पृष्ठभूमि: 13 दिसंबर 2024 को बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने प्रदेश के 912 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की, लेकिन इस परीक्षा के सबसे अधिक अभ्यर्थियों वाले बापू परीक्षा भवन केंद्र से प्रश्नपत्रों की सील से छेड़छाड़ सहित पेपर बंटवारे में हुई देरी संबंधी आरोप सामने आए। परिणामस्वरूप, बिहार लोक सेवा आयोग ने 4 जनवरी को उस केंद्र के लिए फिर से परीक्षा करने की घोषणा की। बिहार लोक सेवा आयोग के इस निर्णय से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, अभ्यर्थियों को डर था कि आसान पुनर्परीक्षा से बापू परीक्षा भवन केंद्र के लगभग 12,000 उम्मीदवारों को अन्य केंद्रों की तुलना में अनुचित लाभ होगा। इसी मुद्दे को लेकर छात्रों द्वारा मुख्यमंत्री के आवास की ओर मार्च करने का निर्णय लिया, जिससे विरोध प्रदर्शन और बढ़ गया। जवाब में, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारें कीं और लाठीचार्ज किया, जिसके परिणामस्वरूप अनेक अभ्यर्थियों को घसीटा गया, कई घायल हो गए। इसके पश्चात छात्रों सहित राजनैतिक पार्टियों द्वारा अधिकारियों पर अत्यधिक बल प्रयोग करने का आरोप लगाया गया।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न
प्रश्न : उपर्युक्त केस अध्ययन के आधार पर, बिहार के मुख्य सचिव के रूप में आपकी कार्यवाही क्या होगी?
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