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Lokesh Pal
September 23, 2024 05:30
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हाल ही में लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के विस्फोट से संबंधित घटनाओं ने एक नए प्रकार के युद्ध की शुरुआत की है, जो प्रत्यारोपित कोड या बाह्य संकेतों द्वारा विकसित होते हैं। इज़राइल द्वारा शुरू की गई यह युद्ध नीति, भविष्य में अन्य राष्ट्रों द्वारा दुरुपयोग के लिए संभावित जोखिम पैदा करती है, जिससे हवाई यात्राओं में उनके संभावित दुरूपयोग तथा यात्रियों की सुरक्षा के निहितार्थ संबंधी गंभीर चिंताएँ पैदा होती हैं।
विमानन सुरक्षा के नए खतरों, जैसे- दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग, से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों में विस्तार हो रहा है। सुरक्षा चिंताओं के कारण बेरूत से उड़ान भरने वाले यात्रियों को अब पेजर और वॉकी-टॉकी ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सुरक्षा जोखिम पैदा करने वाले उपकरणों के उपयोग को रोकने के लिए निकट भविष्य में वैश्विक स्तर पर इसी तरह के प्रतिबंध लागू किए जा सकते हैं।
विमानन सुरक्षा संबंधी उभरते खतरों से निपटने हेतु भारत के लिए अपने विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल को बढ़ाना तथा अंतर्राष्ट्रीय दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण है। इसके साथ ही यात्री सुरक्षा और कुशल संचालन को प्राथमिकता देने वाला संतुलित दृष्टिकोण भी अपनाना अनिवार्य है।
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