100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

बाँझपन उपचार के लिए WHO दिशा-निर्देश

Lokesh Pal December 01, 2025 02:06 66 0

संदर्भ

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बाँझपन (Infertility) की रोकथाम, निदान और उपचार हेतु अपने प्रथम वैश्विक दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनमें विश्वभर में सुरक्षित, न्यायसंगत और सुलभ प्रजनन-देखभाल की आवश्यकता पर बल दिया गया है।

बाँझपन (Infertility) क्या है?

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बाँझपन वह स्थिति है, जब नियमित, असुरक्षित यौन संबंधों के बावजूद 12 माह या उससे अधिक समय तक गर्भधारण न हो।
  • प्रचलन: प्रजनन आयु के प्रत्येक छह में से एक व्यक्ति अपने जीवन के किसी न किसी चरण में बाँझपन का अनुभव करता है।
  • उच्च आर्थिक बोझ: इन-विट्रो निषेचन (आई.वी.एफ.) जैसे उपचार प्राय: स्वयं वहन करने पड़ते हैं, जिनकी लागत कई बार औसत वार्षिक घरेलू आय से दुगुनी होती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन दिशा-निर्देशों की मुख्य विशेषताएँ

  • समग्र रूपरेखा: दिशा-निर्देशों में रोकथाम, निदान और उपचार के सभी चरणों को सुदृढ़ करने हेतु 40 अनुशंसाएँ सम्मिलित हैं।
  • स्वास्थ्य संवर्द्धन: स्वस्थ आहार, शारीरिक गतिविधि और तंबाकू-त्याग जैसे जीवनशैली उपायों को बाँझपन रोकथाम के रूप में प्रोत्साहित किया गया है।
  • प्रजनन शिक्षा: दिशा-निर्देश प्रजनन और बाँझपन संबंधी शिक्षा को प्रारंभिक स्तर से मजबूत करने पर बल देता है, ताकि व्यक्तियों को प्रजनन नियोजन में सहायता मिल सके।
  • पुरुष बाँझपन पर विशेष ध्यान: विश्व स्वास्थ्य संगठन पुरुष बाँझपन की अपर्याप्त जाँच को रेखांकित करता है और समग्र निदान पद्धतियों की आवश्यकता बताता है। प्रारंभिक प्रबंधन में सक्रिय उपचारों से पूर्व परामर्श देना सम्मिलित होना चाहिए।
  • चरणबद्ध उपचार पद्धति: दिशा-निर्देशों में चरणबद्ध नैदानिक प्रबंधन शामिल है—प्रजनन-काल की बुनियादी जानकारी और प्रोत्साहन से लेकर गर्भाशयी गर्भाधान (IUI) और इन-विट्रो निषेचन (IVF) जैसे जटिल उपचारों तक।
  • समग्र देखभाल: दिशा-निर्देश चिकित्सा-उपचार के साथ-साथ मनोसामाजिक सहयोग की भी अनुशंसा करते हैं, क्योंकि बाँझपन अवसाद, चिंता और सामाजिक अलगाव जैसी भावनात्मक चुनौतियाँ उत्पन्न कर सकता है।
  • रोकथाम में निवेश बढ़ाना: महत्त्वपूर्ण अनुशंसा यह है, कि यौन संचारित संक्रमणों तथा धूम्रपान जैसे बाँझपन के प्रमुख कारणों को संबोधित करने हेतु रोकथाम पर अधिक निवेश किया जाए।
  • स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में एकीकरण: विश्व स्वास्थ्य संगठन राष्ट्रों से आग्रह करता है कि प्रजनन-देखभाल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य रणनीतियों, सेवाओं और वित्तपोषण में शामिल किया जाए, जिससे व्यापक पहुँच सुनिश्चित हो।
  • संदर्भानुकूल क्रियान्वयन: देशों को प्रोत्साहित किया गया है कि वे इन दिशा-निर्देशों को स्थानीय संदर्भ तथा यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के अधिकार-आधारित दृष्टिकोण के अनुरूप लागू करें।

भारत में प्रजनन प्रवृत्तियाँ

  • प्रजनन दर में गिरावट: भारत की कुल प्रजनन दर (TFR) 1950 के दशक में 6.18 से घटकर वर्ष 2021 में 1.9 हो गई है, जो 2.1 के प्रतिस्थापन स्तर से कम है।
  • भविष्य में संभावित गिरावट: ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीजेज (GBD) 2021 अध्ययन के अनुसार, भारत की कुल प्रजनन दर वर्ष 2100 तक घटकर 1.04 हो सकती है।
  • कुल प्रजनन दर (TFR): कुल प्रजनन दर वह औसत संख्या है, जितने बच्चे एक महिला अपने प्रजनन काल (आमतौर पर 15–49 वर्ष) में वर्तमान प्रजनन प्रवृत्तियों के अंतर्गत जन्म दे सकती है, यह मृत्यु दर को शामिल नहीं करती। इसे प्रति महिला बच्चों की संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है।
  • राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS–5) (वर्ष 2019–21): NFHS–5 के अनुसार, भारत की कुल प्रजनन दर 2.0 बच्चे प्रति महिला हो गई है, जो NFHS–4 (वर्ष 2015–16) के 2.2 से कम है।
  • प्रतिस्थापन स्तर: प्रजनन स्तर में 2.1 बच्चे प्रति महिला वह प्रतिस्थापन स्तर है, जो स्थिर जनसंख्या के लिए आवश्यक माना जाता है (मृत्यु दर को ध्यान में रखते हुए)। यदि कुल प्रजनन दर 2.1 से नीचे चली जाती है, तो नकारात्मक जनसंख्या वृद्धि संभव है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.