//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal November 09, 2024 05:30 8 0
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 7 और 8 नवंबर को नई दिल्ली में दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन का आयोजन किया।
|
गृह मंत्री अमित शाह ने सम्मेलन के दौरान कई प्रमुख क्षेत्रों की रूपरेखा प्रस्तुत की जो भारत के भविष्य के आतंकवाद-रोधी प्रयासों को आकार देंगे। इनमें शामिल हैं:
अतः कहा जा सकता है कि आतंकवाद के सभी रूपों से निपटने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है जो सुरक्षा उपायों से आगे बढ़कर, इसके मूल कारणों, जैसे सामाजिक-आर्थिक असमानताओं और वैचारिक उग्रवाद से निपटने में सहायक हो सके।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्नप्रश्न. रोकथाम-केंद्रित आतंकवाद-रोधी नीति किस प्रकार हाशिए पर पड़े समुदायों की कट्टरपंथ के प्रति संवेदनशीलता को प्रभावी रूप से कम कर सकती है, इसका उल्लेख कीजिए तथा बताइए कि इस प्रक्रिया में समुदाय-आधारित हस्तक्षेप की क्या भूमिका है? (10 अंक, 150 शब्द) |
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments