क्षेत्र के भीतर या बाहर किया गया हो।
  • सरकारी अंतिम उपभोग व्यय (Government Final Consumption Expenditure- GFCE) वह कुल राशि है, जो सरकार कर्मचारी मुआवजे सहित वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने पर खर्च करती है।

टिप्पणियाँ

  • आर्थिक सुधार
    • सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर कोविड-प्रेरित व्यवधानों के बाद सुधार का संकेत देती है।
    • यह वृद्धि मुख्य रूप से वित्त वर्ष 2022 और 2023 में कम आधार प्रभाव के कारण हुई।
  • वृद्धि में मंदी
    • मौजूदा सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहले कार्यकाल की तुलना में धीमी वृद्धि देखी गई है।
    • वर्ष 2020-21 में जीडीपी में संकुचन (-5.6%) ने दीर्घकालिक विकास को प्रभावित किया है।
  • निवेश एवं उपभोग
    • निवेश वृद्धि, मुख्य रूप से सार्वजनिक व्यय द्वारा संचालित है।
    • निजी खपत में कमी बनी हुई है, जिससे GDP का सबसे बड़ा घटक प्रभावित हो रहा है।

GDP के बारे में

  • GDP एक देश में एक निश्चित अवधि में उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के कुल बाजार मूल्य का मौद्रिक माप है।
  • उद्देश्य: किसी देश या क्षेत्र के आर्थिक स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • GDP के प्रकार
    • नॉमिनल जीडीपी
      • मुद्रास्फीति के लिए समायोजन किए बिना वर्तमान मूल्यों का उपयोग करके आर्थिक उत्पादन को मापता है।
      • गणना: सभी वस्तुओं और सेवाओं का मूल्यांकन उनके उत्पादन के वर्ष में उनके विक्रय मूल्य पर किया जाता है।
      • उपयोग
        • एक ही वर्ष के भीतर उत्पादन की तुलना करने के लिए उपयोगी।
        • अंतरराष्ट्रीय तुलना के लिए स्थानीय मुद्रा या मौजूदा विनिमय दरों पर यू.एस. डॉलर में व्यक्त किया जाता है।
    • वास्तविक जीडीपी 
      • आर्थिक उत्पादन का मुद्रास्फीति-समायोजित माप, जो उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की वास्तविक मात्रा को दर्शाता है।
      • वास्तविक जीडीपी की गणना “स्थिर” कीमतों का उपयोग करके की जाती है, जिसमें मुद्रास्फीति या मूल्य परिवर्तनों का प्रभाव नहीं होता है।
      • वास्तविक जीडीपी का अनुमान लगाना
        • आधार वर्ष का उपयोग वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है और इसे प्रत्येक 5-10 वर्ष में अपडेट किया जाता है।
        • राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) कीमतों और आर्थिक उत्पादन में परिवर्तन को दर्शाने के लिए जीडीपी आधार वर्ष को संशोधित करने के लिए जिम्मेदार है।

      • उद्देश्य: उत्पादन में वास्तविक वृद्धि या गिरावट दिखाकर वर्ष-दर-वर्ष तुलना करने की अनुमति देता है।
      • गणना
        • चालू वर्ष और आधार वर्ष के बीच मूल्य परिवर्तनों को ध्यान में रखने के लिए जीडीपी मूल्य डिफ्लेटर का उपयोग करता है।
        • वास्तविक जीडीपी प्राप्त करने के लिए नॉमिनल जीडीपी को डिफ्लेटर से विभाजित किया जाता है।

GVA के बारे में

  • GVA किसी उत्पाद में जोड़े गए मूल्य को ध्यान में रखते हुए किसी विशिष्ट क्षेत्र में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य को मापता है। भारत में, GVA को ‘मूल कीमतों’ पर मापा जाता है।
  • GVA की गणना: इसकी गणना कुल उत्पादित उत्पादन से उपभोग के मध्यवर्ती मूल्य को घटाकर की जाती है, जो उत्पादन प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न अतिरिक्त मूल्य को दर्शाता है।
  • GVA की गणना करने का सूत्र है: 
    • GVA = GDP + उत्पादों पर सब्सिडी – उत्पादों पर कर।
  • सरकार द्वारा प्रदान की गई सब्सिडी की तुलना में प्राप्त करों की मात्रा अधिक होने के कारण जीडीपी, जीवीए से अधिक है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.