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Lokesh Pal
November 29, 2025 05:00
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वायनाड भूस्खलन (जुलाई 2024) ने राज्यों द्वारा आंके गए नुकसान और केंद्र सरकार के आपदा-राहत वितरण के बीच बढ़ते अंतर को उजागर किया।
भारतीय आपदा प्रबंधन ढाँचा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अंतर्गत संचालित होता है। इसमें दो प्रमुख निधियों का प्रावधान किया गया है:
भारत के आपदा वित्तपोषण ढाँचे को विवेकाधीन, बातचीत-प्रधान प्रक्रियाओं से हटकर एक पारदर्शी, नियम-आधारित संघीय व्यवस्था की ओर बढ़ना होगा। इस बदलाव के बिना, सहकारी और न्यायसंगत राहत का संवैधानिक अधिकार उसी समय विफल साबित हो जाएगा जब नागरिकों को इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत होगी।
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