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भारत पर विश्व बैंक की रिपोर्ट

Lokesh Pal July 24, 2025 03:03 38 0

संदर्भ

विश्व बैंक ने केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के साथ मिलकरभारत में लचीले और समृद्ध शहरों की ओर’ (Towards Resilient and Prosperous Cities in India) शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की है।

रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएँ 

  • शहरों पर अनियंत्रित बोझ: वर्ष 2030 तक, भारतीय शहरों में रोजगार के 70% नए अवसर उत्पन्न होंगे।
    • लचीले ढाँचे में निवेश के बिना, बाढ़ और लू जैसी जलवायु आपदाओं से उन्हें भारी आर्थिक नुकसान का जोखिम है।
  • बाढ़ से संबंधित हानि: अनियोजित शहरीकरण और कंक्रीट की सतहों के कारण उत्पन्न वर्षाजन्य बाढ़ से वर्ष 2030 तक वार्षिक हानि 5 अरब डॉलर और वर्ष 2070 तक 30 अरब डॉलर तक पहुँच सकती है।
  • तापमान  में वृद्धि: वर्ष 1983 से 2016 के बीच, भारत के 10 प्रमुख शहरों के तापमान में 71% की वृद्धि दर्ज की गई।
    • नगरीय ऊष्मण द्वीप प्रभाव रात्रि के तापमान को और बढ़ा देता है।
  • अत्याधिक वित्तीय बोझ: भारतीय शहरों को जलवायु अनुकूल बुनियादी ढाँचे और सेवाओं के निर्माण के लिए वर्ष 2050 तक 2.4 ट्रिलियन डॉलर की आवश्यकता होगी।
  • बेहतर प्रतिक्रिया के लिए प्रशासनिक स्वायत्तता की आवश्यकता: जिन शहरों को अधिक निर्णय लेने की शक्ति प्राप्त है, उन्होंने संसाधनों के एकत्रीकरण और संकटों के प्रति लचीलापन दिखाने में बेहतर प्रदर्शन किया है।

नीतिगत कार्रवाई के लिए सिफारिशें

  • शहरी स्थानीय निकायों के लिए स्वायत्तता: 74वें संविधान संशोधन के कार्यान्वयन पहलूओं से स्थानीय निकाय जलवायु अनुकूलन परियोजनाओं में निवेश का प्रभावी ढंग से प्रबंधन कर सकेंगे।
  • लचीलेपन पर निवेश: 15 वर्षों के भीतर 60% उच्च-जोखिम वाले शहरों की सुरक्षा के लिए बाढ़-रोधी बुनियादी ढाँचे में 150 बिलियन डॉलर का निवेश किया जा सकता है।
  • शहरी क्षेत्र में हरित आवरण: ये वर्ष 2050 तक अत्यधिक गर्मी के कारण होने वाली वार्षिक रूप से 1.3 लाख मौतों को रोक सकती हैं।
  • निजी पूँजी: निजी पूँजी का योगदान लचीलापन योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए आवश्यक है, इसके लिए रोडमैप के वित्तपोषण और नगरपालिका क्षमताओं के निर्माण पर विशेष जोर देना चाहिए।

विश्व बैंक के बारे में

  • विश्व बैंक एक वैश्विक विकास संस्था है, जो विकासशील देशों को बुनियादी ढाँचे, गरीबी उन्मूलन और सतत् विकास के लिए वित्तीय तथा तकनीकी सहायता प्रदान करती है।
  • स्थापना: वर्ष 1944 में न्यू हैंपशायर, अमेरिका में ब्रेटन वुड्स सम्मेलन के दौरान स्थापित, विश्व बैंक की स्थापना द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अर्थव्यवस्थाओं के पुनर्निर्माण में सहायता के लिए की गई थी।
  • मुख्यालय: वाशिंगटन, डीसी।
  • सदस्य: विश्व बैंक के 189 सदस्य देश हैं।
  • विश्व बैंक समूह के पाँच संस्थान
    • अंतरराष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक (IBRD)
    • अंतरराष्ट्रीय विकास संघ (IDA)
    • अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (IFC)
    • बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (MIGA)
    • अंतरराष्ट्रीय निवेश विवाद निपटान केंद्र (ICSID)।
  • विश्व बैंक की उल्लेखनीय रिपोर्टें
    • विश्व विकास रिपोर्ट
    • वैश्विक आर्थिक संभावना रिपोर्ट
    • व्यापार सुगमता सूचकांक
    • बी-रेडी इंडेक्स (B-READY)
    • जलवायु अनुकूलन, गरीबी और बुनियादी ढाँचे पर क्षेत्रीय अध्ययन।

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